ऑक्सीकरण और अपचयन: Difference between revisions
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* ऑक्सीकरण तथा अपचयन में अंतर बताइये। | * ऑक्सीकरण तथा अपचयन में अंतर बताइये। | ||
* ऑक्सीकरण क्या है ? एक अभिक्रिया द्वारा समझाइए। | * ऑक्सीकरण क्या है ? एक अभिक्रिया द्वारा समझाइए। | ||
* अपचयन क्या है ? एक अभिक्रिया द्वारा समझाइए। | * अपचयन क्या है ? एक अभिक्रिया द्वारा समझाइए।[[Category:रसायन विज्ञान]] |
Revision as of 19:24, 3 August 2023
ऑक्सीकरण
पुरानी अवधारणा के अनुसार ऑक्सीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें ऑक्सीजन या किसी विद्युतऋणात्मक तत्व को जोड़ा जाता है और हाइड्रोजन या किसी विद्युत्धानात्मक तत्व को हटाया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक अवधारणा के अनुसार ऑक्सीकरण को उस प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें एक परमाणु या आयन एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन बाहर निकालता है। या इसे इस प्रकार भी परिभाषित किया जा सकता है कि आक्सीकरण संख्या का बढ़ना आक्सीकरण कहलाता है।
ऑक्सीकरण अभिक्रियाओं के उदाहरण
1. ऑक्सीजन का योग:
N2 + O2 → 2NO (नाइट्रोजन का ऑक्सीकरण)
2. विद्युत ऋणात्मक तत्व का योग:
2Fe + O2 → Fe2O3 (लोहे का ऑक्सीकरण)
3. हाइड्रोजन को हटाना:
H2S + Br2 → 2 HBr + S (सल्फ़ाइड का ऑक्सीकरण)
4. विद्युत्धानात्मक तत्वों को हटाना:
2 KI + H2O2 → I2 + 2 KOH (आयोडाइड का ऑक्सीकरण)
अपचयन
पुरानी अवधारणा के अनुसार अपचयन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हाइड्रोजन या किसी विधुत धनात्मक तत्व को जोड़ा जाता है या ऑक्सीजन या किसी विधुत तत्व को हटाया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक अवधारणा के अनुसार अपचयन को उस प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें एक परमाणु या आयन एक या अधिक इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है। या इसे इस प्रकार भी परिभाषित किया जा सकता है कि आक्सीकरण संख्या का घटना अपचयन कहलाता है।
रासायनिक अभिक्रियाएं वे अभिक्रियाएँ हैं जिनमें एक रासायनिक पदार्थ से दूसरे में इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण सम्मिलित होता है। इन इलेक्ट्रॉन-स्थानांतरण अभिक्रियाओं को ऑक्सीकरण-अपचयन अभिक्रियाएँ या रेडॉक्स अभिक्रियाएँ कहा जाता है। इन अभिक्रियाओं के साथ ऊष्मा, प्रकाश और विद्युत आदि के रूप में ऊर्जा परिवर्तन होते हैं। ऑक्सीकरण और अपचयन अभिक्रिया में विभिन्न पदार्थों में ऑक्सीजन या हाइड्रोजन का योग भी शामिल होता है।
अपचयन प्रतिक्रियाओं के उदाहरण
1. हाइड्रोजन का योग:
N2 + 3 H2 → 2NH3 (नाइट्रोजन का अपचयन)
3. ऑक्सीजन को हटाना:
ZnO + C → Zn + CO (जिंक ऑक्साइड का अपचयन)
4. विद्युत्धानात्मक तत्वों को हटाना:
2FeCl3 + H2 → 2FeCl2 + 2HCl (फेरिक क्लोराइड का अपचयन)
ऑक्सीकरण तथा अपचयन में अंतर
ऑक्सीकरण तथा अपचयन में निम्नलिखित अंतर है:
ऑक्सीकरण | अपचयन | |
---|---|---|
1 | जब कोई अभिकारक किसी अभिक्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉन दाता का काम करता है, तो इसे ऑक्सीकरण कहा जाता है। | जब एक अभिकारक एक प्रतिक्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉनों को ग्रहण करता है, तो इसे अपचयन कहा जाता है। |
2 | ऑक्सीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें ऑक्सीजन या किसी विद्युतऋणात्मक तत्व को जोड़ा जाता है | अपचयन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हाइड्रोजन या किसी विधुत धनात्मक तत्व को जोड़ा जाता है या ऑक्सीजन या किसी विधुत तत्व को हटाया जाता है। |
3 | ऑक्सीकरण, जिसमें एक परमाणु या आयन एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन बाहर निकालता है | अपचयन, जिसमें एक परमाणु या आयन एक या अधिक इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है। |
अभ्यास प्रश्न
- ऑक्सीकरण तथा अपचयन में अंतर बताइये।
- ऑक्सीकरण क्या है ? एक अभिक्रिया द्वारा समझाइए।
- अपचयन क्या है ? एक अभिक्रिया द्वारा समझाइए।