समभारिक: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

Listen

No edit summary
Line 1: Line 1:
[[Category:परमाणु की संरचना]]
[[Category:परमाणु की संरचना]]
समभारी ऐसे तत्व हैं जो रासायनिक गुणों में भिन्न होते हैं लेकिन भौतिक गुण समान होते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि समभारिक वे तत्व हैं जिनकी परमाणु संख्या भिन्न होती है लेकिन द्रव्यमान संख्या समान होती है। इसके विपरीत, समस्थानिक वे तत्व होते हैं जिनकी परमाणु संख्या समान होती है और द्रव्यमान संख्या भिन्न होती है। रासायनिक तत्वों के वे परमाणु जिनका परमाणु भार समान परन्तु परमाणु क्रमांक भिन्न होता है, समभारिक कहलाते हैं। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या का योग मिलकर परमाणु द्रव्यमान बनाता है। इसलिए, हम यह भी कह सकते हैं कि नाभिक में मौजूद न्यूक्लियंस की संख्या परमाणु के परमाणु द्रव्यमान के बराबर होती है। इसमें समान संख्या में न्यूक्लियॉन होंगे।
समभारी ऐसे तत्व हैं जो रासायनिक गुणों में भिन्न होते हैं लेकिन भौतिक गुण समान होते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि समभारिक वे तत्व हैं जिनकी [[परमाणु संख्या तथा द्रव्यमान संख्या|परमाणु संख्या]] भिन्न होती है लेकिन द्रव्यमान संख्या समान होती है। इसके विपरीत, [[समस्थानिक]] वे तत्व होते हैं जिनकी परमाणु संख्या समान होती है और द्रव्यमान संख्या भिन्न होती है। रासायनिक तत्वों के वे परमाणु जिनका परमाणु भार समान परन्तु परमाणु क्रमांक भिन्न होता है, समभारिक कहलाते हैं। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या का योग मिलकर [[परमाणु द्रव्यमान]] बनाता है। इसलिए, हम यह भी कह सकते हैं कि नाभिक में मौजूद न्यूक्लियंस की संख्या परमाणु के परमाणु द्रव्यमान के बराबर होती है। इसमें समान संख्या में न्यूक्लियॉन होंगे।


==== उदाहरण ====
==== उदाहरण ====
Line 49: Line 49:


=== समभारिक शब्द की उत्पत्ति ===
=== समभारिक शब्द की उत्पत्ति ===
क्या आप जानते हैं कि आइसोबार को मूल रूप से "आइसोबार" कहा जाता था? आइसोबार अलग-अलग रासायनिक तत्वों के परमाणु या न्यूक्लाइड होते हैं जिनमें समान संख्या में न्यूक्लियॉन (प्रोटॉन + न्यूट्रॉन) होते हैं। यह नाम 1918 में अल्फ्रेड वाल्टर स्टीवर्ट द्वारा दिया गया था। यह मूल रूप से ग्रीक शब्दों के संयोजन से लिया गया है- आइसोस का मतलब बराबर और बार का मतलब वजन होता है।
क्या आप जानते हैं कि आइसोबार को मूल रूप से "आइसोबार" कहा जाता था? आइसोबार अलग-अलग रासायनिक तत्वों के [[परमाणु]] या न्यूक्लाइड होते हैं जिनमें समान संख्या में न्यूक्लियॉन (प्रोटॉन + न्यूट्रॉन) होते हैं। यह नाम 1918 में अल्फ्रेड वाल्टर स्टीवर्ट द्वारा दिया गया था। यह मूल रूप से ग्रीक शब्दों के संयोजन से लिया गया है- आइसोस का मतलब बराबर और बार का मतलब वजन होता है।


== समभारिकों के गुण ==
== समभारिकों के गुण ==
Line 55: Line 55:
# समभारिकों के परमाणु क्रमांक समान होने के कारण इनके रासायनिक गुण भी भिन्न होते हैं।
# समभारिकों के परमाणु क्रमांक समान होने के कारण इनके रासायनिक गुण भी भिन्न होते हैं।
# समभारिकों के परमाणु क्रमांक, परमाणु संख्या, प्रोटॉनों की संख्या भिन्न होती है।
# समभारिकों के परमाणु क्रमांक, परमाणु संख्या, प्रोटॉनों की संख्या भिन्न होती है।
# किसी तत्व के सभी समस्थानिक आवर्त सारणी में एक ही स्थान ग्रहण करते है। लेकिन समभारिक भिन्न भिन्न स्थान ग्रहण करते हैं।
# किसी तत्व के सभी समस्थानिक [[आवर्त सारणी की उत्पत्ति|आवर्त सारणी]] में एक ही स्थान ग्रहण करते है। लेकिन समभारिक भिन्न भिन्न स्थान ग्रहण करते हैं।
# हाइड्रोजन ही एकमात्र ऐसा तत्व है जिसके सभी समस्थानिकों के अलग-अलग नाम है।
# हाइड्रोजन ही एकमात्र ऐसा तत्व है जिसके सभी समस्थानिकों के अलग-अलग नाम है।


== अनुप्रयोग ==
== अनुप्रयोग ==
आइसोबार का प्रायः परमाणु भौतिकी और रेडियोधर्मिता में अध्ययन किया जाता है। वे स्वाभाविक रूप से बीटा क्षय के अध्ययन में होते हैं। आइसोबार शब्द एक उपयोगी वर्गीकरण मानदंड है।
आइसोबार का प्रायः परमाणु भौतिकी और [[रेडियोधर्मिता (विकिरणशीलता)|रेडियोधर्मिता]] में अध्ययन किया जाता है। वे स्वाभाविक रूप से बीटा क्षय के अध्ययन में होते हैं। आइसोबार शब्द एक उपयोगी वर्गीकरण मानदंड है।


# '''निम्न में से कौन-कौन समस्थानिक हैं?'''
# '''निम्न में से कौन-कौन समस्थानिक हैं?'''

Revision as of 13:32, 24 July 2023

समभारी ऐसे तत्व हैं जो रासायनिक गुणों में भिन्न होते हैं लेकिन भौतिक गुण समान होते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि समभारिक वे तत्व हैं जिनकी परमाणु संख्या भिन्न होती है लेकिन द्रव्यमान संख्या समान होती है। इसके विपरीत, समस्थानिक वे तत्व होते हैं जिनकी परमाणु संख्या समान होती है और द्रव्यमान संख्या भिन्न होती है। रासायनिक तत्वों के वे परमाणु जिनका परमाणु भार समान परन्तु परमाणु क्रमांक भिन्न होता है, समभारिक कहलाते हैं। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या का योग मिलकर परमाणु द्रव्यमान बनाता है। इसलिए, हम यह भी कह सकते हैं कि नाभिक में मौजूद न्यूक्लियंस की संख्या परमाणु के परमाणु द्रव्यमान के बराबर होती है। इसमें समान संख्या में न्यूक्लियॉन होंगे।

उदाहरण

28Ni58, 26Fe58

संख्या 28Ni58 26Fe58
प्रोटॉन की संख्या 28 26
न्यूट्रॉन की संख्या 30 32
द्रव्यमान संख्या 58 58

लोहा और निकल आपस में समभारिक हैं। आयरन और निकल की परमाणु संख्या क्रमशः 26 और 28 है। हालाँकि, द्रव्यमान संख्या 58 है।

18Ar40 19K40, 20Ca40 आपस में समभारिक हैं।

संख्या 18Ar40 19K40 20Ca40
प्रोटॉन की संख्या 18 19 20
न्यूट्रॉन की संख्या 22 21 20
द्रव्यमान संख्या 40 40 40

समभारिक शब्द की उत्पत्ति

क्या आप जानते हैं कि आइसोबार को मूल रूप से "आइसोबार" कहा जाता था? आइसोबार अलग-अलग रासायनिक तत्वों के परमाणु या न्यूक्लाइड होते हैं जिनमें समान संख्या में न्यूक्लियॉन (प्रोटॉन + न्यूट्रॉन) होते हैं। यह नाम 1918 में अल्फ्रेड वाल्टर स्टीवर्ट द्वारा दिया गया था। यह मूल रूप से ग्रीक शब्दों के संयोजन से लिया गया है- आइसोस का मतलब बराबर और बार का मतलब वजन होता है।

समभारिकों के गुण

  1. समभारिकों के परमाणु क्रमांक समान होने के कारण इनके रासायनिक गुण भी भिन्न होते हैं।
  2. समभारिकों के परमाणु क्रमांक, परमाणु संख्या, प्रोटॉनों की संख्या भिन्न होती है।
  3. किसी तत्व के सभी समस्थानिक आवर्त सारणी में एक ही स्थान ग्रहण करते है। लेकिन समभारिक भिन्न भिन्न स्थान ग्रहण करते हैं।
  4. हाइड्रोजन ही एकमात्र ऐसा तत्व है जिसके सभी समस्थानिकों के अलग-अलग नाम है।

अनुप्रयोग

आइसोबार का प्रायः परमाणु भौतिकी और रेडियोधर्मिता में अध्ययन किया जाता है। वे स्वाभाविक रूप से बीटा क्षय के अध्ययन में होते हैं। आइसोबार शब्द एक उपयोगी वर्गीकरण मानदंड है।

  1. निम्न में से कौन-कौन समस्थानिक हैं?

6C12 6C13 7C13 और 6C14

2. नीचे दी गई तालिका को पूर्ण कीजिए।

संख्या 6C12 6C14
प्रोटॉन की संख्या
न्यूट्रॉन की संख्या
द्रव्यमान संख्या

3. सबसे अधिक समभारिक वाला तत्व कौन सा है?