तत्वों का वर्गीकरण क्यों आवश्यक है: Difference between revisions

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[[Category:तत्वों का वर्गीकरण एवं गुणधर्मों में आवर्तिता]]
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तत्व किसी भी पदार्थ की मूल इकाई है। सन 1800 में केवल 31 तत्व ही ज्ञात थे। इसके बाद सन 1865 तक 63 तत्वों की जानकारी हो गई थी। अब हमे 114 तत्व ज्ञात हैं। इतने सारे तत्वों और यौगिकों के बारे में जानकारी ज्ञात करना आसान नहीं है।  तत्वों के बारे में जानकारी करने के लिए वैज्ञानिकों ने वर्गीकरण का सहारा लिया। आवर्त सरणी में लगभग 118 तत्व ज्ञात हैं और हमें उन सभी का अध्ययन करने की आवश्यकता है। लेकिन, प्रत्येक तत्व के सभी भौतिक और रासायनिक गुणों को समझनाआसान है, इसलिए हमें उन्हें कुछ समान विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत करने की आवश्यकता है ताकि, यदि हम वर्ग के एक तत्व का अध्ययन करते हैं तो हम दूसरों के गुणों को भी आसानी से समझ सकेंगे। एक ही प्रकार के तत्वों को एक ही वर्ग में व्यवस्थित करने से तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणों की तुलना करना आसान हो जायेगा अतः के तत्वों के लिए वर्गीकरण आवश्यक है।
[[तत्व]] किसी भी [[पदार्थ]] की मूल इकाई है। सन 1800 में केवल 31 तत्व ही ज्ञात थे। इसके बाद सन 1865 तक 63 तत्वों की जानकारी हो गई थी। अब हमे 114 तत्व ज्ञात हैं। इतने सारे तत्वों और यौगिकों के बारे में जानकारी ज्ञात करना आसान नहीं है। तत्वों के बारे में जानकारी करने के लिए वैज्ञानिकों ने वर्गीकरण का सहारा लिया। आवर्त सरणी में लगभग 118 तत्व ज्ञात हैं और हमें उन सभी का अध्ययन करने की आवश्यकता है। लेकिन, प्रत्येक तत्व के सभी भौतिक और रासायनिक गुणों को समझना आसान है, इसलिए हमें उन्हें कुछ समान विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत करने की आवश्यकता है ताकि, यदि हम वर्ग के एक तत्व का अध्ययन करते हैं तो हम दूसरों के गुणों को भी आसानी से समझ सकेंगे। एक ही प्रकार के तत्वों को एक ही वर्ग में व्यवस्थित करने से तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणों की तुलना करना आसान हो जायेगा अतः के तत्वों के लिए वर्गीकरण आवश्यक है।


==== वर्गीकरण का आधार ====
==== वर्गीकरण का आधार ====
तत्वों को उनके गुणों में समानता के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, ताकि उनके बारे में व्यवस्थित अध्ययन किया जा सके।
तत्वों को उनके गुणों में समानता के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, ताकि उनके बारे में व्यवस्थित अध्ययन किया जा सके।


''आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है। जैसा कि हम जानते हैं, तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुण परमाणु क्रमांक के आवर्ती फलन होते हैं।''
''आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है। जैसा कि हम जानते हैं, तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुण [[परमाणु क्रमांक]] के आवर्ती फलन होते हैं।''


== आवर्त सारणी में तत्वों के वर्गीकरण के लाभ ==
== आवर्त सारणी में तत्वों के वर्गीकरण के लाभ ==
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* वर्गीकरण हमें तत्वों और उनके यौगिकों के गुणों का अधिक व्यवस्थित और क्रमबद्ध रूप से विश्लेषण करने में सहायता करता है।
* वर्गीकरण हमें तत्वों और उनके यौगिकों के गुणों का अधिक व्यवस्थित और क्रमबद्ध रूप से विश्लेषण करने में सहायता करता है।
* यह रसायनज्ञों को आवर्त सारणी में उनकी स्थिति के आधार पर तत्वों और उनके यौगिकों के गुणों की भविष्यवाणी करने में सक्षम बनाता है।
* यह रसायनज्ञों को आवर्त सारणी में उनकी स्थिति के आधार पर तत्वों और उनके यौगिकों के गुणों की भविष्यवाणी करने में सक्षम बनाता है।
== अभ्यास प्रश्न ==
* तत्वों के वर्गीकरण की आवश्यकता क्यों है?
* अभी तत्व कितने तत्व ज्ञात हैं।
* आवर्त सारणी में तत्वों की स्थित किस प्रकार निर्धारित की जाती है ?
* [[आवर्त सारणी की उत्पत्ति|आवर्त सारणी]] में वर्ग क्या है ? [[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]]

Latest revision as of 11:25, 12 May 2024

तत्व किसी भी पदार्थ की मूल इकाई है। सन 1800 में केवल 31 तत्व ही ज्ञात थे। इसके बाद सन 1865 तक 63 तत्वों की जानकारी हो गई थी। अब हमे 114 तत्व ज्ञात हैं। इतने सारे तत्वों और यौगिकों के बारे में जानकारी ज्ञात करना आसान नहीं है। तत्वों के बारे में जानकारी करने के लिए वैज्ञानिकों ने वर्गीकरण का सहारा लिया। आवर्त सरणी में लगभग 118 तत्व ज्ञात हैं और हमें उन सभी का अध्ययन करने की आवश्यकता है। लेकिन, प्रत्येक तत्व के सभी भौतिक और रासायनिक गुणों को समझना आसान है, इसलिए हमें उन्हें कुछ समान विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत करने की आवश्यकता है ताकि, यदि हम वर्ग के एक तत्व का अध्ययन करते हैं तो हम दूसरों के गुणों को भी आसानी से समझ सकेंगे। एक ही प्रकार के तत्वों को एक ही वर्ग में व्यवस्थित करने से तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणों की तुलना करना आसान हो जायेगा अतः के तत्वों के लिए वर्गीकरण आवश्यक है।

वर्गीकरण का आधार

तत्वों को उनके गुणों में समानता के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, ताकि उनके बारे में व्यवस्थित अध्ययन किया जा सके।

आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है। जैसा कि हम जानते हैं, तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुण परमाणु क्रमांक के आवर्ती फलन होते हैं।

आवर्त सारणी में तत्वों के वर्गीकरण के लाभ

प्रत्येक तत्व का अलग-अलग अध्ययन करना तथा उसके गुणों एवं उपयोगों को समझना बहुत कठिन है। इसलिए तत्वों को उनके गुणों में समानता के आधार पर समूहों में वर्गीकृत किया गया है।

आवर्त सारणी में तत्वों के वर्गीकरण के लाभ निम्नलिखित है:

  • वर्गीकरण से हम आवर्त सारणी में उनकी स्थिति के आधार पर तत्वों और उनके यौगिकों के गुणों की तुलना करने में सहायक होते हैं।
  • विभिन्न समूहों के तत्वों और उनके यौगिकों के गुणों का अध्ययन करना और तुलना करना आसान हो जाता है।
  • वर्गीकरण हमें तत्वों और उनके यौगिकों के गुणों का अधिक व्यवस्थित और क्रमबद्ध रूप से विश्लेषण करने में सहायता करता है।
  • यह रसायनज्ञों को आवर्त सारणी में उनकी स्थिति के आधार पर तत्वों और उनके यौगिकों के गुणों की भविष्यवाणी करने में सक्षम बनाता है।

अभ्यास प्रश्न

  • तत्वों के वर्गीकरण की आवश्यकता क्यों है?
  • अभी तत्व कितने तत्व ज्ञात हैं।
  • आवर्त सारणी में तत्वों की स्थित किस प्रकार निर्धारित की जाती है ?
  • आवर्त सारणी में वर्ग क्या है ?