विस्थापन अभिक्रिया: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

Listen

No edit summary
No edit summary
 
(7 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[Category:रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण]]
[[Category:रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण]]
एक विस्थापन प्रतिक्रिया वह होती है जिसमें अणु में परमाणु या परमाणुओं का एक समूह दूसरे परमाणु द्वारा विस्थापित होता है। उदाहरण के लिए, जब कॉपर सल्फेट विलयन में आयरन मिलाया जाता है, तो यह कॉपर धातु को विस्थापित कर देता है।
एक विस्थापन अभिक्रिया वह होती है जिसमें [[अणु]] में परमाणु या परमाणुओं का एक समूह दूसरे [[परमाणु]] द्वारा विस्थापित होता है। उदाहरण के लिए, जब कॉपर सल्फेट विलयन में आयरन मिलाया जाता है, तो यह कॉपर [[धातु]] को विस्थापित कर देता है।
 
== धातुओं के बीच विस्थापन अभिक्रियाएँ ==
अभिक्रियाशीलता श्रृंखला में ऊपर वाली धातु अपने से नीचे वाली धातु को उसके [[विलयन]] से विस्थापित कर सकती है।
 
इस अभिक्रिया के लिए रासायनिक समीकरण द्वारा दिया गया है:
<chem>Zn (s) + CuSO4 (aq)->  ZnSO4 (aq) + Cu (s)</chem>
 
== विस्थापन अभिक्रिया ==
विस्थापन अभिक्रिया दो प्रकार की होती हैं।
 
# एकल विस्थापन अभिक्रिया
# द्विविस्थापन अभिक्रिया
 
=== एकल विस्थापन अभिक्रिया ===
एक एकल विस्थापन अभिक्रिया जिसे एकल [[प्रतिस्थापन अभिक्रिया]] भी कहा जाता है, एक प्रकार की ऑक्सीकरण-अपचयन रासायनिक अभिक्रिया होती है जब एक आयन या तत्व एक यौगिक से दूसरे यौगिक में प्रतिस्थापित किया जाता है तो उसे एकल विस्थापन अभिक्रिया कहते हैं।
 
==== उदाहरण - 1 ====
<chem>Fe (s) + CuSO4 (aq)->  FeSO4 (aq) + Cu (s)</chem>
अभिक्रियाशीलता श्रृंखला में ऊपर वाली धातु अपने से नीचे वाली धातु को उसके विलयन से विस्थापित कर सकती है। अतः इस दी गई अभिक्रिया में Fe ने Cu को उसके ही विलयन(CuSO<sub>4</sub>) से विस्थापित कर दिया है।
 
==== उदाहरण - 2 ====
<chem>Zn (s) + CuSO4 (aq)->  ZnSO4 (aq) + Cu (s)</chem>
अभिक्रियाशीलता श्रृंखला में ऊपर वाली धातु अपने से नीचे वाली धातु को उसके विलयन से विस्थापित कर सकती है। अतः इस दी गई अभिक्रिया में Fe ने Cu को उसके ही विलयन(CuSO<sub>4</sub>) से विस्थापित कर दिया है।
 
===== उदाहरण - 3 =====
जब सोडियम ब्रोमाइड के विलयन में क्लोरीन गैस प्रवाहित की जाती है, तो क्लोरीन ब्रोमीन का स्थान ले लेती है। चूँकि क्लोरीन ब्रोमीन की तुलना में अधिक प्रतिक्रियाशील है, यह ब्रोमीन को सोडियम ब्रोमाइड के विलयन से विस्थापित कर देता है, और विलयन नीला हो जाता है,और भूरे रंग की ब्रोमीन गैस बाहर निकल जाती है। यदि आप समीकरण पर ध्यान दें, तो आप देख सकते हैं कि Cl और Br ने अपने मूल स्थानों की अदला-बदली कर ली है।
 
<chem> Cl2(aq) + 2NaBr(aq) -> 2NaCl(aq) + Br2(aq)</chem>
 
=== द्विविस्थापन अभिक्रिया ===
द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ तब होती हैं जब दो आयनिक यौगिकों के एक भाग का आदान-प्रदान होता है और दो नए घटक प्राप्त होते हैं। द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती हैं। द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ अधिकतर जलीय विलयन में होती हैं जिनमें पदार्थ का [[वैधुत अपघटनी सेल|वैधुत अपघटन]] आसानी से हो सके और आयनों का आदान-प्रदान भी आसानी से हो सके।
 
===== उदाहरण - 1 =====
<chem>Na2SO4(aq) + BaCl2(aq) -> BaSO4(s) + 2NaCl(aq)</chem>
 
 
Ba<sup>+2</sup> तथा SO<sub>4</sub><sup>-2</sup> की अभिक्रिया से BaSO<sub>4</sub> के अवक्षेप का निर्माण होता है। एक अन्य उत्पाद सोडियम क्लोराइड का भी निर्माण होता है जो विलयन में ही रहता है। वे अभिक्रियाएं जिनमे अभिकारकों के बीच आयनों का आदान प्रदान होता है उन्हें द्विविस्थापन अभिक्रिएं कहते हैं।  
 
== क्रियाकलाप ==
 
* एक परखनली में 3 ml सोडियम सलफेट का विलयन लिया।
* एक दूसरी परखनली में 3 ml बेरियम क्लोराइड लिया।
* दोनों विलयनों को मिला दिया।
* तो देखा कि श्वेत रंग का एक पदार्थ प्राप्त हुआ जो जल में अविलेय है।
* इस अविलेय पदार्थ को [[अवक्षेप]] कहते हैं।
* वह अभिक्रिया जिसमे अवक्षेप का निर्माण होता है उसे [[अवक्षेपण अभिक्रियाएँ|अवक्षेपण अभिक्रिया]] कहते हैं।  
 
== अभ्यास प्रश्न ==
 
* विस्थापन अभिक्रियाएँ क्या हैं समझाइये ?
* विस्थापन अभिक्रिया कितने प्रकार की होती हैं?
* द्विविस्थापन अभिक्रिया को एक उदाहरण द्वारा समझाइए।
* एकल विस्थापन अभिक्रिया को एक उदाहरण द्वारा समझाइए।
* सक्रियता श्रेणी का विस्थापन अभिक्रिया से क्या सम्बन्ध है ?[[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-10]]

Latest revision as of 19:27, 3 August 2023

एक विस्थापन अभिक्रिया वह होती है जिसमें अणु में परमाणु या परमाणुओं का एक समूह दूसरे परमाणु द्वारा विस्थापित होता है। उदाहरण के लिए, जब कॉपर सल्फेट विलयन में आयरन मिलाया जाता है, तो यह कॉपर धातु को विस्थापित कर देता है।

धातुओं के बीच विस्थापन अभिक्रियाएँ

अभिक्रियाशीलता श्रृंखला में ऊपर वाली धातु अपने से नीचे वाली धातु को उसके विलयन से विस्थापित कर सकती है।

इस अभिक्रिया के लिए रासायनिक समीकरण द्वारा दिया गया है:


विस्थापन अभिक्रिया

विस्थापन अभिक्रिया दो प्रकार की होती हैं।

  1. एकल विस्थापन अभिक्रिया
  2. द्विविस्थापन अभिक्रिया

एकल विस्थापन अभिक्रिया

एक एकल विस्थापन अभिक्रिया जिसे एकल प्रतिस्थापन अभिक्रिया भी कहा जाता है, एक प्रकार की ऑक्सीकरण-अपचयन रासायनिक अभिक्रिया होती है जब एक आयन या तत्व एक यौगिक से दूसरे यौगिक में प्रतिस्थापित किया जाता है तो उसे एकल विस्थापन अभिक्रिया कहते हैं।

उदाहरण - 1


अभिक्रियाशीलता श्रृंखला में ऊपर वाली धातु अपने से नीचे वाली धातु को उसके विलयन से विस्थापित कर सकती है। अतः इस दी गई अभिक्रिया में Fe ने Cu को उसके ही विलयन(CuSO4) से विस्थापित कर दिया है।

उदाहरण - 2


अभिक्रियाशीलता श्रृंखला में ऊपर वाली धातु अपने से नीचे वाली धातु को उसके विलयन से विस्थापित कर सकती है। अतः इस दी गई अभिक्रिया में Fe ने Cu को उसके ही विलयन(CuSO4) से विस्थापित कर दिया है।

उदाहरण - 3

जब सोडियम ब्रोमाइड के विलयन में क्लोरीन गैस प्रवाहित की जाती है, तो क्लोरीन ब्रोमीन का स्थान ले लेती है। चूँकि क्लोरीन ब्रोमीन की तुलना में अधिक प्रतिक्रियाशील है, यह ब्रोमीन को सोडियम ब्रोमाइड के विलयन से विस्थापित कर देता है, और विलयन नीला हो जाता है,और भूरे रंग की ब्रोमीन गैस बाहर निकल जाती है। यदि आप समीकरण पर ध्यान दें, तो आप देख सकते हैं कि Cl और Br ने अपने मूल स्थानों की अदला-बदली कर ली है।

द्विविस्थापन अभिक्रिया

द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ तब होती हैं जब दो आयनिक यौगिकों के एक भाग का आदान-प्रदान होता है और दो नए घटक प्राप्त होते हैं। द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती हैं। द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ अधिकतर जलीय विलयन में होती हैं जिनमें पदार्थ का वैधुत अपघटन आसानी से हो सके और आयनों का आदान-प्रदान भी आसानी से हो सके।

उदाहरण - 1


Ba+2 तथा SO4-2 की अभिक्रिया से BaSO4 के अवक्षेप का निर्माण होता है। एक अन्य उत्पाद सोडियम क्लोराइड का भी निर्माण होता है जो विलयन में ही रहता है। वे अभिक्रियाएं जिनमे अभिकारकों के बीच आयनों का आदान प्रदान होता है उन्हें द्विविस्थापन अभिक्रिएं कहते हैं।  

क्रियाकलाप

  • एक परखनली में 3 ml सोडियम सलफेट का विलयन लिया।
  • एक दूसरी परखनली में 3 ml बेरियम क्लोराइड लिया।
  • दोनों विलयनों को मिला दिया।
  • तो देखा कि श्वेत रंग का एक पदार्थ प्राप्त हुआ जो जल में अविलेय है।
  • इस अविलेय पदार्थ को अवक्षेप कहते हैं।
  • वह अभिक्रिया जिसमे अवक्षेप का निर्माण होता है उसे अवक्षेपण अभिक्रिया कहते हैं।  

अभ्यास प्रश्न

  • विस्थापन अभिक्रियाएँ क्या हैं समझाइये ?
  • विस्थापन अभिक्रिया कितने प्रकार की होती हैं?
  • द्विविस्थापन अभिक्रिया को एक उदाहरण द्वारा समझाइए।
  • एकल विस्थापन अभिक्रिया को एक उदाहरण द्वारा समझाइए।
  • सक्रियता श्रेणी का विस्थापन अभिक्रिया से क्या सम्बन्ध है ?