समांगी उत्प्रेरण: Difference between revisions
m (added Category:रसायन विज्ञान using HotCat) |
No edit summary |
||
(9 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
[[Category:रसायन विज्ञान]] | [[Category:पृष्ठ रसायन]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:अकार्बनिक रसायन]] | ||
जब किसी रासायनिक अभिक्रिया की गति किसी [[पदार्थ]] की उपस्थिति से या तो बढ़ जाती है या कम हो जाती है तो इसे '''"उत्प्रेरण"''' कहते हैं। जिस पदार्थ की उपस्थिति से अभिक्रिया की गति बढ़ती है या कम होती है उसे उत्प्रेरक कहते हैं। उत्प्रेरक कभी अभिक्रिया में भाग नहीं लेता, केवल अभिक्रिया की गति को प्रभावित करता है। दूसरे शब्दों में वो रासायनिक पदार्थ जिसकी उपस्थिति के कारण रासायनिक अभिक्रिया की दर बढ़ जाती है या कम हो जाती है लेकिन वह स्वयं रासायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेता है उसे '''''उत्प्रेरक''''' कहते है और इस प्रक्रिया को '''''उत्प्रेरण''''' कहते है। | |||
==उत्प्रेरण के प्रकार== | |||
===अवस्था के आधार पर उत्प्रेरक=== | |||
अवस्था के आधार पर उत्प्रेरक दो प्रकार होते हैं: | |||
*समांगीय उत्प्रेरक | |||
*विषमांगी उत्प्रेरक | |||
===समांगीय उत्प्रेरक=== | |||
समांगीय उत्प्रेरण में उत्प्रेरक और अभिकारक दोनों एक ही भौतिक स्थिति में होती है। ये ठोस, द्रव और गैस तीनों हो सकती है। | |||
====उदाहरण==== | |||
मिथाइल एसीटेट का हाइड्रोलिसिस हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से प्राप्त H<sup>+</sup> आयनों द्वारा उत्प्रेरित होता है। | |||
<chem>CH3COOCH3(l) + H2O (l) ->[HCl] CH3COOH(l) + CH3OH(l)</chem> | |||
सुक्रोस का जल अपघटन [[सल्फ्यूरिक अम्ल]] द्वारा निर्मित H<sup>+</sup> आयनों द्वारा उत्प्रेरित होता है। | |||
<chem>C12H22O11(l) + H2O(l) ->[H2SO4] C6H12O6(l) + C6H12O6(l)</chem> | |||
लेड कक्ष प्रक्रिया में उत्प्रेरक के रूप में नाइट्रोजन के ऑक्साइड की उपस्थिति में ऑक्सीजन के साथ सल्फर डाइऑक्साइड का सल्फर ट्राइऑक्साइड में [[ऑक्सीकरण-संख्या|ऑक्सीकरण]] होता है। | |||
<chem>2SO2(g) + O2(g)->[NO(g)] 2SO3(g)</chem> | |||
अभिकारक सल्फर डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन गैसीय अवस्था में हैं, अर्थात सभी एक ही अवस्था में हैं। | |||
== अभ्यास प्रश्न == | |||
* उत्प्रेरण से आप क्या समझते हैं? | |||
* समांगी उत्प्रेरण से आप क्या समझते हैं? | |||
* समांगी उत्प्रेरण का कोई एक उदाहरण दीजिये। |
Latest revision as of 21:38, 30 May 2024
जब किसी रासायनिक अभिक्रिया की गति किसी पदार्थ की उपस्थिति से या तो बढ़ जाती है या कम हो जाती है तो इसे "उत्प्रेरण" कहते हैं। जिस पदार्थ की उपस्थिति से अभिक्रिया की गति बढ़ती है या कम होती है उसे उत्प्रेरक कहते हैं। उत्प्रेरक कभी अभिक्रिया में भाग नहीं लेता, केवल अभिक्रिया की गति को प्रभावित करता है। दूसरे शब्दों में वो रासायनिक पदार्थ जिसकी उपस्थिति के कारण रासायनिक अभिक्रिया की दर बढ़ जाती है या कम हो जाती है लेकिन वह स्वयं रासायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेता है उसे उत्प्रेरक कहते है और इस प्रक्रिया को उत्प्रेरण कहते है।
उत्प्रेरण के प्रकार
अवस्था के आधार पर उत्प्रेरक
अवस्था के आधार पर उत्प्रेरक दो प्रकार होते हैं:
- समांगीय उत्प्रेरक
- विषमांगी उत्प्रेरक
समांगीय उत्प्रेरक
समांगीय उत्प्रेरण में उत्प्रेरक और अभिकारक दोनों एक ही भौतिक स्थिति में होती है। ये ठोस, द्रव और गैस तीनों हो सकती है।
उदाहरण
मिथाइल एसीटेट का हाइड्रोलिसिस हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से प्राप्त H+ आयनों द्वारा उत्प्रेरित होता है।
सुक्रोस का जल अपघटन सल्फ्यूरिक अम्ल द्वारा निर्मित H+ आयनों द्वारा उत्प्रेरित होता है।
लेड कक्ष प्रक्रिया में उत्प्रेरक के रूप में नाइट्रोजन के ऑक्साइड की उपस्थिति में ऑक्सीजन के साथ सल्फर डाइऑक्साइड का सल्फर ट्राइऑक्साइड में ऑक्सीकरण होता है।
अभिकारक सल्फर डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन गैसीय अवस्था में हैं, अर्थात सभी एक ही अवस्था में हैं।
अभ्यास प्रश्न
- उत्प्रेरण से आप क्या समझते हैं?
- समांगी उत्प्रेरण से आप क्या समझते हैं?
- समांगी उत्प्रेरण का कोई एक उदाहरण दीजिये।