आबंध एन्थैल्पी: Difference between revisions

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किसी रासायनिक बंध के बनते समय ऊर्जा मुक्त होती है। अतः बंध को तोड़ने हेतु भी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। किसी बंध को तोड़ने हेतु आवश्यक ऊर्जा की मात्रा उस बंध की बंध एन्थैल्पी कहलाती है। अतः वह एन्थैल्पी परिवर्तन जो गैसीय अणु को परमाणुओं में तोड़ने के लिए आवश्यक होता है। आबंध एन्थैल्पी का मात्रक kj mol <sup>-1</sup> होता है।
किसी रासायनिक बंध के बनते समय ऊर्जा मुक्त होती है। अतः बंध को तोड़ने हेतु भी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। किसी बंध को तोड़ने हेतु आवश्यक ऊर्जा की मात्रा उस बंध की बंध एन्थैल्पी कहलाती है। अतः वह एन्थैल्पी परिवर्तन जो गैसीय अणु को परमाणुओं में तोड़ने के लिए आवश्यक होता है। आबंध एन्थैल्पी का मात्रक kj mol<sup>-1</sup> होता है।  
 
=== उदाहरण ===
हाइड्रोजन के अणु में आबंध की आबंध लम्बाई 435.8 kj mol<sup>-1</sup> होती है, अर्थात
 
<chem>H2(g) -> H (g) + H(g);</chem> <math>\bigtriangleup</math><sub>a</sub> H<sup>-</sup>  = 435.8 kj mol<sup>-1</sup>
 
यदि आबंध विघटन एन्थैल्पी अधिक है, तो आबंध अधिक प्रबल होगा। आइये जानते हैं कि HCl जैसे एक विषम नाभिकीय द्विपरमाणुक अणु के लिए:
 
<chem>HCl(g)-> H(g) + Cl(g);</chem>
 
<math>\bigtriangleup</math><sub>a</sub> H<sup>-</sup>  = 431.0 kj mol<sup>-1</sup>

Revision as of 12:11, 21 July 2023

किसी रासायनिक बंध के बनते समय ऊर्जा मुक्त होती है। अतः बंध को तोड़ने हेतु भी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। किसी बंध को तोड़ने हेतु आवश्यक ऊर्जा की मात्रा उस बंध की बंध एन्थैल्पी कहलाती है। अतः वह एन्थैल्पी परिवर्तन जो गैसीय अणु को परमाणुओं में तोड़ने के लिए आवश्यक होता है। आबंध एन्थैल्पी का मात्रक kj mol-1 होता है।

उदाहरण

हाइड्रोजन के अणु में आबंध की आबंध लम्बाई 435.8 kj mol-1 होती है, अर्थात

a H- = 435.8 kj mol-1

यदि आबंध विघटन एन्थैल्पी अधिक है, तो आबंध अधिक प्रबल होगा। आइये जानते हैं कि HCl जैसे एक विषम नाभिकीय द्विपरमाणुक अणु के लिए:

a H- = 431.0 kj mol-1