दोलन: Difference between revisions
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भौतिकी में दोलन किसी केंद्रीय स्थिति या संतुलन बिंदु के आसपास किसी वस्तु या प्रणाली की बार-बार आगे-पीछे होने वाली गतिविधियां हैं। वे विभिन्न प्राकृतिक और मानव निर्मित प्रणालियों में आम हैं और हमारे आसपास की दुनिया में तरंगों, गति और अन्य घटनाओं को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। | भौतिकी में दोलन किसी केंद्रीय स्थिति या संतुलन बिंदु के आसपास किसी वस्तु या प्रणाली की बार-बार आगे-पीछे होने वाली गतिविधियां हैं। वे विभिन्न प्राकृतिक और मानव निर्मित प्रणालियों में आम हैं और हमारे आसपास की दुनिया में तरंगों, गति और अन्य घटनाओं को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। | ||
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Latest revision as of 11:48, 3 August 2023
Oscillations
भौतिकी में, दोलन तब होते हैं जब कोई वस्तु या प्रणाली किसी केंद्रीय स्थिति या संतुलन बिंदु के चारों ओर घूमती है। यह संतुलन बिंदु से दूर चला जाता है, फिर उसकी ओर वापस आता है, थोड़ा आगे बढ़ता है, और फिर वापस लौट आता है। यह आगे-पीछे की गति जारी रहती है, जिससे गति का एक चक्र बनता है।
दोलन वस्तुओं या प्रणालियों द्वारा की जाने वाली आगे-पीछे की गतिविधियों की तरह होते हैं। आप इन्हें बार-बार होने वाली दोहराव वाली गतिविधियों के रूप में सोच सकते हैं।
पेंडुलम का काल्पनिक उदाहरण
कल्पना कीजिए कि आपके पास एक पेंडुलम है, जो एक डोरी से लटका हुआ वजन है। जब आप पेंडुलम को एक तरफ खींचते हैं और उसे छोड़ते हैं, तो वह बार-बार आगे-पीछे घूमता है। यह झूलती हुई गति दोलन का एक उदाहरण है।
दैनिक जीवन में दोलन के कुछ अन्य उदाहरण हैं:
झूलता हुआ झूला: जब आप किसी झूले को धक्का देते हैं, तो वह आगे-पीछे, आगे-पीछे झूलता हुआ चलता है।
कंपन करने वाले गिटार के तार: जब आप गिटार के तार को छेड़ते हैं, तो यह कंपन करना शुरू कर देता है, आगे-पीछे होने लगता है, जिससे संगीतमय ध्वनि उत्पन्न होती है।
ट्यूनिंग कांटा: जब आप ट्यूनिंग कांटा बजाते हैं, तो यह कंपन करता है और इसके दोलन के कारण ध्वनि उत्पन्न होती है।
दिल की धड़कन: मानव हृदय लयबद्ध संकुचन और विश्राम से गुजरता है, जिसे दोलन के रूप में माना जा सकता है।
भौतिकी में, ध्वनि, प्रकाश, बिजली और यांत्रिकी सहित विभिन्न घटनाओं को समझने के लिए दोलन मौलिक हैं। वे तरंगों, सरल हार्मोनिक गति और अनुनाद का अध्ययन करने में आवश्यक हैं, जिनका संगीत से लेकर इंजीनियरिंग तक कई क्षेत्रों में अनुप्रयोग होता है।
संक्षेप में
भौतिकी में दोलन किसी केंद्रीय स्थिति या संतुलन बिंदु के आसपास किसी वस्तु या प्रणाली की बार-बार आगे-पीछे होने वाली गतिविधियां हैं। वे विभिन्न प्राकृतिक और मानव निर्मित प्रणालियों में आम हैं और हमारे आसपास की दुनिया में तरंगों, गति और अन्य घटनाओं को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।