घूर्णन (घूर्णी): Difference between revisions
Listen
No edit summary |
No edit summary |
||
(One intermediate revision by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
Rotation | Rotation | ||
घूर्णन एक निश्चित अक्ष के चारों ओर किसी वस्तु की गोलाकार या कताई गति को संदर्भित करता है। घूर्णी गति में, एक वस्तु एक बिंदु या अक्ष | घूर्णन एक निश्चित अक्ष के चारों ओर किसी वस्तु की गोलाकार या कताई गति को संदर्भित करता है। घूर्णी गति में, एक वस्तु एक बिंदु या अक्ष को आधार बना कर घूमती है या केंद्रबिंदु (पिवट) बनती है, जिसके परिणामस्वरूप इसके अभिविन्यास या कोणीय स्थिति में परिवर्तन होता है। | ||
== प्रमुख अवधारणाओं == | == प्रमुख अवधारणाओं == | ||
Line 10: | Line 10: | ||
===== कोणीय विस्थापन ===== | ===== कोणीय विस्थापन ===== | ||
किसी वस्तु के घूमने पर कोणीय स्थिति में परिवर्तन। इसे | किसी वस्तु के घूमने पर कोणीय स्थिति में परिवर्तन। प्रायः इसे रेडियन या डिग्री में मापा जाता है। | ||
===== कोणीय वेग ===== | ===== कोणीय वेग ===== | ||
Line 16: | Line 16: | ||
===== कोणीय त्वरण ===== | ===== कोणीय त्वरण ===== | ||
वह दर जिस पर किसी वस्तु का कोणीय वेग समय के साथ बदलता है। यह दर्शाता है कि वस्तु का घूर्णन कितनी | [[File:Rotating Sphere.gif|thumb|एक अक्ष के चारों ओर घूर्णन करने वाला (घूमने वाला) गोला]] | ||
वह दर जिस पर किसी वस्तु का कोणीय वेग समय के साथ बदलता है। यह दर्शाता है कि वस्तु का घूर्णन कितनी तीव्रता से बढ़ अथवा घट रहा है । | |||
===== जड़त्व आघूर्ण ===== | ===== जड़त्व आघूर्ण ===== |
Latest revision as of 11:16, 9 March 2024
Rotation
घूर्णन एक निश्चित अक्ष के चारों ओर किसी वस्तु की गोलाकार या कताई गति को संदर्भित करता है। घूर्णी गति में, एक वस्तु एक बिंदु या अक्ष को आधार बना कर घूमती है या केंद्रबिंदु (पिवट) बनती है, जिसके परिणामस्वरूप इसके अभिविन्यास या कोणीय स्थिति में परिवर्तन होता है।
प्रमुख अवधारणाओं
घूर्णन से संबंधित प्रमुख अवधारणाओं में शामिल हैं:
घूर्णन की धुरी
निश्चित रेखा या बिंदु जिसके बारे में कोई वस्तु घूमती है। वस्तु पर सभी बिंदु इस अक्ष के चारों ओर मंडलियों या चापों में घूमते हैं।
कोणीय विस्थापन
किसी वस्तु के घूमने पर कोणीय स्थिति में परिवर्तन। प्रायः इसे रेडियन या डिग्री में मापा जाता है।
कोणीय वेग
वह दर जिस पर कोई वस्तु समय के साथ अपनी कोणीय स्थिति को घुमाती या बदलती है। इसे प्रति इकाई समय में कोणीय विस्थापन में परिवर्तन के रूप में परिभाषित किया गया है।
कोणीय त्वरण
वह दर जिस पर किसी वस्तु का कोणीय वेग समय के साथ बदलता है। यह दर्शाता है कि वस्तु का घूर्णन कितनी तीव्रता से बढ़ अथवा घट रहा है ।
जड़त्व आघूर्ण
किसी वस्तु का वह गुण जो घूर्णन में परिवर्तन के प्रति उसके प्रतिरोध की मात्रा निर्धारित करता है। यह वस्तु के द्रव्यमान वितरण और आकार पर निर्भर करता है।
बल आघूर्ण
बल का घूर्णी तुल्यांक। यह घूर्णी गति उत्पादित करने के लिए एक बल की प्रवृत्ति का माप है और इसकी गणना बल और घूर्णन की धुरी से बल की क्रिया सीमा तक लंबवत दूरी के गुणनफल रूप में की जाती है।
केन्द्रापसारक बल
वह बल जो किसी वस्तु को घूर्णी गति में रखते हुए एक वृत्ताकार पथ के केंद्र की ओर कार्य करता है। घूर्णन के मामले में, वस्तु के वृत्ताकार पथ को बनाए रखने के लिए इस बल की आवश्यकता होती है।
संक्षेप में
भौतिकी, इंजीनियरिंग और यांत्रिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में घूर्णनको समझना आवश्यक है। यह घूमती हुई वस्तुओं की गति का विश्लेषण करने, मशीनरी डिजाइन करने, और ग्रहों की गति, जाइरोस्कोप और घूमने वाली वस्तुओं के व्यवहार जैसी घटनाओं का अध्ययन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।