ताप अपघटन: Difference between revisions

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<chem>C12H26 ->[973K, Pt/Pd/Ni] C7H16 + C5H10</chem>
<chem>C12H26 ->[973K, Pt/Pd/Ni] C7H16 + C5H10</chem>
===भाप के साथ अभिक्रिया===
मेथेन की भाप के साथ निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म करने पर कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है।
<chem>CH4 + H2O ->[Ni] CO + 3H2</chem>
===नियंत्रित ऑक्सीकरण===
वायु की उपस्थित तथा उच्च दाब पर उपयुक्त उत्प्रेरक की उपस्थित में एल्केन को गर्म करने पर ऑक्सीकारक उत्पाद प्राप्त होता है।
<chem>2CH4 + O2->[Cu] 2CH3OH</chem>
===दहन===
एल्केन में वायु तथा डाइऑक्सीजन की उपस्थित में गर्म करने पर पूर्णतः ऑक्सीकृत करने पर कार्बन डाइऑक्साइड और जल बनाते हैं और बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा निकलती है।
<chem>CH4(g) + 2O2(g) -> CO2(g) + 2H2O(l)</chem>
-△<sub>c</sub>H<sup>-</sup> = - 890 k jmol<sup>-1</sup>

Revision as of 13:01, 5 October 2023

उच्च एल्केन उच्च ताप पर गर्म करने पर एल्केनों या एल्कीनों में अपघटित हो जाता है। इसे ताप अपघटन या भंजन भी कहते हैं।

निम्नतर एल्केनों या एल्कीनों में अपघटित हो जाती है यह प्रक्रिया ऊष्मा द्वारा होती है इस कारण इस प्रकार की अपघटनी प्रक्रिया को ताप अपघटन या भंजन कहते हैं। यह एक मुक्त मूलक अभिक्रिया है अर्थात बनने वाला उत्पाद एक मुक्त मूलक द्वारा प्राप्त होता है। पेट्रोल या केरोसिन तेल से प्राप्त तेल गैस या पेट्रोल गैस भी भंजन के द्वारा ही प्राप्त होती है।

उदाहरण

डोड़ेकेन एक किरोसिन तेल का घटक है जब डोड़ेकेन को पर प्लेटिनम, पैलेडियम या निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म किया जाता है तो हेप्टेन तथा पेंटीन का मिश्रण प्राप्त होता है।  

भाप के साथ अभिक्रिया

मेथेन की भाप के साथ निकिल उत्प्रेरक की उपस्थित में गर्म करने पर कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है।

नियंत्रित ऑक्सीकरण

वायु की उपस्थित तथा उच्च दाब पर उपयुक्त उत्प्रेरक की उपस्थित में एल्केन को गर्म करने पर ऑक्सीकारक उत्पाद प्राप्त होता है।

दहन

एल्केन में वायु तथा डाइऑक्सीजन की उपस्थित में गर्म करने पर पूर्णतः ऑक्सीकृत करने पर कार्बन डाइऑक्साइड और जल बनाते हैं और बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा निकलती है।

-△cH- = - 890 k jmol-1