मेंडलीफ की आवर्त सारणी: Difference between revisions
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* छठे आवर्त में 32 तत्व हैं इसे “अतिदीर्घ आवर्त” कहते है। | * छठे आवर्त में 32 तत्व हैं इसे “अतिदीर्घ आवर्त” कहते है। | ||
* मेंडलीफ की मूल आवर्त सारणी में आठ वर्ग हैं, और नवां वर्ग में उत्कृष्ट गैसे आती हैं। | * मेंडलीफ की मूल आवर्त सारणी में आठ वर्ग हैं, और नवां वर्ग में उत्कृष्ट गैसे आती हैं। | ||
== मेंडलीफ आवर्त सारणी के दोष == | |||
* लैंथेनाइड व एक एक्टिनाइड को आवर्त सारणी में कोई उपयुक्त स्थान नहीं मिल पाया। | |||
* मेंडलीफ ने हाइड्रोजन के गुणों के आधार पर हाइड्रोजन को क्षार धातु और हैलोजन को दोनों उप वर्गों में स्थान दिया। | |||
* समस्थानिक के परमाणु भार भिन्न भिन्न होने पर भी उन्हें एक ही स्थान पर रखा गया। |
Revision as of 11:51, 13 June 2023
मेंडलीफ की आवर्त सारणी की विसेस्ताएं
- मेंडलीव की आवर्त सारणी के वर्तमान स्वरूप में 9 वर्ग है तथा नवा वर्ग “शून्य वर्ग” या जीरो ग्रुप कहलाता है।
- आवर्त सारणी में उपस्थित क्षैतिज पंक्तियों को आवर्त कहा गया।
- आवर्त सारणी में उपस्थित ऊर्ध्वाधर पंक्तियों को वर्ग कहा गया।
- पहले आवर्त में केवल दो तत्व (H, He) रखें गए इसे “अतिलघु आवर्त” कहते हैं।
- दूसरे तथा तीसरे आवर्त में आठ-आठ तत्व है इसे “लघु आवर्त” कहते है।
- चौथे तथा पांचवे आवर्त में बत्तीस तत्व है इसे “दीर्घ आवर्त” कहते हैं।
- छठे आवर्त में 32 तत्व हैं इसे “अतिदीर्घ आवर्त” कहते है।
- मेंडलीफ की मूल आवर्त सारणी में आठ वर्ग हैं, और नवां वर्ग में उत्कृष्ट गैसे आती हैं।
मेंडलीफ आवर्त सारणी के दोष
- लैंथेनाइड व एक एक्टिनाइड को आवर्त सारणी में कोई उपयुक्त स्थान नहीं मिल पाया।
- मेंडलीफ ने हाइड्रोजन के गुणों के आधार पर हाइड्रोजन को क्षार धातु और हैलोजन को दोनों उप वर्गों में स्थान दिया।
- समस्थानिक के परमाणु भार भिन्न भिन्न होने पर भी उन्हें एक ही स्थान पर रखा गया।