आर्द्र क्षेत्र: Difference between revisions

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कृषि और भूगोल के संदर्भ में "आर्द्र क्षेत्र" की अवधारणा उन क्षेत्रों को संदर्भित करती है जहां अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में वर्षा होती है और आर्द्र जलवायु होती है। इन क्षेत्रों में आमतौर पर हरी-भरी वनस्पति, घने जंगल और उपजाऊ मिट्टी होती है, जो इन्हें विभिन्न कृषि गतिविधियों के लिए उपयुक्त बनाती है।
== आर्द्र क्षेत्र की विशेषताएँ ==
'''जलवायु:''' पूरे वर्ष या विशिष्ट मौसमों के दौरान उच्च वर्षा।
'''आर्द्र एवं आर्द्र जलवायु :''' अत्यधिक बदलाव के बिना अपेक्षाकृत स्थिर तापमान।
'''वनस्पति:''' विभिन्न प्रकार की पौधों की प्रजातियों वाले घने जंगल। उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय वनस्पति जैसे सदाबहार वन, मैंग्रोव और आर्द्रभूमि।
'''मिट्टी:''' वनस्पति के अपघटन के कारण उपजाऊ और कार्बनिक [[पदार्थ]] से भरपूर। स्थलाकृति के आधार पर अच्छी जल निकास वाली से लेकर ख़राब जल निकास वाली मिट्टी तक।
'''कृषि:''' पानी की उपलब्धता के कारण धान (चावल) की खेती के लिए उपयुक्त। चाय, कॉफी, [[रबर]] और मसाले जैसी अन्य फसलें भी उगाई जा सकती हैं।
कृषि पद्धतियों में एकल-फसल और [[मिश्रित फसल]] दोनों सम्मिलित हैं।
== आर्द्र क्षेत्र का महत्व ==
=== जैव विविधता ===
विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों के साथ समृद्ध जैव विविधता।
कई स्थानिक और लुप्तप्राय प्रजातियों का घर।
=== आर्थिक क्रियाकलाप ===
कृषि, वानिकी और मछली पकड़ना प्रमुख आर्थिक गतिविधियाँ हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य एवं वन्य जीवन के कारण पर्यटन की संभावना।
=== आर्द्र क्षेत्रों के उदाहरण ===
* भारत में पश्चिमी घाट: यहां भारी वर्षा होती है और यह अपनी जैव विविधता के लिए जाना जाता है। कृषि, विशेषकर चाय और कॉफी बागानों के लिए महत्वपूर्ण।
* अमेज़न वर्षावन विश्व का सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय वर्षावन विभिन्न प्रकार की प्रजातियों के साथ उच्च वर्षा और घनी वनस्पति।
* दक्षिण - पूर्व एशिया: इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड के कुछ हिस्से जैसे देश।
* उच्च वर्षा और हरे-भरे जंगलों के साथ उष्णकटिबंधीय जलवायु।
== अभ्यास प्रश्न ==
* आर्द्र क्षेत्र की मुख्य विशेषताएं क्या क्या हैं ?
* आर्द्र क्षेत्र का महत्व क्या है ?
* आर्द्र क्षेत्रों के उदाहरण दीजिये।

Latest revision as of 11:38, 5 June 2024

कृषि और भूगोल के संदर्भ में "आर्द्र क्षेत्र" की अवधारणा उन क्षेत्रों को संदर्भित करती है जहां अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में वर्षा होती है और आर्द्र जलवायु होती है। इन क्षेत्रों में आमतौर पर हरी-भरी वनस्पति, घने जंगल और उपजाऊ मिट्टी होती है, जो इन्हें विभिन्न कृषि गतिविधियों के लिए उपयुक्त बनाती है।

आर्द्र क्षेत्र की विशेषताएँ

जलवायु: पूरे वर्ष या विशिष्ट मौसमों के दौरान उच्च वर्षा।

आर्द्र एवं आर्द्र जलवायु : अत्यधिक बदलाव के बिना अपेक्षाकृत स्थिर तापमान।

वनस्पति: विभिन्न प्रकार की पौधों की प्रजातियों वाले घने जंगल। उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय वनस्पति जैसे सदाबहार वन, मैंग्रोव और आर्द्रभूमि।

मिट्टी: वनस्पति के अपघटन के कारण उपजाऊ और कार्बनिक पदार्थ से भरपूर। स्थलाकृति के आधार पर अच्छी जल निकास वाली से लेकर ख़राब जल निकास वाली मिट्टी तक।

कृषि: पानी की उपलब्धता के कारण धान (चावल) की खेती के लिए उपयुक्त। चाय, कॉफी, रबर और मसाले जैसी अन्य फसलें भी उगाई जा सकती हैं।

कृषि पद्धतियों में एकल-फसल और मिश्रित फसल दोनों सम्मिलित हैं।

आर्द्र क्षेत्र का महत्व

जैव विविधता

विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों के साथ समृद्ध जैव विविधता।

कई स्थानिक और लुप्तप्राय प्रजातियों का घर।

आर्थिक क्रियाकलाप

कृषि, वानिकी और मछली पकड़ना प्रमुख आर्थिक गतिविधियाँ हैं।

प्राकृतिक सौंदर्य एवं वन्य जीवन के कारण पर्यटन की संभावना।

आर्द्र क्षेत्रों के उदाहरण

  • भारत में पश्चिमी घाट: यहां भारी वर्षा होती है और यह अपनी जैव विविधता के लिए जाना जाता है। कृषि, विशेषकर चाय और कॉफी बागानों के लिए महत्वपूर्ण।
  • अमेज़न वर्षावन विश्व का सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय वर्षावन विभिन्न प्रकार की प्रजातियों के साथ उच्च वर्षा और घनी वनस्पति।
  • दक्षिण - पूर्व एशिया: इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड के कुछ हिस्से जैसे देश।
  • उच्च वर्षा और हरे-भरे जंगलों के साथ उष्णकटिबंधीय जलवायु।

अभ्यास प्रश्न

  • आर्द्र क्षेत्र की मुख्य विशेषताएं क्या क्या हैं ?
  • आर्द्र क्षेत्र का महत्व क्या है ?
  • आर्द्र क्षेत्रों के उदाहरण दीजिये।