संघ एनेलिडा: Difference between revisions
Listen
mNo edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[Category:प्राणी जगत]][[Category:कक्षा-11]][[Category:जीव विज्ञान]][[Category:जंतु विज्ञान]] | [[Category:प्राणी जगत]][[Category:कक्षा-11]][[Category:जीव विज्ञान]][[Category:जंतु विज्ञान]] | ||
[[Category:Vidyalaya Completed]] | [[Category:Vidyalaya Completed]] | ||
जब आप अपने चारों ओर देखेंगे तो आपको अलग-अलग जानवरों के अलग-अलग संरचनाएं और रूप दिखाई देंगे। हर जानवर कई रूपों में दूसरे से भिन्न होता है। एक भी पशु प्रजाति अन्य प्रजातियों के समान नहीं है। जंतु जगत में कई फाइलम हैं जिन्हें कुछ अंतरों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। इस अध्याय में हम फाइलम एनेलिडा के विषय में चर्चा करेंगे। | जब आप अपने चारों ओर देखेंगे तो आपको अलग-अलग जानवरों के अलग-अलग संरचनाएं और रूप दिखाई देंगे। हर जानवर कई रूपों में दूसरे से भिन्न होता है। एक भी पशु प्रजाति अन्य प्रजातियों के समान नहीं है। जंतु जगत में कई फाइलम हैं जिन्हें कुछ अंतरों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। इस अध्याय में हम फाइलम एनेलिडा के विषय में चर्चा करेंगे। | ||
Line 8: | Line 7: | ||
== वर्गीकरण == | == वर्गीकरण == | ||
आइये इसे '''''नेरेस पेलाजिका''''' के उदाहरण से समझते है- | |||
* जगत- जन्तु (एनिमेलिया) | * जगत- जन्तु (एनिमेलिया) | ||
Line 21: | Line 20: | ||
* ये जीव मुक्त-जीवी और कभी-कभी परजीवी होते हैं। | * ये जीव मुक्त-जीवी और कभी-कभी परजीवी होते हैं। | ||
* वे शरीर संगठन में अंग-प्रणाली स्तर का प्रदर्शन करते हैं। | * वे शरीर संगठन में अंग-प्रणाली स्तर का प्रदर्शन करते हैं। | ||
* ये जीव द्विपक्षीय | * ये जीव द्विपक्षीय समरूपता प्रदर्शित करते हैं। | ||
* ये जीव ट्रिपोब्लास्टिक होते हैं। इन जीवों में तीन भ्रूणीय परतों को एंडोडर्म, एक्टोडर्म और मेसोडर्म कहा जाता है। | * ये जीव ट्रिपोब्लास्टिक होते हैं। इन जीवों में तीन भ्रूणीय परतों को [[एंडोडर्म]], [[एक्टोडर्म]] और मेसोडर्म कहा जाता है। | ||
* ये जीव मेटामेरिक विभाजन दिखाते हैं। एक जीव का शरीर समान खंडों में विभाजीत होता है। विशिष्ट रूप से खंडों में चिह्नित शरीर के कारण इनहे एनेलिडा फाइलम नाम दिया गया है जो छल्ले की तरह दिखता है।। एनेलिडा का लैटिन अर्थ छल्ले से है। | * ये जीव मेटामेरिक विभाजन दिखाते हैं। एक जीव का शरीर समान खंडों में विभाजीत होता है। विशिष्ट रूप से खंडों में चिह्नित शरीर के कारण इनहे एनेलिडा फाइलम नाम दिया गया है जो छल्ले की तरह दिखता है।। एनेलिडा का लैटिन अर्थ छल्ले से है। | ||
* शरीर की गुहा उपस्थित होने के कारण जीवो को सीलोमेट कहते हैं। | * शरीर की गुहा उपस्थित होने के कारण जीवो को सीलोमेट कहते हैं। | ||
Line 28: | Line 27: | ||
* जलीय एनेलिड्स जैसे '''''नेरिस''''' के पास पार्श्व उपांग, पैरापोडिया, होते हैं, जो तैरने में सहायता करते हैं। | * जलीय एनेलिड्स जैसे '''''नेरिस''''' के पास पार्श्व उपांग, पैरापोडिया, होते हैं, जो तैरने में सहायता करते हैं। | ||
* इन जीवों में एक बंद संचार प्रणाली उपस्थित होती है। | * इन जीवों में एक बंद संचार प्रणाली उपस्थित होती है। | ||
* नेफ्रिडिया, एक उत्सर्जी अंग है जो परासरण नियमन और उत्सर्जन में में सहायता करते हैं। | * नेफ्रिडिया, एक उत्सर्जी अंग है जो [[परासरण]] नियमन और [[उत्सर्जन]] में में सहायता करते हैं। | ||
* तंत्रिकीय प्रणाली में युग्मित नाड़ीग्रन्थि (गैन्ग्लिया) होती है जो पार्श्व तंत्रिकाओं द्वारा एक दोहरे, उदर भाग में स्थित, तंत्रिका कॉर्ड से जुड़ा हुआ होता है। | * तंत्रिकीय प्रणाली में युग्मित नाड़ीग्रन्थि (गैन्ग्लिया) होती है जो पार्श्व तंत्रिकाओं द्वारा एक दोहरे, उदर भाग में स्थित, तंत्रिका कॉर्ड से जुड़ा हुआ होता है। | ||
* नेरिस, एक जलीय एनेलिड, एकलिंगी है, लेकिन केंचुए और जोंक उभयलिंगी होते हैं। | * नेरिस, एक जलीय एनेलिड, एकलिंगी है, लेकिन केंचुए और जोंक उभयलिंगी होते हैं। | ||
* जनन लैंगिक होता है। | * जनन [[लैंगिक जनन|लैंगिक]] होता है। | ||
== उदाहरण == | == उदाहरण == |
Latest revision as of 11:34, 19 June 2024
जब आप अपने चारों ओर देखेंगे तो आपको अलग-अलग जानवरों के अलग-अलग संरचनाएं और रूप दिखाई देंगे। हर जानवर कई रूपों में दूसरे से भिन्न होता है। एक भी पशु प्रजाति अन्य प्रजातियों के समान नहीं है। जंतु जगत में कई फाइलम हैं जिन्हें कुछ अंतरों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। इस अध्याय में हम फाइलम एनेलिडा के विषय में चर्चा करेंगे।
परिचय
एनेलिडा, लैटिन भाषा से लिए गए शब्द, एनेलस, से बना है जिसका मतलब है "छोटे छल्ले"। जिसे खंडित वर्म्स के रूप में भी जाना जाता है। यह एक बड़ा फाइलम है, जिनमें रैगवर्म, केंचुए और जोंक सम्मिलित हैं। इस फ़ाइलम में विभिन्न पारिस्थितिकी के अनुकूल प्रजातियां उपस्थित हैं - कुछ समुद्री वातावरण में रहते हैं, कुछ ज्वारीय क्षेत्रों में रहते हैं, अन्य ताजे जल में, और कुछ अन्य नम स्थलीय वातावरण में रहते हैं। आइए इस पर विस्तार से चर्चा करें।
वर्गीकरण
आइये इसे नेरेस पेलाजिका के उदाहरण से समझते है-
- जगत- जन्तु (एनिमेलिया)
- उपजगत- यूमेटाज़ोआ
- संघ- एस्केल्मिन्थेस
- जाति- नेरेस
- प्रजाति- पेलाजिका
विशेषताएँ
- ये जीव जलीय या स्थलीय होते हैं। जल में रहने वाले जीव समुद्री जल या स्वच्छ जल में रहते हैं।
- ये जीव मुक्त-जीवी और कभी-कभी परजीवी होते हैं।
- वे शरीर संगठन में अंग-प्रणाली स्तर का प्रदर्शन करते हैं।
- ये जीव द्विपक्षीय समरूपता प्रदर्शित करते हैं।
- ये जीव ट्रिपोब्लास्टिक होते हैं। इन जीवों में तीन भ्रूणीय परतों को एंडोडर्म, एक्टोडर्म और मेसोडर्म कहा जाता है।
- ये जीव मेटामेरिक विभाजन दिखाते हैं। एक जीव का शरीर समान खंडों में विभाजीत होता है। विशिष्ट रूप से खंडों में चिह्नित शरीर के कारण इनहे एनेलिडा फाइलम नाम दिया गया है जो छल्ले की तरह दिखता है।। एनेलिडा का लैटिन अर्थ छल्ले से है।
- शरीर की गुहा उपस्थित होने के कारण जीवो को सीलोमेट कहते हैं।
- इन जीवों में अनुदैर्ध्य और गोलाकार मांसपेशियां होती हैं, जो गति में सहायता करते हैं।
- जलीय एनेलिड्स जैसे नेरिस के पास पार्श्व उपांग, पैरापोडिया, होते हैं, जो तैरने में सहायता करते हैं।
- इन जीवों में एक बंद संचार प्रणाली उपस्थित होती है।
- नेफ्रिडिया, एक उत्सर्जी अंग है जो परासरण नियमन और उत्सर्जन में में सहायता करते हैं।
- तंत्रिकीय प्रणाली में युग्मित नाड़ीग्रन्थि (गैन्ग्लिया) होती है जो पार्श्व तंत्रिकाओं द्वारा एक दोहरे, उदर भाग में स्थित, तंत्रिका कॉर्ड से जुड़ा हुआ होता है।
- नेरिस, एक जलीय एनेलिड, एकलिंगी है, लेकिन केंचुए और जोंक उभयलिंगी होते हैं।
- जनन लैंगिक होता है।
उदाहरण
- नेरीस
- फेरेटिमा (केंचुआ)
- हिरुडिनेरिया (रक्त चूसने वाला जोंक)