निकाय एवं परिवेश: Difference between revisions
Listen
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 5: | Line 5: | ||
द्रव्य का प्रतिदर्श जिसका अध्यन करना करना है निकाय या तंत्र कहलाता है। | द्रव्य का प्रतिदर्श जिसका अध्यन करना करना है निकाय या तंत्र कहलाता है। | ||
उदाहरण किसी ठोस, द्रव या गैस का दिया हुआ नमूना, कोई रसायनिक अभिक्रिया, भौतिक प्रक्रम आदि। | उदाहरण किसी ठोस, द्रव या गैस का दिया हुआ नमूना, कोई रसायनिक अभिक्रिया, [[भौतिक प्रक्रमों में साम्यावस्था|भौतिक प्रक्रम]] आदि। | ||
==== विवृत निकाय या खुला निकाय ==== | ==== विवृत निकाय या खुला निकाय ==== | ||
Line 11: | Line 11: | ||
==== संवृत निकाय या बंद निकाय ==== | ==== संवृत निकाय या बंद निकाय ==== | ||
जो निकाय अपने परिवेश के साथ ऊर्जा का विनिमय कर सकता है, परन्तु द्रव्य का विनिमय नहीं कर सकता है कहलाता है | जो [[निकाय के प्रकार|निकाय]] अपने परिवेश के साथ ऊर्जा का विनिमय कर सकता है, परन्तु द्रव्य का विनिमय नहीं कर सकता है बंद निकाय कहलाता है | ||
उदाहरण के लिए, बंद फ्लास्क में रखा पदार्थ एक संवृत निकाय है। | उदाहरण के लिए, बंद फ्लास्क में रखा पदार्थ एक संवृत निकाय है। | ||
Line 27: | Line 27: | ||
* विवृत निकाय या खुला निकाय से क्या तात्पर्य है ? | * विवृत निकाय या खुला निकाय से क्या तात्पर्य है ? | ||
* संवृत निकाय या बंद निकाय से क्या तात्पर्य है ? | * संवृत निकाय या बंद निकाय से क्या तात्पर्य है ? | ||
* उष्मागतिकी में परिवेश का अर्थ क्या है? | * [[उष्मागतिकी]] में परिवेश का अर्थ क्या है? |
Latest revision as of 10:50, 29 May 2024
भौतिक रसायन की एक शाखा है जिसके ऊर्जा रथानांतरण और ऊर्जा रूपांतरण का अध्धयन किया जाता है, विशेष रूप से ऊष्मा से कार्य और कार्य से ऊष्मा में ऊर्जा का रूपांतरण। ऊर्जा परिवर्तनों से सम्बंधित नियम उष्मागतिकी के नियम कहलाते हैं। उष्मागतिकी के नियम से सम्बंधित कुछ आधारभूत धारणाएं और परिभाषाएं निम्न हैं:
निकाय
द्रव्य का प्रतिदर्श जिसका अध्यन करना करना है निकाय या तंत्र कहलाता है।
उदाहरण किसी ठोस, द्रव या गैस का दिया हुआ नमूना, कोई रसायनिक अभिक्रिया, भौतिक प्रक्रम आदि।
विवृत निकाय या खुला निकाय
जो निकाय अपने परिवेश के साथ ऊर्जा और द्रव्य दोनों का विनिमय कर सकता है, विवृत निकाय या खुला निकाय कहलाता है। खुले बीकर में रखा पदार्थ एक विवृत निकाय है।
संवृत निकाय या बंद निकाय
जो निकाय अपने परिवेश के साथ ऊर्जा का विनिमय कर सकता है, परन्तु द्रव्य का विनिमय नहीं कर सकता है बंद निकाय कहलाता है
उदाहरण के लिए, बंद फ्लास्क में रखा पदार्थ एक संवृत निकाय है।
वियुक्त निकाय या विलगित निकाय
जो निकाय अपने परिवेश के साथ न द्रव्य का और ना ऊर्जा का विनिमय कर सकता है, वियुक्त निकाय या विलगित निकाय कहलाता है
उदाहरण के लिए, बंद फ्लास्क में रखा हुआ पदार्थ एक वियुक्त निकाय है।
परिवेश
जो निकाय के बाहर है वह निकाय का परिवेश कहलाता है। परिवेश और निकाय के मध्य एक वास्तविक या काल्पनिक परिसीमा होती है जो निकाय को परिवेश से पृथक करती है। उदाहरण के लिए बीकर में रखा पदार्थ निकाय और बीकर के बाहर का वायुमंडल निकाय का परिवेश है।
अभ्यास प्रश्न
- विवृत निकाय या खुला निकाय से क्या तात्पर्य है ?
- संवृत निकाय या बंद निकाय से क्या तात्पर्य है ?
- उष्मागतिकी में परिवेश का अर्थ क्या है?