लुकास परीक्षण: Difference between revisions
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ल्यूकास परीक्षण द्वारा प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक ऐल्कोहॉलों में विभेद किया जाता है यह विभेद करने कीअत्यन्त सरल विधि है। यह भिन्न-भिन्न ऐल्कोहॉलों की ल्यूकास अभिकर्मक के साथ भिन्न-भिन्न गति से अभिक्रिया करने पर आधारित है। | |||
=== ल्यूकास अभिकर्मक === | |||
ल्यूकास अभिकर्मक सान्द्र HCl + निर्जल ZnCl<sub>2</sub> के मिश्रण को कहते हैं। | |||
===== तृतीयक ऐल्कोहॉल ===== | |||
कमरे के ताप पर तृतीयक ऐल्कोहॉल ल्यूकास अभिकर्मक के साथ तुरंत धुंधलापन उत्पन्न करते हैं। जिसमे निम्न अभिक्रिया होती है: | |||
<chem>ROH + HCl->[ZnCl2] RCl + H2</chem> | |||
==== द्वितीयक ऐल्कोहॉल ==== | |||
कमरे के ताप पर द्वितीयक ऐल्कोहॉल ल्यूकास अभिकर्मक के साथ 5-10 मिनट बाद धुंधलापन उत्पन्न करते हैं। | |||
<chem>ROH + HCl->[ZnCl2] RCl + H2</chem> | |||
==== प्राथमिक ऐल्कोहॉल ==== | |||
कमरे के ताप पर प्राथमिक ऐल्कोहॉल ल्यूकास अभिकर्मक के साथ धुंधलापन उत्पन्न नहीं करते हैं, अतः विलयन पारदर्शक होता है। | |||
<chem>ROH + HCl->[ZnCl2] No Reaction</chem> |
Revision as of 09:21, 7 December 2023
ल्यूकास परीक्षण द्वारा प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक ऐल्कोहॉलों में विभेद किया जाता है यह विभेद करने कीअत्यन्त सरल विधि है। यह भिन्न-भिन्न ऐल्कोहॉलों की ल्यूकास अभिकर्मक के साथ भिन्न-भिन्न गति से अभिक्रिया करने पर आधारित है।
ल्यूकास अभिकर्मक
ल्यूकास अभिकर्मक सान्द्र HCl + निर्जल ZnCl2 के मिश्रण को कहते हैं।
तृतीयक ऐल्कोहॉल
कमरे के ताप पर तृतीयक ऐल्कोहॉल ल्यूकास अभिकर्मक के साथ तुरंत धुंधलापन उत्पन्न करते हैं। जिसमे निम्न अभिक्रिया होती है:
द्वितीयक ऐल्कोहॉल
कमरे के ताप पर द्वितीयक ऐल्कोहॉल ल्यूकास अभिकर्मक के साथ 5-10 मिनट बाद धुंधलापन उत्पन्न करते हैं।
प्राथमिक ऐल्कोहॉल
कमरे के ताप पर प्राथमिक ऐल्कोहॉल ल्यूकास अभिकर्मक के साथ धुंधलापन उत्पन्न नहीं करते हैं, अतः विलयन पारदर्शक होता है।