रेडियोएक्टिव क्षयता नियम: Difference between revisions
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Revision as of 17:08, 20 October 2023
Radioactive law
रेडियोधर्मी क्षय नियम, जिसे अक्सर रेडियोधर्मी क्षय समीकरण के रूप में व्यक्त किया जाता है, बताता है कि समय के साथ किसी पदार्थ के रेडियोधर्मी नाभिकों की संख्या कैसे घटती है। यह परमाणु भौतिकी और रेडियोमेट्रिक डेटिंग में एक मौलिक अवधारणा है।
रेडियोधर्मी क्षय कानून कैसे काम करता है
- रेडियोधर्मी पदार्थों में अस्थिर नाभिक होते हैं जो विकिरण उत्सर्जित करके स्वचालित रूप से अधिक स्थिर नाभिक में परिवर्तित हो जाते हैं।
- रेडियोधर्मी नाभिक के क्षय की दर एक निश्चित समय में मौजूद रेडियोधर्मी नाभिक की संख्या के समानुपाती होती है।
- कानून मानता है कि क्षय की संभावना समय के साथ स्थिर रहती है, जो कई आइसोटोप के लिए एक उचित अनुमान है।
गणितीय समीकरण
रेडियोधर्मी क्षय नियम को निम्नलिखित समीकरण का उपयोग करके गणितीय रूप से व्यक्त किया जा सकता है: