ग्लूकोनिक अम्ल: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

No edit summary
No edit summary
 
(3 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[Category:जैव अणु]][[Category:रसायन विज्ञान]]
[[Category:जैव अणु]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:कार्बनिक रसायन]]
ग्लूकोज एक एल्डोहेक्सोस [[शर्करा (कार्बोहाइड्रेट)|शर्करा]] है तथा इसे डेक्सट्रॉस कहते हैं। यह बहुत से [[कार्बोहाइड्रेट]], स्टार्च तथा सेलुलोस आदि का एकलक होता है।  यह सम्भवतः पृथ्वी पर अधिक मात्रा में पाया जाने वाला कार्बनिक [[यौगिक]] है।
 
== विषेशताएँ ==
इसका आणविक C<sub>6</sub>H<sub>12</sub>O<sub>6</sub> सूत्र है।
 
=== ग्लूकोस की HI के साथ अभिक्रिया ===
ग्लूकोस की HI के साथ गर्म करने पर n - हेक्सेन प्राप्त होता है। जिससे पता चलता है की ग्लूकोस में छः कार्बन होते हैं। 
 
<chem>CHO -(CHOH)4-CH2OH</chem> <chem>->[HI] CH3-CH2-CH2-CH2-CH2-CH3</chem>
 
=== ग्लूकोज की हाइड्रॉक्सिल एमीन के साथ अभिक्रिया ===
ग्लूकोज की हाइड्रॉक्सिल ऐमीन के साथ अभिक्रिया करके ऑक्सिम देता है।
 
<chem>CHO -(CHOH)4-CH2OH ->[NH2OH] OH-N=CH-(CHOH)4-CH2OH</chem>
 
=== ग्लूकोज की हाइड्रोजन सायनाइड के साथ अभिक्रिया ===
ग्लूकोज की हाइड्रोजन सायनाइड के साथ अभिक्रिया करके सायनोहाइड्रिन देता है।
 
<chem>CHO -(CHOH)4-CH2OH ->[HCN] OH-CH(CN)-(CHOH)4-CH2OH</chem>
 
=== ग्लूकोज की ब्रोमीन जल के साथ अभिक्रिया ===
ग्लूकोज की ब्रोमीन जल के साथ अभिक्रिया करके [[ग्लूकोनिक अम्ल]] देता है।
 
<chem>CHO -(CHOH)4-CH2OH ->[HCN] COOH-(CHOH)4-CH2OH</chem>
 
=== ऑक्सीकरण ===
ग्लूकोज तथा ग्लूकोनिक अम्ल दोनों ही नाइट्रिक अम्ल द्वारा ऑक्सीकरण डाइकार्बोक्सिलिक अम्ल, सैक्रिक अम्ल बनाते हैं।
 
<chem>CHO -(CHOH)4-CH2OH ->[O] COOH-(CHOH)4-COOH</chem>
 
<chem>COOH -(CHOH)4-CH2OH ->[O] COOH-(CHOH)4-COOH</chem>
 
== अभ्यास प्रश्न ==
 
* ग्लूकोस से ग्लूकोनिक अम्ल कैसे प्राप्त करेंगे?
* ग्लूकोज की हाइड्रॉक्सिल एमीन के साथ अभिक्रिया करने पर क्या प्राप्त होते हैं ?
* ग्लूकोस से सायनोहाइड्रिन कैसे प्राप्त करेंगे?

Latest revision as of 20:19, 30 May 2024

ग्लूकोज एक एल्डोहेक्सोस शर्करा है तथा इसे डेक्सट्रॉस कहते हैं। यह बहुत से कार्बोहाइड्रेट, स्टार्च तथा सेलुलोस आदि का एकलक होता है।  यह सम्भवतः पृथ्वी पर अधिक मात्रा में पाया जाने वाला कार्बनिक यौगिक है।

विषेशताएँ

इसका आणविक C6H12O6 सूत्र है।

ग्लूकोस की HI के साथ अभिक्रिया

ग्लूकोस की HI के साथ गर्म करने पर n - हेक्सेन प्राप्त होता है। जिससे पता चलता है की ग्लूकोस में छः कार्बन होते हैं।

ग्लूकोज की हाइड्रॉक्सिल एमीन के साथ अभिक्रिया

ग्लूकोज की हाइड्रॉक्सिल ऐमीन के साथ अभिक्रिया करके ऑक्सिम देता है।

ग्लूकोज की हाइड्रोजन सायनाइड के साथ अभिक्रिया

ग्लूकोज की हाइड्रोजन सायनाइड के साथ अभिक्रिया करके सायनोहाइड्रिन देता है।

ग्लूकोज की ब्रोमीन जल के साथ अभिक्रिया

ग्लूकोज की ब्रोमीन जल के साथ अभिक्रिया करके ग्लूकोनिक अम्ल देता है।

ऑक्सीकरण

ग्लूकोज तथा ग्लूकोनिक अम्ल दोनों ही नाइट्रिक अम्ल द्वारा ऑक्सीकरण डाइकार्बोक्सिलिक अम्ल, सैक्रिक अम्ल बनाते हैं।

अभ्यास प्रश्न

  • ग्लूकोस से ग्लूकोनिक अम्ल कैसे प्राप्त करेंगे?
  • ग्लूकोज की हाइड्रॉक्सिल एमीन के साथ अभिक्रिया करने पर क्या प्राप्त होते हैं ?
  • ग्लूकोस से सायनोहाइड्रिन कैसे प्राप्त करेंगे?