रोजेनमुण्ड अपचयन: Difference between revisions
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वे रासायनिक अभिक्रिया जिसमें एसिड क्लोराइड का Pd तथा BaSO<sub>4</sub> (उत्प्रेरक) तथा उबलती हुई जाइलीन की उपस्थिति में हाइड्रोजन के द्वारा आंशिक अपचयन कराने पर एल्डिहाइड प्राप्त होते हैं। इस रासायनिक अभिक्रिया को रोजेनमुंड | [[Category:Vidyalaya Completed]] | ||
वे रासायनिक अभिक्रिया जिसमें एसिड क्लोराइड का Pd तथा BaSO<sub>4</sub> (उत्प्रेरक) तथा उबलती हुई जाइलीन की उपस्थिति में [[हाइड्रोजन]] के द्वारा आंशिक [[अपचयन]] कराने पर [[एल्डिहाइड]] प्राप्त होते हैं। इस रासायनिक अभिक्रिया को रोजेनमुंड अभिक्रिया या रोजेनमुंड अपचयन कहते है। इस रासायनिक अभिक्रिया द्वारा एल्डिहाइड का निर्माण होता है। | |||
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== अभ्यास प्रश्न == | |||
* रोजेनमुण्ड अपचयन से आप क्या समझते हैं ? सम्बंधित अभिक्रिया दीजिये। | |||
* एल्डिहाइड को समझाइये। | |||
* एसिटिल क्लोराइड का रासायनिक सूत्र लिखिए। |
Latest revision as of 07:42, 31 May 2024
वे रासायनिक अभिक्रिया जिसमें एसिड क्लोराइड का Pd तथा BaSO4 (उत्प्रेरक) तथा उबलती हुई जाइलीन की उपस्थिति में हाइड्रोजन के द्वारा आंशिक अपचयन कराने पर एल्डिहाइड प्राप्त होते हैं। इस रासायनिक अभिक्रिया को रोजेनमुंड अभिक्रिया या रोजेनमुंड अपचयन कहते है। इस रासायनिक अभिक्रिया द्वारा एल्डिहाइड का निर्माण होता है।
रोजेनमुंड अभिक्रिया
जब एसिटिल क्लोराइड के जाइलीन में बने विलयन में पैलेडियम युक्त BaSO4 की उपस्थिति में हाइड्रोजन गैस प्रवाहित की जाती है। तो एसिटिल क्लोराइड का अपचयन हो जाता है और इस प्रकार एसिटेल्डिहाइड का निर्माण हो जाता है।
उत्प्रेरक
Pd तथा BaSO4 (उत्प्रेरक) तथा उबलती हुई जाइलीन
स्थितियाँ
उत्प्रेरक: बेरियम सल्फेट पर पैलेडियम तथा उबलती हुई जाइलीन
हाइड्रोजन स्रोत: हाइड्रोजन गैस
तापमान: आमतौर पर, एल्डिहाइड के चयनात्मक गठन को बढ़ावा देने के लिए अभिक्रिया हल्के तापमान पर की जाती है।
जाइलीन एक कार्बनिक यौगिक होता है इसे डाइमिथाइल बेंजीन या जाइलोल भी कहा जाता है। इसका रासायनिक सूत्र C6H4(CH3)2 होता है। यह एक रंगहीन, पारदर्शी, ज्वलनशील तरल पदार्थ होता है। जाइलीन कच्चे तेल, गैसोलीन और विमान ईंधन में पाया जाता है। जाइलीन जल में अघुलनशील होता है, लेकिन एल्कोहल में विलेय होता है।
रोजेनमुंड अभिक्रिया अपचयन अभिक्रिया के द्वारा एल्डिहाइड का निर्माण किया जाता है। लेकिन फॉर्मलाडेहाइड का निर्माण नहीं किया जा सकता है क्योंकि फॉर्मलाडेहाइड (HCHO) कमरे के ताप पर अस्थायी होता है।
जब बेन्ज़ॉयल क्लोराइड पैलेडियम उत्प्रेरक और बेरियम सल्फेट की उपस्थिति में हाइड्रोजन के साथ अभिक्रिया करता है, तो बेन्ज़ेल्डिहाइड बनता है। इसे रोसेनमुंड अभिक्रिया के रूप में जाना जाता है। यह एक अपचयन अभिक्रिया है जहां उत्प्रेरक की उपस्थिति में बेंज़ॉयल क्लोराइड में हाइड्रोजन जोड़ा जाता है।
अभ्यास प्रश्न
- रोजेनमुण्ड अपचयन से आप क्या समझते हैं ? सम्बंधित अभिक्रिया दीजिये।
- एल्डिहाइड को समझाइये।
- एसिटिल क्लोराइड का रासायनिक सूत्र लिखिए।