भौतिक गुणधर्मों का मापन: Difference between revisions

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* अंग्रेजी पद्धति
* अंग्रेजी पद्धति
* मीट्रिक पद्धति मीट्रिक पद्धति, जो फ़्रांस में अठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में विकसित की गई वह  अधिक सुविधाजनक थी, क्योकी वह दशमलव प्रणाली पर आधारित थी।
* मीट्रिक पद्धति मीट्रिक पद्धति, जो फ़्रांस में अठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में विकसित की गई वह  अधिक सुविधाजनक थी, क्योकी वह दशमलव प्रणाली पर आधारित थी।
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|द्रव्यमान का मात्रक
|किलोग्राम
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|समय का मात्रक
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|धरा का मात्रक
|एम्पीयर
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|ताप का मात्रक
|केल्विन
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|पदार्थ की मात्रा का मात्रक
|मोल
|-
|लम्बाई का मात्रक 
|मीटर
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Revision as of 13:09, 20 June 2023


द्रव्य के गुणधर्म और उनका मापन

गुणधर्मों को दो वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है:

  • भौतिक गुणधर्म
  • रासायनिक गुणधर्म

भौतिक गुणधर्म

भौतिक गुणधर्म से पदार्थ की पहचान की जाती है जैसे पदार्थ का रंग कैसा है, उसकी गंध, उसका गलनांक और घनत्व जैसे गुणों से पदार्थ के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।

रासायनिक गुणधर्म

किसी पदार्थ की अम्लता, क्षारता, संघटन ज्वलनशीलता, तथा उससे होने वाली रासायनिक अभिक्रियाएं इत्यादि सभी रासायनिक गुणधर्म के अंतर्गत आती हैं।  संघटन ज्वलनशीलता, अम्ल, क्षार इत्यादि।

भौतिक गुणधर्मों का मापन

द्रव्य के अनेक गुणधर्म, जैसे - लम्बाई, क्षेत्रफल, आयतन आदि मात्रात्मक प्रकृति के होते हैं। किसी मात्रात्मक प्रेक्षण या मापन को कोई संख्या और उसके बाद वः इकाई लिखकर दर्शाया जाता है, जिसमे उसे मापा गया है।

उदाहरण किसी कमरे की लम्बाई को 8 मीटर लिखकर यह बताया जा सकता है, जिसमे 8 एक संख्या है, जिसमे लम्बाई नापी गई है।

मापन की दो विभन्न पद्धतियां हैं:

  • अंग्रेजी पद्धति
  • मीट्रिक पद्धति मीट्रिक पद्धति, जो फ़्रांस में अठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में विकसित की गई वह  अधिक सुविधाजनक थी, क्योकी वह दशमलव प्रणाली पर आधारित थी।
द्रव्यमान का मात्रक किलोग्राम
समय का मात्रक सेकंड
धरा का मात्रक एम्पीयर
ताप का मात्रक केल्विन
पदार्थ की मात्रा का मात्रक मोल
लम्बाई का मात्रक  मीटर