विलायकयोजन समावयवता: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

No edit summary
No edit summary
 
(One intermediate revision by the same user not shown)
Line 6: Line 6:
त्रिविम समावयवता दो प्रकार के होते हैं।
त्रिविम समावयवता दो प्रकार के होते हैं।
#ज्यामितीय समावयवता
#ज्यामितीय समावयवता
#ध्रुवण समावयवता
#[[ध्रुवण समावयवता]]
==संरचनात्मक समावयवता==
==संरचनात्मक समावयवता==
संरचनात्मक समावयवता दो प्रकार के होते हैं।
संरचनात्मक समावयवता दो प्रकार के होते हैं।
Line 15: Line 15:


== विलायकयोजन समावयवता ==
== विलायकयोजन समावयवता ==
जब जल को विलायक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है तो इस प्रकार की समावयवता को हाइड्रेट समावयवता कहते हैं। इसके एक समावयवी में विलायक अणु धातु आयन से लिगंड के रूप में बंधित होता है जबकि दुसरे समावयवी में विलायक अणु संकुल के क्रिस्टल जालक में मुक्त रूप से विधमान होता है।  
जब जल को विलायक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है तो इस प्रकार की [[समावयवता]] को [[हाइड्रेट समावयवता]] कहते हैं। इसके एक समावयवी में विलायक अणु धातु आयन से लिगंड के रूप में बंधित होता है जबकि दुसरे समावयवी में विलायक अणु संकुल के क्रिस्टल जालक में मुक्त रूप से विधमान होता है।  


=== उदाहरण ===
=== उदाहरण ===
Line 22: Line 22:
==अभ्यास प्रश्न==
==अभ्यास प्रश्न==
*समावयवता से आप क्या समझते हैं? यह कितने प्रकार की होती हैं ?
*समावयवता से आप क्या समझते हैं? यह कितने प्रकार की होती हैं ?
*आयनन समावयवता का एक उदाहरण दीजिये।
*विलायकयोजन समावयवता का एक उदाहरण दीजिये।
*संरचनात्मक समावयवता एवं त्रिविम समावयवता में क्या अंतर् है ?
*संरचनात्मक समावयवता एवं त्रिविम समावयवता में क्या अंतर् है ?

Latest revision as of 17:56, 30 May 2024

वे दो या दो से अधिक यौगिक जिनके रासायनिक सूत्र समान होते हैं परन्तु परमाणुओं की व्यवस्था भिन्न भिन्न होती है समावयवी कहलाते हैं। परमाणुओं की भिन्न भिन्न व्यवस्था के कारण उपसहसंयोजक यौगिकों में दो प्रमुख प्रकार की उपसहसंयोजक समावयवता प्रदर्शित करते हैं।

  • त्रिविम समावयवता
  • संरचनात्मक समावयवता

त्रिविम समावयवता

त्रिविम समावयवता दो प्रकार के होते हैं।

  1. ज्यामितीय समावयवता
  2. ध्रुवण समावयवता

संरचनात्मक समावयवता

संरचनात्मक समावयवता दो प्रकार के होते हैं।

  1. बंधनी समावयवता
  2. आयन समावयवता
  3. उपसहसंयोजन समावयवता
  4. विलायकयोजन समावयवता

विलायकयोजन समावयवता

जब जल को विलायक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है तो इस प्रकार की समावयवता को हाइड्रेट समावयवता कहते हैं। इसके एक समावयवी में विलायक अणु धातु आयन से लिगंड के रूप में बंधित होता है जबकि दुसरे समावयवी में विलायक अणु संकुल के क्रिस्टल जालक में मुक्त रूप से विधमान होता है।

उदाहरण

एक्वासंकुल [Cr(H2O)6]Cl3 बैंगनी रंग का होता है जबकि इसका विलयकयोजन समावयवी [Cr(H2O)5Cl]Cl2.H2O भूरा - हरा होता है।

अभ्यास प्रश्न

  • समावयवता से आप क्या समझते हैं? यह कितने प्रकार की होती हैं ?
  • विलायकयोजन समावयवता का एक उदाहरण दीजिये।
  • संरचनात्मक समावयवता एवं त्रिविम समावयवता में क्या अंतर् है ?