अंतर्जनन: Difference between revisions

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अंतर्जनन उन व्यक्तियों या जीवों के संभोग या प्रजनन से संतान का उत्पादन है जो आनुवंशिक रूप से संबंधित हैं। सादृश्य से, इस शब्द का उपयोग मानव प्रजनन में किया जाता है, लेकिन अधिक सामान्यतः आनुवंशिक विकारों और अन्य परिणामों को संदर्भित करता है जो अनाचारपूर्ण यौन संबंधों और रक्तसंबंध के परिणामस्वरूप हानिकारक अप्रभावी लक्षणों की अभिव्यक्ति से उत्पन्न हो सकते हैं।  
अंतर्जनन उन व्यक्तियों या जीवों के संभोग या प्रजनन से संतान का उत्पादन है जो आनुवंशिक रूप से संबंधित हैं। जिसे '''''अंतःप्रजनन''''' भी कहा जाता है। सादृश्य से, इस शब्द का उपयोग मानव प्रजनन में किया जाता है, लेकिन अधिक सामान्यतः आनुवंशिक विकारों और अन्य परिणामों को संदर्भित करता है जो अनाचारपूर्ण यौन संबंधों और रक्तसंबंध के परिणामस्वरूप हानिकारक अप्रभावी लक्षणों की अभिव्यक्ति से उत्पन्न हो सकते हैं।  


जब प्रजनन एक ही नस्ल के जानवरों के बीच 4-6 पीढ़ियों तक होता है, तो इसे '''''अंतःप्रजनन''''' कहा जाता है। आनुवंशिक रूप से समान जीवो के बीच जब प्रजनन होता है तो उसे अंतः प्रजनन कहते है।
जब प्रजनन एक ही नस्ल के जानवरों के बीच 4-6 पीढ़ियों तक होता है, तो इसे '''''अंतःप्रजनन''''' कहा जाता है। आनुवंशिक रूप से समान जीवो के बीच जब प्रजनन होता है तो उसे अंतः प्रजनन कहते है।

Revision as of 21:24, 29 April 2024

अंतर्जनन उन व्यक्तियों या जीवों के संभोग या प्रजनन से संतान का उत्पादन है जो आनुवंशिक रूप से संबंधित हैं। जिसे अंतःप्रजनन भी कहा जाता है। सादृश्य से, इस शब्द का उपयोग मानव प्रजनन में किया जाता है, लेकिन अधिक सामान्यतः आनुवंशिक विकारों और अन्य परिणामों को संदर्भित करता है जो अनाचारपूर्ण यौन संबंधों और रक्तसंबंध के परिणामस्वरूप हानिकारक अप्रभावी लक्षणों की अभिव्यक्ति से उत्पन्न हो सकते हैं।

जब प्रजनन एक ही नस्ल के जानवरों के बीच 4-6 पीढ़ियों तक होता है, तो इसे अंतःप्रजनन कहा जाता है। आनुवंशिक रूप से समान जीवो के बीच जब प्रजनन होता है तो उसे अंतः प्रजनन कहते है।

  • अन्तः प्रजनन से समयुग्मजता बनी रहती है जिससे आबादी में शुद्ध रूप में जंतु का चयन किया जा सकता है।
  • यह अच्छे जीन्स में बढ़ोतरी तथा कमजोर जीन्स की कमी में सहायक होता है।
  • यह अन्तः प्रजनकों की आबादी को बढ़ाता है।
  • चयन के द्वारा अयोग्य जीन्स की छँटनी हो जाती है।

लाभ

i) किसी जानवर में शुद्ध वंशावली विकसित करने के लिए अंतःप्रजनन आवश्यक है।

ii) यह बेहतर जीन के संचय और कम वांछनीय जीन को खत्म करने में मदद करता है।

इसके लिए निम्नांकित कार्यनीति अपनाई जाती है:

  • एक ही नस्ल से उत्तम किस्म के नर तथा मादा का चयन।
  • संतति का मूल्यांकन तथा श्रेष्ठ नर तथा मादा का चयन।
  • चयनित नर तथा मादा का संगम।