AP का nवाँ पद: Difference between revisions
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आइए हम जानते हैं कि अर्थमैटिक प्रोग्रेशन ( '''arithmetic progression''') अर्थात समांतर श्रेढ़ी का क्या मतलब होता है? संख्याओं का एक क्रम या श्रृंखला , जिसमें दो क्रमागत संख्याओं ( consecutive terms ) के बीच का सार्व अंतर (common difference) स्थिर ( constant) रहता है,ऐसी क्रम या श्रृंखला को हम '''समांतर श्रेढ़ी''' कहते हैं । | |||
=== | === उदाहरण === | ||
# <math>1 ,3, 5, 7 ,9, 11, ....</math> | |||
1 | # <math>2, 4, 6, 8, 10, 12,....</math> | ||
# <math>5, 3, 1, -1, -3, -5,...</math> | |||
# <math>9.25, 9.35, 9.45, 9.55, 9.65,...</math> | |||
उपर्युक्त उदाहरणों में, प्रत्येक अगला पद पूर्ववर्ती पद में एक निश्चित संख्या जोड़कर प्राप्त किया गया है । उपर्युक्त उदाहरणों में दो क्रमागत पदों का अंतर नियत है, अतः यह समांतर श्रेढ़ी का उदाहरण है । | |||
== समान्तर श्रेढ़ी का n वाँ पद == | |||
इसे ज्ञात करने के लिए हम सार्व अंतर <math>d</math> को <math>(n-1)</math> से गुणा करेंगे और फिर पहले पद अर्थात a में जोड़ेंगे । | |||
== समान्तर श्रेढ़ी का n वाँ पद | |||
इसे ज्ञात करने के लिए हम सार्व अंतर d | |||
=== समांतर श्रेढ़ी के n वाँ पद का सूत्र ( Formula for nth term of an AP) === | === समांतर श्रेढ़ी के n वाँ पद का सूत्र ( Formula for nth term of an AP) === | ||
<math>a_n=a+(n-1)d</math> | |||
यहाँ, | यहाँ, <math>a_n</math> = <math>n^{th}</math> पद | ||
a = पहला पद | <math>a =</math> पहला पद | ||
n = पदों की संख्या | <math>n=</math> पदों की संख्या | ||
d = सार्व अंतर | <math>d =</math> सार्व अंतर | ||
=== उदाहरण 1: - === | === उदाहरण 1: - === | ||
1) समान्तर श्रेढ़ी <math>12, 18, 24, 30, 36,...</math> का <math>9^{th}</math> पद ज्ञात कीजिये। | |||
हल | |||
यहाँ, पहला पद <math>a = 12</math> | |||
सार्व अंतर | सार्व अंतर <math>d=18-12=6</math> | ||
पदों की | पदों की संख्या <math>n= 9</math> 9 वां पद (a<sub>9</sub>) =? | ||
n वाँ पद के सूत्र द्वारा, a<sub>n</sub> = a + (n – 1)d | n वाँ पद के सूत्र द्वारा, a<sub>n</sub> = a + (n – 1)d | ||
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हल – | हल – | ||
प्रथम पद (a) | प्रथम पद (a) = 4, | ||
सार्व अंतर (d) | सार्व अंतर (d) = 12- 8 = 4 | ||
n वाँ पद (an) = 400, पदों की संख्या (n) =? | n वाँ पद (an) = 400, पदों की संख्या (n) =? |
Revision as of 21:16, 14 September 2023
आइए हम जानते हैं कि अर्थमैटिक प्रोग्रेशन ( arithmetic progression) अर्थात समांतर श्रेढ़ी का क्या मतलब होता है? संख्याओं का एक क्रम या श्रृंखला , जिसमें दो क्रमागत संख्याओं ( consecutive terms ) के बीच का सार्व अंतर (common difference) स्थिर ( constant) रहता है,ऐसी क्रम या श्रृंखला को हम समांतर श्रेढ़ी कहते हैं ।
उदाहरण
उपर्युक्त उदाहरणों में, प्रत्येक अगला पद पूर्ववर्ती पद में एक निश्चित संख्या जोड़कर प्राप्त किया गया है । उपर्युक्त उदाहरणों में दो क्रमागत पदों का अंतर नियत है, अतः यह समांतर श्रेढ़ी का उदाहरण है ।
समान्तर श्रेढ़ी का n वाँ पद
इसे ज्ञात करने के लिए हम सार्व अंतर को से गुणा करेंगे और फिर पहले पद अर्थात a में जोड़ेंगे ।
समांतर श्रेढ़ी के n वाँ पद का सूत्र ( Formula for nth term of an AP)
यहाँ, = पद
पहला पद
पदों की संख्या
सार्व अंतर
उदाहरण 1: -
1) समान्तर श्रेढ़ी का पद ज्ञात कीजिये।
हल
यहाँ, पहला पद
सार्व अंतर
पदों की संख्या 9 वां पद (a9) =?
n वाँ पद के सूत्र द्वारा, an = a + (n – 1)d
a9 = 12 + (9 – 1)6
a9 = 12 + (8)6 = 12 + 48
a9 =60
अर्थात , दी गई समान्तर श्रेढ़ी का 9वां पद 60 है।
उदाहरण 2 :-
समान्तर श्रेढ़ी 8, 12, 16 ……… .. का कौन सा पद 400 है?
हल –
प्रथम पद (a) = 4,
सार्व अंतर (d) = 12- 8 = 4
n वाँ पद (an) = 400, पदों की संख्या (n) =?
सूत्र , an = a + (n – 1)d
400= 8 + (n – 1)4
400 – 8 = 4n – 4
392 = 4n – 4
392 + 4 = 4n
4n = 396
n = 396/4
n = 99
अर्थात, दी गई समांतर श्रेढ़ी में कुल 99 पद हैं ।
अभ्यास प्रश्न:-
1. समांतर श्रेढ़ी 2, 7 ,12 ...... का दसवां पद क्या होगा?
2. समांतर श्रेढ़ी 21, 18, 15 .......का कौन सा पद - 87 होगा?