पारिस्थितिक: Difference between revisions
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पारिस्थितिकी जीवों और उनके आसपास के भौतिक वातावरण के साथ उनकी अंतःक्रिया का अध्ययन है।इसका अध्ययन विभिन्न स्तरों पर किया जा सकता है, जैसे जीव, जनसंख्या, समुदाय, जीवमंडल और पारिस्थितिकी तंत्र। | पारिस्थितिकी जीवों और उनके आसपास के भौतिक वातावरण के साथ उनकी अंतःक्रिया का अध्ययन है।इसका अध्ययन विभिन्न स्तरों पर किया जा सकता है, जैसे जीव, जनसंख्या, समुदाय, जीवमंडल और पारिस्थितिकी तंत्र। | ||
== पारिस्थितिकी के प्रकार == | |||
पारिस्थितिकी दो प्रकार की होती है-ऑटोइकोलॉजी और सिनेकोलॉजी। | |||
ऑटोइकोलॉजी का अध्ययन वहां किया जाता है जहां केवल एक प्रजाति का अध्ययन शामिल होता है। | |||
सिन्कोलॉजी स्थानिक और लौकिक स्तरों पर समुदाय के अध्ययन से संबंधित है। | |||
== पारिस्थितिकी का महत्व == | |||
पारिस्थितिकी मानव कल्याण और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।पारिस्थितिकी हमें बदलती जलवायु में जैव विविधता को बनाए रखने के विभिन्न तरीकों को समझने में मदद करती है।पारिस्थितिकी का अध्ययन करके हम पर्यावरण और उसके संसाधनों के महत्व को सीखते हैं, जिनका उपयोग आज जीवों द्वारा कुशलतापूर्वक किया जा सकता है ताकि उनका उपयोग भविष्य की पीढ़ियों द्वारा भी किया जा सके। |
Revision as of 21:47, 29 August 2023
पारिस्थितिकी जीवों और उनके आसपास के भौतिक वातावरण के साथ उनकी अंतःक्रिया का अध्ययन है।इसका अध्ययन विभिन्न स्तरों पर किया जा सकता है, जैसे जीव, जनसंख्या, समुदाय, जीवमंडल और पारिस्थितिकी तंत्र।
पारिस्थितिकी के प्रकार
पारिस्थितिकी दो प्रकार की होती है-ऑटोइकोलॉजी और सिनेकोलॉजी।
ऑटोइकोलॉजी का अध्ययन वहां किया जाता है जहां केवल एक प्रजाति का अध्ययन शामिल होता है।
सिन्कोलॉजी स्थानिक और लौकिक स्तरों पर समुदाय के अध्ययन से संबंधित है।
पारिस्थितिकी का महत्व
पारिस्थितिकी मानव कल्याण और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।पारिस्थितिकी हमें बदलती जलवायु में जैव विविधता को बनाए रखने के विभिन्न तरीकों को समझने में मदद करती है।पारिस्थितिकी का अध्ययन करके हम पर्यावरण और उसके संसाधनों के महत्व को सीखते हैं, जिनका उपयोग आज जीवों द्वारा कुशलतापूर्वक किया जा सकता है ताकि उनका उपयोग भविष्य की पीढ़ियों द्वारा भी किया जा सके।