सेलुलोज: Difference between revisions
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ग्लूकोज़ या द्राक्ष शर्करा सबसे सरल कार्बोहाइड्रेट है। यह जल में घुलनशील होता है तथा इसका रासायनिक सूत्र C₆H₁₂O₆ है। यह स्वाद में मीठा होता है तथा सजीवों की कोशिकाओं के लिए ऊर्जा का सर्व प्रमुख स्रोत है।सेलुलोस एक कार्बनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र (C<sub>6</sub>H<sub>10</sub>O<sub>5</sub>)<sub>n</sub> है। यह एक बहुशर्करा (पॉलीसैक्कराइड शर्करा) है जिसमें एक ही प्रकार का अणु लगातार जुड़ने से एक हजारों अणुओं वाला बहुलक बन जाता है। बहुत सारे हरे पौधों की कोशिका भित्तियाँ सेलुलोस की ही बनी होतीं हैं और जीव-जगत में इसका बहुत महत्व है। कपास के रेशों का 90% हिस्सा सेलुलोस होता है। सेलुलोस वस्तुत: तीन प्रकार का होता है; ऐल्फा सेलुलोस, बीटा सेलुलोस तथा गामा सेलुलोस। रूई से प्राप्त शुद्ध सेलुलोस में प्राय: 99 प्रतिशत ऐल्फा सेलुलोस रहता है। इसे प्राप्त करने के लिए रूई को 130 से. 180 सें. पर सोडियम हाइड्राक्साइड के 2 से 5 प्रतिशत विलयन के दाब में उपचारित करते, फिर विरंजित करते और अंत में धोकर सफाई करते हैं। | |||
== मनुष्य में सेल्युलोज का पाचन == | |||
सेलूलोज़ एक फाइबर है जो मानव पाचन तंत्र द्वारा पचने योग्य नहीं है। हालाँकि, यह आंत्र पथ के सुचारू कामकाज में मदद करता है। सेलूलोज़ में बीटा एसीटल लिंकेज उपस्थिति होता है जो इसे स्टार्च से अलग बनाती है और इसकी पाचनशक्ति में एक निर्णायक कारक है। इसके अलावा, यह पौधों के खाद्य पदार्थों से मानव आहार का एक प्रमुख हिस्सा बनता है। |
Revision as of 11:06, 15 April 2024
ग्लूकोज़ या द्राक्ष शर्करा सबसे सरल कार्बोहाइड्रेट है। यह जल में घुलनशील होता है तथा इसका रासायनिक सूत्र C₆H₁₂O₆ है। यह स्वाद में मीठा होता है तथा सजीवों की कोशिकाओं के लिए ऊर्जा का सर्व प्रमुख स्रोत है।सेलुलोस एक कार्बनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र (C6H10O5)n है। यह एक बहुशर्करा (पॉलीसैक्कराइड शर्करा) है जिसमें एक ही प्रकार का अणु लगातार जुड़ने से एक हजारों अणुओं वाला बहुलक बन जाता है। बहुत सारे हरे पौधों की कोशिका भित्तियाँ सेलुलोस की ही बनी होतीं हैं और जीव-जगत में इसका बहुत महत्व है। कपास के रेशों का 90% हिस्सा सेलुलोस होता है। सेलुलोस वस्तुत: तीन प्रकार का होता है; ऐल्फा सेलुलोस, बीटा सेलुलोस तथा गामा सेलुलोस। रूई से प्राप्त शुद्ध सेलुलोस में प्राय: 99 प्रतिशत ऐल्फा सेलुलोस रहता है। इसे प्राप्त करने के लिए रूई को 130 से. 180 सें. पर सोडियम हाइड्राक्साइड के 2 से 5 प्रतिशत विलयन के दाब में उपचारित करते, फिर विरंजित करते और अंत में धोकर सफाई करते हैं।
मनुष्य में सेल्युलोज का पाचन
सेलूलोज़ एक फाइबर है जो मानव पाचन तंत्र द्वारा पचने योग्य नहीं है। हालाँकि, यह आंत्र पथ के सुचारू कामकाज में मदद करता है। सेलूलोज़ में बीटा एसीटल लिंकेज उपस्थिति होता है जो इसे स्टार्च से अलग बनाती है और इसकी पाचनशक्ति में एक निर्णायक कारक है। इसके अलावा, यह पौधों के खाद्य पदार्थों से मानव आहार का एक प्रमुख हिस्सा बनता है।