इलेक्ट्रॉन लब्धि एन्थैल्पी: Difference between revisions
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एक पृथक गैसीय परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन जोड़ने पर निकलने वाली ऊर्जा की मात्रा को इलेक्ट्रॉन लब्धि एन्थैल्पी कहा जाता है। एक इलेक्ट्रॉन के जुड़ने के दौरान, ऊर्जा या तो उत्सर्जित होती है या अवशोषित होती है। | एक पृथक गैसीय परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन जोड़ने पर निकलने वाली ऊर्जा की मात्रा को इलेक्ट्रॉन लब्धि एन्थैल्पी कहा जाता है। एक इलेक्ट्रॉन के जुड़ने के दौरान, ऊर्जा या तो उत्सर्जित होती है या अवशोषित होती है। जब कोई उदासीन गैसीय परमाणु इलेक्ट्रान ग्रहण करता है तो वो ऋणात्मक आयन बनाता है, तो इस प्रक्रम में जितना एन्थैल्पी परिवर्तन होता है, उस एन्थैल्पी परिवर्तन को इलेक्ट्रान लब्धि एन्थैल्पी कहते हैं इसे (Δ<sub>eg</sub>H) से प्रदर्शित करते हैं। यह एन्थैल्पी बताती है कि कितनी सरलता से परमाणु इलेक्ट्रान को ग्रहण करके ऋणात्मक आयन बनाता है। | ||
<chem>X(g) + e -> x-(g) </chem> |
Revision as of 10:52, 11 July 2023
एक पृथक गैसीय परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन जोड़ने पर निकलने वाली ऊर्जा की मात्रा को इलेक्ट्रॉन लब्धि एन्थैल्पी कहा जाता है। एक इलेक्ट्रॉन के जुड़ने के दौरान, ऊर्जा या तो उत्सर्जित होती है या अवशोषित होती है। जब कोई उदासीन गैसीय परमाणु इलेक्ट्रान ग्रहण करता है तो वो ऋणात्मक आयन बनाता है, तो इस प्रक्रम में जितना एन्थैल्पी परिवर्तन होता है, उस एन्थैल्पी परिवर्तन को इलेक्ट्रान लब्धि एन्थैल्पी कहते हैं इसे (ΔegH) से प्रदर्शित करते हैं। यह एन्थैल्पी बताती है कि कितनी सरलता से परमाणु इलेक्ट्रान को ग्रहण करके ऋणात्मक आयन बनाता है।