विलयन की सांद्रता: Difference between revisions
From Vidyalayawiki
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[Category:विलयन]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:भौतिक रसायन]] | [[Category:विलयन]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:भौतिक रसायन]] | ||
“विलेय की वह मात्रा जो विलयन या विलायक की एक निश्चित मात्रा या आयतन में घुली रहती है विलयन की सांद्रता कहलाती है। ” जब किसी विलयन में या विलायक में विलेय पदार्थ की मात्रा अधिक घुली रहती है तो हम कह सकते है कि इसकी सांद्रता अधिक है अर्थात विलेय की घुली हुई मात्रा को ही सान्द्रता कहते है। |
Revision as of 16:18, 2 April 2024
“विलेय की वह मात्रा जो विलयन या विलायक की एक निश्चित मात्रा या आयतन में घुली रहती है विलयन की सांद्रता कहलाती है। ” जब किसी विलयन में या विलायक में विलेय पदार्थ की मात्रा अधिक घुली रहती है तो हम कह सकते है कि इसकी सांद्रता अधिक है अर्थात विलेय की घुली हुई मात्रा को ही सान्द्रता कहते है।