अभिकर्मक: Difference between revisions

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अभिकर्मक यौगिक या मिश्रण दोनों हो सकते हैं। कार्बनिक रसायन विज्ञान में, अधिकांश छोटे कार्बनिक अणु या अकार्बनिक यौगिक अभिकर्मक होते हैं। अभिकर्मकों के उदाहरणों में ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक, टॉलेंस अभिकर्मक, फेहलिंग अभिकर्मक, कोलिन्स अभिकर्मक और फेंटन अभिकर्मक सम्मिलित हैं।
== अभिकर्मक के प्रकार ==
अभिकर्मक दो प्रकार का होता है।
1. इलेक्ट्रोन स्नेही (electrophilic)
2. नाभिक स्नेही (nucleophilic)
=== इलेक्ट्रोन स्नेही ===
वह अभिकर्मक जिसमें इलेक्ट्रॉन की कमी होती है तथा इनमे इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रवृति होती है, इलेक्ट्रॉन स्नेही अभिकर्मक कहलाते हैं। सभी धनावेशित अभिकर्मक तथा कुछ इलेक्ट्रॉन न्यून यौगिक (AlCl<sub>3</sub>, BF<sub>3</sub> , FeCl<sub>3</sub>) इलेक्ट्रान स्नेही अभिकर्मक की भांति व्यवहार करते है।ये अभिकर्मक रासायनिक अभिक्रिया में उस स्थान पर आक्रमण करते है जहाँ इलेक्ट्रॉन घनत्व अधिकतम होता है इन्हें ‘E<sup>+</sup>‘ से व्यक्त करते है।
=== नाभिक स्नेही ===
वे अभिकर्मक जिनमें इलेक्ट्रॉन की अधिकता होती है , नाभिक स्नेही अभिकर्मक कहलाते है। सभी ऋणावेशित अभिकर्मक तथा कुछ एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म युक्त यौगिक नाभिक स्नेही अभिकर्मक की भाँती व्यवहार करते है। ये अभिकर्मक रासायनिक अभिक्रिया में उस स्थान पर आक्रमण करते है जहाँ पर इलेक्ट्रॉन की कमी होती है , इन्हें Nu<sup>–</sup> से व्यक्त करते है।

Revision as of 12:59, 30 January 2024

अभिकर्मक यौगिक या मिश्रण दोनों हो सकते हैं। कार्बनिक रसायन विज्ञान में, अधिकांश छोटे कार्बनिक अणु या अकार्बनिक यौगिक अभिकर्मक होते हैं। अभिकर्मकों के उदाहरणों में ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक, टॉलेंस अभिकर्मक, फेहलिंग अभिकर्मक, कोलिन्स अभिकर्मक और फेंटन अभिकर्मक सम्मिलित हैं।

अभिकर्मक के प्रकार

अभिकर्मक दो प्रकार का होता है।

1. इलेक्ट्रोन स्नेही (electrophilic)

2. नाभिक स्नेही (nucleophilic)

इलेक्ट्रोन स्नेही

वह अभिकर्मक जिसमें इलेक्ट्रॉन की कमी होती है तथा इनमे इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रवृति होती है, इलेक्ट्रॉन स्नेही अभिकर्मक कहलाते हैं। सभी धनावेशित अभिकर्मक तथा कुछ इलेक्ट्रॉन न्यून यौगिक (AlCl3, BF3 , FeCl3) इलेक्ट्रान स्नेही अभिकर्मक की भांति व्यवहार करते है।ये अभिकर्मक रासायनिक अभिक्रिया में उस स्थान पर आक्रमण करते है जहाँ इलेक्ट्रॉन घनत्व अधिकतम होता है इन्हें ‘E+‘ से व्यक्त करते है।

नाभिक स्नेही

वे अभिकर्मक जिनमें इलेक्ट्रॉन की अधिकता होती है , नाभिक स्नेही अभिकर्मक कहलाते है। सभी ऋणावेशित अभिकर्मक तथा कुछ एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म युक्त यौगिक नाभिक स्नेही अभिकर्मक की भाँती व्यवहार करते है। ये अभिकर्मक रासायनिक अभिक्रिया में उस स्थान पर आक्रमण करते है जहाँ पर इलेक्ट्रॉन की कमी होती है , इन्हें Nu से व्यक्त करते है।