वसंतीकरण: Difference between revisions
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वसंतीकरण या वर्नालाइजेशन पौधों को लंबे समय तक ठंडे मौसम या इसी तरह की स्थितियों में रखकर उनमें फूल लाने की प्रक्रिया है।यह पौधों को ठंडे तापमान में रखकर उनमें फूल आने की क्षमता को तेज करने की प्रक्रिया है। | |||
एक बार वसंतीकरण हो जाने पर पौधों में फूल खिलने की क्षमता विकसित हो जाती है। वे दोबारा प्रक्रिया से गुजरे बिना फिर से खिल जाते हैं। | |||
समशीतोष्ण क्षेत्रों में उगने वाले पौधों को फूल आने की प्रक्रिया शुरू करने या तेज़ करने के लिए वसंतीकरण की आवश्यकता होती है। यह सुनिश्चित करता है कि प्रजनन विकास और बीज उत्पादन शरद ऋतु के बजाय वसंत और सर्दियों में होता है। | |||
वर्नालाइज़ेशन पौधों में तापमान की निर्भरता को दर्शाता है। |
Revision as of 16:47, 25 December 2023
वसंतीकरण या वर्नालाइजेशन पौधों को लंबे समय तक ठंडे मौसम या इसी तरह की स्थितियों में रखकर उनमें फूल लाने की प्रक्रिया है।यह पौधों को ठंडे तापमान में रखकर उनमें फूल आने की क्षमता को तेज करने की प्रक्रिया है।
एक बार वसंतीकरण हो जाने पर पौधों में फूल खिलने की क्षमता विकसित हो जाती है। वे दोबारा प्रक्रिया से गुजरे बिना फिर से खिल जाते हैं।
समशीतोष्ण क्षेत्रों में उगने वाले पौधों को फूल आने की प्रक्रिया शुरू करने या तेज़ करने के लिए वसंतीकरण की आवश्यकता होती है। यह सुनिश्चित करता है कि प्रजनन विकास और बीज उत्पादन शरद ऋतु के बजाय वसंत और सर्दियों में होता है।
वर्नालाइज़ेशन पौधों में तापमान की निर्भरता को दर्शाता है।