हेनरी नियम: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

Listen

No edit summary
No edit summary
 
(3 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[Category:विलयन]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]]
[[Category:विलयन]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:भौतिक रसायन]]
[[Category:Vidyalaya Completed]]
हेनरी का नियम गैस अवस्था पर लागू होता है जो बताता है कि किसी द्रव में घुली हुई गैस की मात्रा स्थिर ताप पर द्रव के ऊपर उस गैस के आंशिक दाब के समानुपाती होती है। गैस का आंशिक दाब जितना अधिक होगा, द्रव में उसकी घुलनशीलता उतनी ही अधिक होगी।
 
हेनरी के नियम के अनुसार,
 
<big><math>P = k_H\times C</math></big>
 
* P' द्रव के ऊपर वायुमंडल में गैस के आंशिक दबाव को दर्शाता है।
* 'C' घुली हुई गैस की सांद्रता को दर्शाता है।
* 'k<sub>H</sub> ' गैस का हेनरी नियम स्थिरांक है।
 
हेनरी का नियम स्थिरांक mol L<sup>-1</sup>bar<sup>-1</sup> में व्यक्त किया जाता है ।
 
=== उदाहरण ===
293 K के तापमान पर [[कार्बन डाइऑक्साइड]] के लिए k<sub>H</sub> का मान 2.0<math>\times</math>10 <sup>3</sup> atm Lmol <sup>-1</sup> है । किस आंशिक दाब पर गैस की घुलनशीलता (पानी में) <chem>2\times 10^-^4</chem> M होगी?<blockquote>k<sub>H</sub>  = 2.0<math>\times</math>10 <sup>3</sup> atm Lmol <sup>-1</sup>
 
C = <chem>2\times 10^-^4</chem> M
 
<big><math>P = k_H\times C</math></big>
 
P =  2.0<math>\times</math>10 <sup>3</sup> atm Lmol <sup>-1</sup> <math>\times</math> <chem>2\times 10^-^4</chem> mol L<sup>-1</sup>
 
P =0. 4 atm</blockquote>
 
=== हेनरी के नियम स्थिरांक को प्रभावित करने वाले कारक ===
किसी गैस के लिए हेनरी नियम स्थिरांक का मान निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है:
 
* विलायक की प्रकृति
* तापमान एवं दबाव
* गैस की प्रकृति
 
अलग-अलग गैसों के लिए हेनरी नियम स्थिरांक भिन्न भिन्न होता है।
 
== हेनरी के नियम की सीमाएँ ==
 
* यह नियम तब लागू होता है जब बर्तन के [[अणु]] [[साम्यावस्था स्थिरांक के अनुप्रयोग|साम्यावस्था]] में होते हैं।
* यह नियम तब लागू नहीं होता जब गैस और विलयन एक दूसरे के साथ रासायनिक अभिक्रिया करते हैं।
* जब गैसों को उच्च दाब दिया जाता है तो हेनरी का नियम लागू नहीं होता है।
 
==अभ्यास प्रश्न==
*विलेयता से आप क्या समझते हैं ?
*हेनरी का नियम क्या है ?
*हेनरी के नियम स्थिरांक को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं ?

Latest revision as of 13:01, 30 May 2024

हेनरी का नियम गैस अवस्था पर लागू होता है जो बताता है कि किसी द्रव में घुली हुई गैस की मात्रा स्थिर ताप पर द्रव के ऊपर उस गैस के आंशिक दाब के समानुपाती होती है। गैस का आंशिक दाब जितना अधिक होगा, द्रव में उसकी घुलनशीलता उतनी ही अधिक होगी।

हेनरी के नियम के अनुसार,

  • P' द्रव के ऊपर वायुमंडल में गैस के आंशिक दबाव को दर्शाता है।
  • 'C' घुली हुई गैस की सांद्रता को दर्शाता है।
  • 'kH ' गैस का हेनरी नियम स्थिरांक है।

हेनरी का नियम स्थिरांक mol L-1bar-1 में व्यक्त किया जाता है ।

उदाहरण

293 K के तापमान पर कार्बन डाइऑक्साइड के लिए kH का मान 2.010 3 atm Lmol -1 है । किस आंशिक दाब पर गैस की घुलनशीलता (पानी में) M होगी?

kH = 2.010 3 atm Lmol -1

C = M

P = 2.010 3 atm Lmol -1 mol L-1

P =0. 4 atm

हेनरी के नियम स्थिरांक को प्रभावित करने वाले कारक

किसी गैस के लिए हेनरी नियम स्थिरांक का मान निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है:

  • विलायक की प्रकृति
  • तापमान एवं दबाव
  • गैस की प्रकृति

अलग-अलग गैसों के लिए हेनरी नियम स्थिरांक भिन्न भिन्न होता है।

हेनरी के नियम की सीमाएँ

  • यह नियम तब लागू होता है जब बर्तन के अणु साम्यावस्था में होते हैं।
  • यह नियम तब लागू नहीं होता जब गैस और विलयन एक दूसरे के साथ रासायनिक अभिक्रिया करते हैं।
  • जब गैसों को उच्च दाब दिया जाता है तो हेनरी का नियम लागू नहीं होता है।

अभ्यास प्रश्न

  • विलेयता से आप क्या समझते हैं ?
  • हेनरी का नियम क्या है ?
  • हेनरी के नियम स्थिरांक को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं ?