कृषि रसायन: Difference between revisions

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कृषि रसायन या एग्रोकेमिकल कृषि में उपयोग किया जाने वाला एक रासायनिक उत्पाद है। मुख्य रूप से यह कीटनाशकों, शाकनाशी, कवकनाशी और नेमाटीसाइड सहित कीटनाशकों को संदर्भित करता है। इसमें सिंथेटिक उर्वरक, हार्मोन और अन्य रासायनिक विकास उत्पाद भी सम्मिलित हो सकते हैं।
 
कृषि रसायन कीटनाशक, शाकनाशी या उर्वरक हैं जिनका उपयोग कृषि क्षेत्रों में पारिस्थितिकी तंत्र के प्रबंधन के लिए किया जाता है।यह उर्वरकों, कीटनाशकों और कीटनाशकों जैसे रसायनों को दिया गया सामान्य नाम है।
 
== कृषि रसायनों के प्रकार ==
 
=== फसल रक्षक ===
इसमें मुख्य रूप से कीटनाशक सम्मिलित हैं जो फसलों से कीटों को खत्म करते हैं। यह एक जीवाणु की तरह जैविक पदार्थ हो सकता है जो कीटों को निष्क्रिय या मार देता है। यह मुख्य रूप से फसलों की सुरक्षा के लिए फसलों से कीटों को दूर रखता है जैसे शाकनाशी, कीटनाशक, कृंतकनाशक आदि।
 
=== मृदा अनुपूरक ===
यह मुख्य रूप से उर्वरकों और खादों का उपयोग है जो फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करता है।उर्वरक रासायनिक या प्राकृतिक पदार्थ होते हैं जिनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम आदि होते हैं।खाद प्राकृतिक और बायोडिग्रेडेबल पदार्थ हैं जैसे गाय का गोबर, सब्जियों के छिलके, घास आदि।
 
=== पौध अनुपूरक ===
पौधों के पूरक: वे प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रसायन हैं जो पौधों को पोषण आवश्यकताओं को बढ़ाने के लिए दिए जाते हैं, जो पौधों के लिए आवश्यक सूक्ष्म और स्थूल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और सल्फर हो सकते हैं।
 
== कृषि रसायनों के लाभ ==
 
* कृषि रसायन अधिक फसल पैदा करते हैं क्योंकि वे फसलों को कीटों, बीमारियों और खरपतवारों से बचाते हैं और अच्छी फसल सुनिश्चित करते हैं।
 
* यह कीड़ों, कीटों और कृंतकों से पैदा होने वाली बीमारियों के प्रसार को रोकने में मदद करता है।
 
* यह रोगज़नक़ों को नियंत्रित करता है और मिट्टी को पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है।
 
* कीटनाशक फसल को सुरक्षित रखकर किसानों का कीमती समय बचाने में मदद करते हैं।
 
* फसल की गुणवत्ता और आपूर्ति में सुधार के लिए कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है।
 
* कीटनाशक फसल की उपज को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
 
* जलीय खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए जल निकायों में शाकनाशी का प्रयोग किया जाता है।
 
== प्रभाव ==
 
* यद्यपि प्रत्येक कीटनाशक एक निश्चित कीट को मारने के लिए होता है, लेकिन हवा, पानी, तलछट के माध्यम से अपने लक्ष्य के अलावा किसी अन्य गंतव्य तक पहुंच सकता है और यहां तक ​​कि हमारे भोजन में भी पहुंच सकता है।
 
* रासायनिक कीटनाशक हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करने के लिए भी जिम्मेदार हैं।
 
* कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी की गुणवत्ता ख़राब हो जाती है और भोजन तथा उपज की गुणवत्ता ख़राब हो जाती है।
 
* कीटनाशक मनुष्यों में अल्पकालिक और दीर्घकालिक बीमारियों का कारण बन सकते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
 
* शाकनाशी जहरीले रसायन हैं और इसके संपर्क से सीधे तौर पर जलीय जीवों की मृत्यु दर बढ़ सकती है और जलीय जीवों का व्यवहार बदल सकता है।  यह मछली, उभयचर और अकशेरुकी जीवों के प्रजनन पर प्रभाव डाल सकता है।
 
* इन रसायनों के अवशेषों को मिट्टी द्वारा अवशोषित किया जा सकता है जिससे यह फसल उगाने के लिए अनुपयुक्त हो जाती है।
 
== अभ्यास प्रश्न ==
 
* जलभृतों को कृषि रसायनों के हानिकारक प्रभावों से कैसे बचाया जा सकता है?
* कृषि रसायन क्या हैं?
* कीटनाशकों की क्या भूमिका है?

Latest revision as of 10:54, 28 December 2023

कृषि रसायन

कृषि रसायन या एग्रोकेमिकल कृषि में उपयोग किया जाने वाला एक रासायनिक उत्पाद है। मुख्य रूप से यह कीटनाशकों, शाकनाशी, कवकनाशी और नेमाटीसाइड सहित कीटनाशकों को संदर्भित करता है। इसमें सिंथेटिक उर्वरक, हार्मोन और अन्य रासायनिक विकास उत्पाद भी सम्मिलित हो सकते हैं।

कृषि रसायन कीटनाशक, शाकनाशी या उर्वरक हैं जिनका उपयोग कृषि क्षेत्रों में पारिस्थितिकी तंत्र के प्रबंधन के लिए किया जाता है।यह उर्वरकों, कीटनाशकों और कीटनाशकों जैसे रसायनों को दिया गया सामान्य नाम है।

कृषि रसायनों के प्रकार

फसल रक्षक

इसमें मुख्य रूप से कीटनाशक सम्मिलित हैं जो फसलों से कीटों को खत्म करते हैं। यह एक जीवाणु की तरह जैविक पदार्थ हो सकता है जो कीटों को निष्क्रिय या मार देता है। यह मुख्य रूप से फसलों की सुरक्षा के लिए फसलों से कीटों को दूर रखता है जैसे शाकनाशी, कीटनाशक, कृंतकनाशक आदि।

मृदा अनुपूरक

यह मुख्य रूप से उर्वरकों और खादों का उपयोग है जो फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करता है।उर्वरक रासायनिक या प्राकृतिक पदार्थ होते हैं जिनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम आदि होते हैं।खाद प्राकृतिक और बायोडिग्रेडेबल पदार्थ हैं जैसे गाय का गोबर, सब्जियों के छिलके, घास आदि।

पौध अनुपूरक

पौधों के पूरक: वे प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रसायन हैं जो पौधों को पोषण आवश्यकताओं को बढ़ाने के लिए दिए जाते हैं, जो पौधों के लिए आवश्यक सूक्ष्म और स्थूल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और सल्फर हो सकते हैं।

कृषि रसायनों के लाभ

  • कृषि रसायन अधिक फसल पैदा करते हैं क्योंकि वे फसलों को कीटों, बीमारियों और खरपतवारों से बचाते हैं और अच्छी फसल सुनिश्चित करते हैं।
  • यह कीड़ों, कीटों और कृंतकों से पैदा होने वाली बीमारियों के प्रसार को रोकने में मदद करता है।
  • यह रोगज़नक़ों को नियंत्रित करता है और मिट्टी को पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है।
  • कीटनाशक फसल को सुरक्षित रखकर किसानों का कीमती समय बचाने में मदद करते हैं।
  • फसल की गुणवत्ता और आपूर्ति में सुधार के लिए कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है।
  • कीटनाशक फसल की उपज को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
  • जलीय खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए जल निकायों में शाकनाशी का प्रयोग किया जाता है।

प्रभाव

  • यद्यपि प्रत्येक कीटनाशक एक निश्चित कीट को मारने के लिए होता है, लेकिन हवा, पानी, तलछट के माध्यम से अपने लक्ष्य के अलावा किसी अन्य गंतव्य तक पहुंच सकता है और यहां तक ​​कि हमारे भोजन में भी पहुंच सकता है।
  • रासायनिक कीटनाशक हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करने के लिए भी जिम्मेदार हैं।
  • कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी की गुणवत्ता ख़राब हो जाती है और भोजन तथा उपज की गुणवत्ता ख़राब हो जाती है।
  • कीटनाशक मनुष्यों में अल्पकालिक और दीर्घकालिक बीमारियों का कारण बन सकते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
  • शाकनाशी जहरीले रसायन हैं और इसके संपर्क से सीधे तौर पर जलीय जीवों की मृत्यु दर बढ़ सकती है और जलीय जीवों का व्यवहार बदल सकता है।  यह मछली, उभयचर और अकशेरुकी जीवों के प्रजनन पर प्रभाव डाल सकता है।
  • इन रसायनों के अवशेषों को मिट्टी द्वारा अवशोषित किया जा सकता है जिससे यह फसल उगाने के लिए अनुपयुक्त हो जाती है।

अभ्यास प्रश्न

  • जलभृतों को कृषि रसायनों के हानिकारक प्रभावों से कैसे बचाया जा सकता है?
  • कृषि रसायन क्या हैं?
  • कीटनाशकों की क्या भूमिका है?