परिरक्षण प्रभाव: Difference between revisions

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तत्वों में क्रोडीय इलेक्ट्रॉनों की स्थिति नाभिक तथा संयोजी इलेक्ट्रॉन के बीच आ जाने के फलस्वरूप संयोजी इलेक्ट्रान नाभिक से परिरक्षित या आवरित हो जाता है। इस प्रभाव को परिरक्षण - प्रभाव कहते हैं। जब आंतरिक इलेक्ट्रॉनों की संख्या अधिक होती है, तो वे नाभिक से सबसे बाहरी इलेक्ट्रॉन को आश्रय देते हैं, जिससे यह कुछ हद तक परमाणु के द्वारा उत्पन्न आकर्षण बल की उपेक्षा कर सकता है।

Revision as of 13:28, 10 July 2023

तत्वों में क्रोडीय इलेक्ट्रॉनों की स्थिति नाभिक तथा संयोजी इलेक्ट्रॉन के बीच आ जाने के फलस्वरूप संयोजी इलेक्ट्रान नाभिक से परिरक्षित या आवरित हो जाता है। इस प्रभाव को परिरक्षण - प्रभाव कहते हैं। जब आंतरिक इलेक्ट्रॉनों की संख्या अधिक होती है, तो वे नाभिक से सबसे बाहरी इलेक्ट्रॉन को आश्रय देते हैं, जिससे यह कुछ हद तक परमाणु के द्वारा उत्पन्न आकर्षण बल की उपेक्षा कर सकता है।