केंद्रक: Difference between revisions
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'''2. केन्द्रकद्रव्य (Nucleoplasm) -''' परमाणु झिल्ली में कोशिका के बाकी हिस्सों के साइटोप्लाज्म की तरह ही स्पष्ट, सजातीय, पारदर्शी, कोलाइडल तरल होता है, जिसे न्यूक्लियोप्लाज्म कहा जाता है।इसमें न्यूक्लियोप्रोटीन, अकार्बनिक और कार्बनिक पदार्थ जैसे न्यूक्लिक एसिड, राइबोस शर्करा, खनिज, एंजाइम और न्यूक्लियोटाइड होते हैं। | '''2. केन्द्रकद्रव्य (Nucleoplasm) -''' परमाणु झिल्ली में कोशिका के बाकी हिस्सों के साइटोप्लाज्म की तरह ही स्पष्ट, सजातीय, पारदर्शी, कोलाइडल तरल होता है, जिसे न्यूक्लियोप्लाज्म कहा जाता है।इसमें न्यूक्लियोप्रोटीन, अकार्बनिक और कार्बनिक पदार्थ जैसे न्यूक्लिक एसिड, राइबोस शर्करा, खनिज, एंजाइम और न्यूक्लियोटाइड होते हैं। | ||
'''3. केन्द्रक जालक (Chromatin network)''' | '''3. केन्द्रक जालक (Chromatin network) -''' न्यूक्लियोप्लाज्म क्रोमोनेमेटा से बना होता है, जिसमें क्रोमैटिन से बने कई कुंडलित धागे होते हैं, जो एक जाल जैसी संरचना बनाते हैं। नाभिकीय जालिका पर सूक्ष्म कण होते हैं, जिन्हें क्रोमेटिन कण कहते हैं। वे कोशिका विभाजन के दौरान ही संघनित होकर गुणसूत्र बनाते हैं।क्रोमोसोम डीएनए और क्रोमेटिन नामक प्रोटीन अणुओं की श्रृंखला के रूप में मौजूद होते हैं। | ||
'''4. केन्द्रिका (Nucleolus)''' | '''4. केन्द्रिका (Nucleolus) -''' न्यूक्लियोलस कोशिका के केंद्रक में पाई जाने वाली एक छोटी गोलाकार संरचना है जिसका कार्य कोशिका के राइबोसोम का उत्पादन और संयोजन करना है।कोशिका विभाजन के दौरान न्यूक्लियोलस गायब हो जाता है और कोशिका विभाजन पूरा होने के बाद प्रकट होता है। |
Revision as of 13:37, 27 August 2023
केन्द्रक एक गोलाकार आकार का, झिल्ली से घिरा अंग है जो प्रत्येक यूकेरियोटिक कोशिका में मौजूद होता है जिसमें क्रोमोसोम होते हैं।केन्द्रक सभी कोशिकाओं का नियंत्रण केंद्र है और जीन और जीन अभिव्यक्ति के समन्वय को नियंत्रित करता है।यह चयापचय, वृद्धि और प्रजनन जैसी सेलुलर गतिविधियों के लिए जिम्मेदार है।
केंद्रक की संरचना
केन्द्रक एक दोहरी झिल्ली वाला अंग है। इसके मुख्य घटक हैं-
1.केन्द्रक कला/परमाणु आवरण (Nuclear membrane)-केन्द्रक झिल्ली केन्द्रक को चारों ओर से घेरे रहती है। यह एक बिलिपिड परत है।यह केंद्रक के अंदर पदार्थों के प्रवेश और निकास को विनियमित करने में मदद करता है। परमाणु आवरण में परमाणु छिद्र होते हैं जो न्यूक्लियोप्लाज्म और साइटोप्लाज्म के बीच अणुओं की गति को नियंत्रित करते हैं।यह केन्द्रक के पदार्थ को कोशिकीय साइटोप्लाज्म से अलग करता है और केवल चयनित अणुओं को ही प्रवेश की अनुमति देता है।परमाणु आवरण एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम से जुड़ा होता है।
2. केन्द्रकद्रव्य (Nucleoplasm) - परमाणु झिल्ली में कोशिका के बाकी हिस्सों के साइटोप्लाज्म की तरह ही स्पष्ट, सजातीय, पारदर्शी, कोलाइडल तरल होता है, जिसे न्यूक्लियोप्लाज्म कहा जाता है।इसमें न्यूक्लियोप्रोटीन, अकार्बनिक और कार्बनिक पदार्थ जैसे न्यूक्लिक एसिड, राइबोस शर्करा, खनिज, एंजाइम और न्यूक्लियोटाइड होते हैं।
3. केन्द्रक जालक (Chromatin network) - न्यूक्लियोप्लाज्म क्रोमोनेमेटा से बना होता है, जिसमें क्रोमैटिन से बने कई कुंडलित धागे होते हैं, जो एक जाल जैसी संरचना बनाते हैं। नाभिकीय जालिका पर सूक्ष्म कण होते हैं, जिन्हें क्रोमेटिन कण कहते हैं। वे कोशिका विभाजन के दौरान ही संघनित होकर गुणसूत्र बनाते हैं।क्रोमोसोम डीएनए और क्रोमेटिन नामक प्रोटीन अणुओं की श्रृंखला के रूप में मौजूद होते हैं।
4. केन्द्रिका (Nucleolus) - न्यूक्लियोलस कोशिका के केंद्रक में पाई जाने वाली एक छोटी गोलाकार संरचना है जिसका कार्य कोशिका के राइबोसोम का उत्पादन और संयोजन करना है।कोशिका विभाजन के दौरान न्यूक्लियोलस गायब हो जाता है और कोशिका विभाजन पूरा होने के बाद प्रकट होता है।