आनुवंशिक विविधता: Difference between revisions
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आनुवंशिक विविधता वह जैविक भिन्नता है जो किसी भी पारिस्थितिकी तंत्र में प्रजातियों के भीतर होती है। जब पर्यावरण बदल रहा हो तो यह प्रजातियों को अनुकूलन करने में मदद करता है। तीव्र पर्यावरणीय परिवर्तन के तहत आनुवंशिक विविधता होती है।यह आनुवंशिक परिवर्तनशीलता किसी भी पौधे या पशु प्रजाति के सदस्यों के बीच होती है।यह जीन-आधारित विविधता है और किसी भी आबादी के लिए बदलते परिवेश के अनुकूल ढलने का एक तरीका है। | |||
आनुवंशिक विविधता वंशानुक्रम की प्रक्रिया में आनुवंशिक सामग्री के पुनर्संयोजन के कारण होती है।माता-पिता के जीनों के संयोजन से लैंगिक प्रजनन के कारण आनुवंशिक विविधता अस्तित्व में आती है।जीनों का उत्परिवर्तन, आनुवंशिक बहाव और जीन प्रवाह आनुवंशिक विविधता के लिए जिम्मेदार सामान्य कारक हैं। |
Revision as of 22:35, 12 December 2023
आनुवंशिक विविधता वह जैविक भिन्नता है जो किसी भी पारिस्थितिकी तंत्र में प्रजातियों के भीतर होती है। जब पर्यावरण बदल रहा हो तो यह प्रजातियों को अनुकूलन करने में मदद करता है। तीव्र पर्यावरणीय परिवर्तन के तहत आनुवंशिक विविधता होती है।यह आनुवंशिक परिवर्तनशीलता किसी भी पौधे या पशु प्रजाति के सदस्यों के बीच होती है।यह जीन-आधारित विविधता है और किसी भी आबादी के लिए बदलते परिवेश के अनुकूल ढलने का एक तरीका है।
आनुवंशिक विविधता वंशानुक्रम की प्रक्रिया में आनुवंशिक सामग्री के पुनर्संयोजन के कारण होती है।माता-पिता के जीनों के संयोजन से लैंगिक प्रजनन के कारण आनुवंशिक विविधता अस्तित्व में आती है।जीनों का उत्परिवर्तन, आनुवंशिक बहाव और जीन प्रवाह आनुवंशिक विविधता के लिए जिम्मेदार सामान्य कारक हैं।