अनिषेक जनन: Difference between revisions
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'''"अनिषेकजनन अलैंगिक प्रजनन का एक रूप है, जिसमें एक अंडा शुक्राणु द्वारा निषेचित हुए बिना ही एक पूर्ण जीव में विकसित हो जाता है। यह घटना कुछ पौधों, अकशेरुकी (जैसे मधुमक्खियाँ और एफिड्स) और कुछ [[कशेरुकी]] (जैसे कुछ सरीसृप, उभयचर और पक्षी) में होती है।"''' | |||
== अनिषेकजनन के प्रकार == | |||
=== प्राकृतिक अनिषेकजनन === | |||
'''अनिवार्य अनिषेकजनन:''' कुछ प्रजातियाँ केवल अनिषेकजनन के माध्यम से प्रजनन करती हैं। | |||
'''संकल्पित अनिषेकजनन:''' कुछ प्रजातियाँ पर्यावरणीय परिस्थितियों के आधार पर यौन प्रजनन और अनिषेकजनन के बीच स्विच कर सकती हैं। | |||
=== कृत्रिम अनिषेकजनन === | |||
इसे प्रयोगशाला में भौतिक या रासायनिक साधनों के माध्यम से प्रेरित किया जाता है। | |||
== अनिषेकजनन के लाभ == | |||
* तेजी से जनसंख्या वृद्धि: साथी की आवश्यकता नहीं होती, जिससे जनसंख्या में तेजी से वृद्धि होती है। | |||
* ऊर्जा दक्षता: साथी खोजने और संभोग करने में खर्च होने वाली ऊर्जा और संसाधनों की बचत होती है। | |||
* आनुवांशिक स्थिरता: संतान माता-पिता के क्लोन होते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सफल आनुवंशिक लक्षण आगे बढ़ें। | |||
== अनिषेकजनन के नुकसान == | |||
'''आनुवंशिक विविधता का अभाव:''' संतान क्लोन होती है, जिससे बदलते वातावरण के प्रति अनुकूलन क्षमता कम हो सकती है। | |||
'''उत्परिवर्तनों के संचय की संभावना:''' यौन प्रजनन में होने वाले आनुवंशिक मिश्रण के बिना हानिकारक [[उत्परिवर्तन]] पीढ़ियों में जमा हो सकते हैं। | |||
== उदाहरण == | |||
मधुमक्खियाँ: रानी मधुमक्खियाँ बिना निषेचित अंडे दे सकती हैं जो नर ड्रोन में विकसित होते हैं। | |||
एफिड्स: अनुकूल परिस्थितियों में अनिषेकजनन के माध्यम से प्रजनन करते हैं और अपनी आबादी को तेज़ी से बढ़ाते हैं। | |||
कोमोडो ड्रैगन्स: जब कोई नर उपस्थित नहीं होता है तो अनिषेकजनन के माध्यम से प्रजनन कर सकते हैं। | |||
== अभ्यास प्रश्न == | |||
* अनिषेकजनन से आप क्या समझते हैं ? | |||
* अनिषेकजनन से होने वाले लाभों पर टिप्पणी दीजिये। | |||
* अनिषेकजनन के कुछ मुख्य उदाहरण दीजिये। |
Latest revision as of 10:59, 30 July 2024
अनिषेकजनन, एक प्रजनन रणनीति जिसमें निषेचन के बिना मादा (शायद ही कभी नर) युग्मक का विकास शामिल होता है। यह सामान्यतः निचले पौधों और अकशेरुकी जानवरों (विशेष रूप से रोटिफ़र्स, एफिड्स, चींटियों, ततैया और मधुमक्खियों) में होता है और शायद ही यह कभी उच्च कशेरुकियों में होता है। अनिषेकजनन में कभी-कभी अण्डकोशिका का निषेचन नहीं होता है तथा अण्डकोशिका से बिना निषेचन ही भूण परिवर्धित हो जाता है । इस प्रक्रिया को अनिषेकजनन कहलाती है। आवृत्तबीजियों में यह प्रक्रिया बहुत ही दुर्लभ होती है तथा केवल कुछ ही वंशों में पायी जाती है।
"अनिषेकजनन अलैंगिक प्रजनन का एक रूप है, जिसमें एक अंडा शुक्राणु द्वारा निषेचित हुए बिना ही एक पूर्ण जीव में विकसित हो जाता है। यह घटना कुछ पौधों, अकशेरुकी (जैसे मधुमक्खियाँ और एफिड्स) और कुछ कशेरुकी (जैसे कुछ सरीसृप, उभयचर और पक्षी) में होती है।"
अनिषेकजनन के प्रकार
प्राकृतिक अनिषेकजनन
अनिवार्य अनिषेकजनन: कुछ प्रजातियाँ केवल अनिषेकजनन के माध्यम से प्रजनन करती हैं।
संकल्पित अनिषेकजनन: कुछ प्रजातियाँ पर्यावरणीय परिस्थितियों के आधार पर यौन प्रजनन और अनिषेकजनन के बीच स्विच कर सकती हैं।
कृत्रिम अनिषेकजनन
इसे प्रयोगशाला में भौतिक या रासायनिक साधनों के माध्यम से प्रेरित किया जाता है।
अनिषेकजनन के लाभ
- तेजी से जनसंख्या वृद्धि: साथी की आवश्यकता नहीं होती, जिससे जनसंख्या में तेजी से वृद्धि होती है।
- ऊर्जा दक्षता: साथी खोजने और संभोग करने में खर्च होने वाली ऊर्जा और संसाधनों की बचत होती है।
- आनुवांशिक स्थिरता: संतान माता-पिता के क्लोन होते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सफल आनुवंशिक लक्षण आगे बढ़ें।
अनिषेकजनन के नुकसान
आनुवंशिक विविधता का अभाव: संतान क्लोन होती है, जिससे बदलते वातावरण के प्रति अनुकूलन क्षमता कम हो सकती है।
उत्परिवर्तनों के संचय की संभावना: यौन प्रजनन में होने वाले आनुवंशिक मिश्रण के बिना हानिकारक उत्परिवर्तन पीढ़ियों में जमा हो सकते हैं।
उदाहरण
मधुमक्खियाँ: रानी मधुमक्खियाँ बिना निषेचित अंडे दे सकती हैं जो नर ड्रोन में विकसित होते हैं।
एफिड्स: अनुकूल परिस्थितियों में अनिषेकजनन के माध्यम से प्रजनन करते हैं और अपनी आबादी को तेज़ी से बढ़ाते हैं।
कोमोडो ड्रैगन्स: जब कोई नर उपस्थित नहीं होता है तो अनिषेकजनन के माध्यम से प्रजनन कर सकते हैं।
अभ्यास प्रश्न
- अनिषेकजनन से आप क्या समझते हैं ?
- अनिषेकजनन से होने वाले लाभों पर टिप्पणी दीजिये।
- अनिषेकजनन के कुछ मुख्य उदाहरण दीजिये।