मूसला मूलतंत्र: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

(Created blank page)
 
No edit summary
 
(8 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[Category:पुष्पी पादपों की आकारिकी]][[Category:कक्षा-11]][[Category:जीव विज्ञान]][[Category:वनस्पति विज्ञान]]
मूसला मूलतंत्र: इस मूलतंत्र में एक एकल, प्रमुख [[प्राथमिक मूल|प्राथमिक]] जड़ (मूलतंत्र) होती है जो सीधे नीचे की ओर बढ़ती है। यह छोटी, पार्श्व जड़ों ([[द्वितीयक मूल|द्वितीयक]] और तृतीयक जड़ों) को जन्म देती है जो मुख्य जड़ से क्षैतिज रूप से फैलती हैं। मूसला जड़ कुछ पौधों की एक मुख्य केन्द्रीय जड़ होती है जिसमें से अन्य जड़ें निकलती हैं। प्रायः मूसला जड़ लगभग सीधी और मोटी है जिसकी चौड़ाई नीचे जाते-जाते घटती जाती है। यह प्रायः सीधी नीचे की ओर बढ़ती है। कुछ गाजर व चुकंदर जैसे पौधो में मूसला जड़ में पौधा उसमें आहार जमा करता है, जिससे मनुष्य व अन्य प्राणी उन्हें खोदकर खाते हैं।


== विशेषताएँ ==
=== प्राथमिक जड़ ===
* प्राथमिक जड़, या मूल जड़, अंकुरण के दौरान बीज से निकलने वाली पहली जड़ होती है।
* यह सामान्यतः मोटी, लंबी होती है, और लंबवत नीचे की ओर बढ़ती है।
* मूल जड़ें मिट्टी में गहराई तक प्रवेश करती हैं, जिससे पौधे को मिट्टी की गहरी परतों से जल और पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद मिलती है।
=== पार्श्व जड़ें ===
* पार्श्व जड़ें, जिन्हें द्वितीयक और तृतीयक जड़ें भी कहा जाता है, मूल जड़ से निकलती हैं।
* ये जड़ें जल और पोषक तत्वों के [[अवशोषण]] के लिए सतह क्षेत्र को बढ़ाती हैं।
== संरचना और वृद्धि ==
=== जड़ के क्षेत्र ===
* मिट्टी से बाहर निकलते समय बढ़ते सिरे की रक्षा करता है।
* जड़ कैप के ठीक पीछे स्थित, जहाँ कोशिकाएँ सक्रिय रूप से विभाजित होती हैं।
* कोशिकाएँ लंबी होती हैं, जड़ के सिरे को मिट्टी में और आगे धकेलती हैं।
* कोशिकाएँ विशेष कोशिकाओं में विभेदित होती हैं, जैसे कि जड़ के बाल, जो [[अवशोषण]] क्षमता को बढ़ाते हैं।
=== मूल रोम ===
* छोटे बाल जैसी संरचनाएँ जो परिपक्वता के क्षेत्र से निकलती हैं।
* वे जल और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए सतह क्षेत्र को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाते हैं।
== अनुकूलन और विविधताएँ ==
=== भंडारण मूल जड़ें ===
संशोधित मूल जड़ें जो पौधे के लिए [[कार्बोहाइड्रेट]] जैसे खाद्य पदार्थ संग्रहित करती हैं।
==== उदाहरण ====
गाजर, मूली, चुकंदर।
=== गहरी बनाम उथली मूल जड़ें ===
* कुछ पौधों में गहरे जल स्रोतों तक पहुँचने के लिए बहुत गहरी मूल जड़ें होती हैं (जैसे, मेसकाइट के पेड़)।
* अन्य पौधों में छोटी मूल जड़ें होती हैं लेकिन व्यापक [[पोषक चक्रण|पोषक]] तत्व अवशोषण के लिए व्यापक पार्श्व जड़ें होती हैं (जैसे, सिंहपर्णी)।
=== पर्यावरण अनुकूलन ===
मूल जड़ें विभिन्न मिट्टी के प्रकारों और पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुकूल हो सकती हैं, जिससे पौधों का अस्तित्व बेहतर होता है।
== अभ्यास प्रश्न ==
* मूसला मूलतंत्र क्या हैं ?
* मूसला मूलतंत्र की विषेशताएं बताइये।

Latest revision as of 17:06, 31 July 2024

मूसला मूलतंत्र: इस मूलतंत्र में एक एकल, प्रमुख प्राथमिक जड़ (मूलतंत्र) होती है जो सीधे नीचे की ओर बढ़ती है। यह छोटी, पार्श्व जड़ों (द्वितीयक और तृतीयक जड़ों) को जन्म देती है जो मुख्य जड़ से क्षैतिज रूप से फैलती हैं। मूसला जड़ कुछ पौधों की एक मुख्य केन्द्रीय जड़ होती है जिसमें से अन्य जड़ें निकलती हैं। प्रायः मूसला जड़ लगभग सीधी और मोटी है जिसकी चौड़ाई नीचे जाते-जाते घटती जाती है। यह प्रायः सीधी नीचे की ओर बढ़ती है। कुछ गाजर व चुकंदर जैसे पौधो में मूसला जड़ में पौधा उसमें आहार जमा करता है, जिससे मनुष्य व अन्य प्राणी उन्हें खोदकर खाते हैं।

विशेषताएँ

प्राथमिक जड़

  • प्राथमिक जड़, या मूल जड़, अंकुरण के दौरान बीज से निकलने वाली पहली जड़ होती है।
  • यह सामान्यतः मोटी, लंबी होती है, और लंबवत नीचे की ओर बढ़ती है।
  • मूल जड़ें मिट्टी में गहराई तक प्रवेश करती हैं, जिससे पौधे को मिट्टी की गहरी परतों से जल और पोषक तत्व प्राप्त करने में मदद मिलती है।

पार्श्व जड़ें

  • पार्श्व जड़ें, जिन्हें द्वितीयक और तृतीयक जड़ें भी कहा जाता है, मूल जड़ से निकलती हैं।
  • ये जड़ें जल और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए सतह क्षेत्र को बढ़ाती हैं।

संरचना और वृद्धि

जड़ के क्षेत्र

  • मिट्टी से बाहर निकलते समय बढ़ते सिरे की रक्षा करता है।
  • जड़ कैप के ठीक पीछे स्थित, जहाँ कोशिकाएँ सक्रिय रूप से विभाजित होती हैं।
  • कोशिकाएँ लंबी होती हैं, जड़ के सिरे को मिट्टी में और आगे धकेलती हैं।
  • कोशिकाएँ विशेष कोशिकाओं में विभेदित होती हैं, जैसे कि जड़ के बाल, जो अवशोषण क्षमता को बढ़ाते हैं।

मूल रोम

  • छोटे बाल जैसी संरचनाएँ जो परिपक्वता के क्षेत्र से निकलती हैं।
  • वे जल और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए सतह क्षेत्र को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाते हैं।

अनुकूलन और विविधताएँ

भंडारण मूल जड़ें

संशोधित मूल जड़ें जो पौधे के लिए कार्बोहाइड्रेट जैसे खाद्य पदार्थ संग्रहित करती हैं।

उदाहरण

गाजर, मूली, चुकंदर।

गहरी बनाम उथली मूल जड़ें

  • कुछ पौधों में गहरे जल स्रोतों तक पहुँचने के लिए बहुत गहरी मूल जड़ें होती हैं (जैसे, मेसकाइट के पेड़)।
  • अन्य पौधों में छोटी मूल जड़ें होती हैं लेकिन व्यापक पोषक तत्व अवशोषण के लिए व्यापक पार्श्व जड़ें होती हैं (जैसे, सिंहपर्णी)।

पर्यावरण अनुकूलन

मूल जड़ें विभिन्न मिट्टी के प्रकारों और पर्यावरणीय परिस्थितियों के अनुकूल हो सकती हैं, जिससे पौधों का अस्तित्व बेहतर होता है।

अभ्यास प्रश्न

  • मूसला मूलतंत्र क्या हैं ?
  • मूसला मूलतंत्र की विषेशताएं बताइये।