डोबेराइनर के त्रिक: Difference between revisions

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डोबेराइनर का त्रिक नियम-डोबेराइनर ने एक समान गुणों वाले को तीन-तीन के समूहों में परमाणु भार के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया, जिन्हें डोबेराइनर त्रिक कहा जाता है। डोबेराइनर के अनुसार, बीच के तत्वों को परमाणु भार शेष दो तत्वों के परमाणु भारों का लगभग औसत है। इसे डोबेराइनर का त्रिक नियम कहते हैं।
एक जर्मन वैज्ञानिक जोहान्न वुल्फगांग डॉबेराइनर ने सर्वप्रथम तत्वों को वर्गीकृत किया था।  जो एक जर्मन वैज्ञानिक थे को जाता है , जोहान्न वुल्फगांग डॉबेराइनर ने सन 1817 में तीन-तीन तत्वों वाले कुछ समूहों की पहचान की उन तत्वों के गुण समान थे। उन्होनें तीन तीन तत्वों के समूहों को त्रिक कहा, जिसे डाबेराइनर के त्रिक के नाम से जाना जाता है।
 
डोबेराइनर का त्रिक नियम-डोबेराइनर ने एक समान गुणों वाले को तीन-तीन के समूहों में परमाणु भार के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया, जिन्हें डोबेराइनर त्रिक कहा जाता है। डोबेराइनर के अनुसार, बीच के तत्वों को परमाणु भार शेष दो तत्वों के परमाणु भारों का लगभग औसत है। इसे डोबेराइनर का त्रिक नियम कहते हैं। वुल्फगांग डॉबेराइनर ने बताया कि त्रिक के तीनों तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमान  के बढ़ते क्रम में रखते हैं, इन्हे बढ़ते क्रम में रखने पर बीच वाले तत्व का परमाणु द्रव्यमान अन्य दो तत्वों के परमाणु द्रव्यमान का लगभग औसत होता है।

Revision as of 10:58, 13 June 2023

एक जर्मन वैज्ञानिक जोहान्न वुल्फगांग डॉबेराइनर ने सर्वप्रथम तत्वों को वर्गीकृत किया था।  जो एक जर्मन वैज्ञानिक थे को जाता है , जोहान्न वुल्फगांग डॉबेराइनर ने सन 1817 में तीन-तीन तत्वों वाले कुछ समूहों की पहचान की उन तत्वों के गुण समान थे। उन्होनें तीन तीन तत्वों के समूहों को त्रिक कहा, जिसे डाबेराइनर के त्रिक के नाम से जाना जाता है।

डोबेराइनर का त्रिक नियम-डोबेराइनर ने एक समान गुणों वाले को तीन-तीन के समूहों में परमाणु भार के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया, जिन्हें डोबेराइनर त्रिक कहा जाता है। डोबेराइनर के अनुसार, बीच के तत्वों को परमाणु भार शेष दो तत्वों के परमाणु भारों का लगभग औसत है। इसे डोबेराइनर का त्रिक नियम कहते हैं। वुल्फगांग डॉबेराइनर ने बताया कि त्रिक के तीनों तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमान  के बढ़ते क्रम में रखते हैं, इन्हे बढ़ते क्रम में रखने पर बीच वाले तत्व का परमाणु द्रव्यमान अन्य दो तत्वों के परमाणु द्रव्यमान का लगभग औसत होता है।