अधातु: Difference between revisions
From Vidyalayawiki
Listen
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
अधातु वे तत्व हैं जो ऋणात्मक आयन उत्पन्न करने के लिए इलेक्ट्रॉन ग्रहण करते हैं। इनके बाह्यतम कोश में प्राय: 4, 5, 6 या 7 इलेक्ट्रॉन होते हैं। अधातु वे पदार्थ हैं जो धातुओं से पूर्णतया भिन्न होते हैं। ये इंसुलेटर की तरह कार्य करते हैं। वे सामान्यतः गैस होते हैं, हालांकि वे द्रव और ठोस भी हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, कार्बन, सल्फर और फॉस्फोरस सामान्य तापमान पर ठोस होते हैं। | अधातु वे तत्व हैं जो ऋणात्मक आयन उत्पन्न करने के लिए इलेक्ट्रॉन ग्रहण करते हैं। इनके बाह्यतम कोश में प्राय: 4, 5, 6 या 7 इलेक्ट्रॉन होते हैं। अधातु वे पदार्थ हैं जो धातुओं से पूर्णतया भिन्न होते हैं। ये इंसुलेटर की तरह कार्य करते हैं। वे सामान्यतः गैस होते हैं, हालांकि वे द्रव और ठोस भी हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, कार्बन, सल्फर और फॉस्फोरस सामान्य तापमान पर ठोस होते हैं, इसके साथ ही नाइट्रोजन गैस, ऑक्सीजन गैस, हाइड्रोजन गैस ये सभी तत्व अधातु हैं। । |
Revision as of 15:29, 5 June 2023
अधातु वे तत्व हैं जो ऋणात्मक आयन उत्पन्न करने के लिए इलेक्ट्रॉन ग्रहण करते हैं। इनके बाह्यतम कोश में प्राय: 4, 5, 6 या 7 इलेक्ट्रॉन होते हैं। अधातु वे पदार्थ हैं जो धातुओं से पूर्णतया भिन्न होते हैं। ये इंसुलेटर की तरह कार्य करते हैं। वे सामान्यतः गैस होते हैं, हालांकि वे द्रव और ठोस भी हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, कार्बन, सल्फर और फॉस्फोरस सामान्य तापमान पर ठोस होते हैं, इसके साथ ही नाइट्रोजन गैस, ऑक्सीजन गैस, हाइड्रोजन गैस ये सभी तत्व अधातु हैं। ।