वैसोडिलेटर: Difference between revisions

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एंटीहिस्टामाइन दवाओं का एक वर्ग है जिसका उपयोग शरीर में हिस्टामाइन की रिहाई के कारण होने वाली [[एलर्जी]] अभिक्रियाओं और लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है। वे एलर्जी के जवाब में प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा उत्पादित पदार्थ हिस्टामाइन की क्रिया को अवरुद्ध करके काम करते हैं। हिस्टामाइन एक शक्तिशाली वहिकाविस्फारक (वैसोडिलेटर) है। इसके अनेक कार्य हैं। यह श्वसनिकाओं और आहार नली की चिकनी पेशियों को संकुचित करती हैं। तथा दूसरी पेशियों, जैसे रुधिर वाहिकाओं की दीवारों को नरम कर देती है। जुकाम होने के कारण होने वाले नासिका संकुचन और पराग के कारण होने वाली एलर्जी का कारण भी हिस्टामाइन ही होती है।
== हिस्टामाइन और उसके प्रभाव ==
हिस्टामाइन एक रासायनिक संदेशवाहक है जो विभिन्न शारीरिक कार्यों में सम्मिलित है, जिनमें सम्मिलित हैं:
=== एलर्जी अभिक्रियाएं ===
हिस्टामाइन रिलीज से खुजली, सूजन और लालिमा जैसे लक्षण हो सकते हैं।
=== गैस्ट्रिक अम्ल स्राव ===
हिस्टामाइन पेट में [[अम्ल]] के उत्पादन को उत्तेजित करता है।
=== न्यूरोट्रांसमिशन ===
यह मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में कार्य करता है।
== एंटीहिस्टामाइन के प्रकार ==
एंटीहिस्टामाइन को उनकी क्रिया के तंत्र और चिकित्सीय उपयोग के आधार पर दो मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
=== H1 एंटीहिस्टामाइन्स ===
ये H1 हिस्टामाइन रिसेप्टर्स को ब्लॉक करते हैं, जो मुख्य रूप से एलर्जी प्रतिक्रियाओं में सम्मिलित होते हैं।
'''पहली पीढ़ी H1 एंटीहिस्टामाइन्स:''' ये रक्त-[[मस्तिष्क]] अवरोध को पार कर सकते हैं और अक्सर बेहोश करने की क्रिया का कारण बन सकते हैं। उदाहरणों में डिपेनहाइड्रामाइन (बेनाड्रिल) और क्लोरफेनिरामाइन सम्मिलित हैं।
'''दूसरी पीढ़ी के एच1 एंटीहिस्टामाइन:''' इनसे बेहोश होने की संभावना कम होती है क्योंकि ये आसानी से रक्त-मस्तिष्क बाधा को पार नहीं करते हैं। उदाहरणों में सेटीरिज़िन (ज़िरटेक), लॉराटाडाइन (क्लैरिटिन), और फ़ेक्सोफ़ेनाडाइन (एलेग्रा) सम्मिलित हैं।
=== H2 एंटीहिस्टामाइन ===
ये पेट में H2 हिस्टामाइन रिसेप्टर्स को अवरुद्ध करते हैं, जिससे अम्ल स्राव कम हो जाता है। इनका उपयोग पेप्टिक अल्सर और गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) जैसी स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है। उदाहरणों में रैनिटिडीन और फैमोटिडाइन शामिल हैं।
== अभ्यास प्रश्न ==
* वैसोडिलेटर क्या है ?
* हिस्टामाइन और उसके प्रभाव का वर्णन कीजिये।
* एंटीहिस्टामाइन के प्रकार बताइये।

Latest revision as of 12:14, 31 May 2024

एंटीहिस्टामाइन दवाओं का एक वर्ग है जिसका उपयोग शरीर में हिस्टामाइन की रिहाई के कारण होने वाली एलर्जी अभिक्रियाओं और लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है। वे एलर्जी के जवाब में प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा उत्पादित पदार्थ हिस्टामाइन की क्रिया को अवरुद्ध करके काम करते हैं। हिस्टामाइन एक शक्तिशाली वहिकाविस्फारक (वैसोडिलेटर) है। इसके अनेक कार्य हैं। यह श्वसनिकाओं और आहार नली की चिकनी पेशियों को संकुचित करती हैं। तथा दूसरी पेशियों, जैसे रुधिर वाहिकाओं की दीवारों को नरम कर देती है। जुकाम होने के कारण होने वाले नासिका संकुचन और पराग के कारण होने वाली एलर्जी का कारण भी हिस्टामाइन ही होती है।

हिस्टामाइन और उसके प्रभाव

हिस्टामाइन एक रासायनिक संदेशवाहक है जो विभिन्न शारीरिक कार्यों में सम्मिलित है, जिनमें सम्मिलित हैं:

एलर्जी अभिक्रियाएं

हिस्टामाइन रिलीज से खुजली, सूजन और लालिमा जैसे लक्षण हो सकते हैं।

गैस्ट्रिक अम्ल स्राव

हिस्टामाइन पेट में अम्ल के उत्पादन को उत्तेजित करता है।

न्यूरोट्रांसमिशन

यह मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में कार्य करता है।

एंटीहिस्टामाइन के प्रकार

एंटीहिस्टामाइन को उनकी क्रिया के तंत्र और चिकित्सीय उपयोग के आधार पर दो मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:

H1 एंटीहिस्टामाइन्स

ये H1 हिस्टामाइन रिसेप्टर्स को ब्लॉक करते हैं, जो मुख्य रूप से एलर्जी प्रतिक्रियाओं में सम्मिलित होते हैं।

पहली पीढ़ी H1 एंटीहिस्टामाइन्स: ये रक्त-मस्तिष्क अवरोध को पार कर सकते हैं और अक्सर बेहोश करने की क्रिया का कारण बन सकते हैं। उदाहरणों में डिपेनहाइड्रामाइन (बेनाड्रिल) और क्लोरफेनिरामाइन सम्मिलित हैं।

दूसरी पीढ़ी के एच1 एंटीहिस्टामाइन: इनसे बेहोश होने की संभावना कम होती है क्योंकि ये आसानी से रक्त-मस्तिष्क बाधा को पार नहीं करते हैं। उदाहरणों में सेटीरिज़िन (ज़िरटेक), लॉराटाडाइन (क्लैरिटिन), और फ़ेक्सोफ़ेनाडाइन (एलेग्रा) सम्मिलित हैं।

H2 एंटीहिस्टामाइन

ये पेट में H2 हिस्टामाइन रिसेप्टर्स को अवरुद्ध करते हैं, जिससे अम्ल स्राव कम हो जाता है। इनका उपयोग पेप्टिक अल्सर और गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) जैसी स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है। उदाहरणों में रैनिटिडीन और फैमोटिडाइन शामिल हैं।

अभ्यास प्रश्न

  • वैसोडिलेटर क्या है ?
  • हिस्टामाइन और उसके प्रभाव का वर्णन कीजिये।
  • एंटीहिस्टामाइन के प्रकार बताइये।