एक्वा रेजिया: Difference between revisions
No edit summary |
m (added Category:Vidyalaya Completed using HotCat) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[Category:P ब्लॉक के तत्व]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:अकार्बनिक रसायन]] | [[Category:P ब्लॉक के तत्व]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:कक्षा-12]][[Category:अकार्बनिक रसायन]] | ||
[[Category:Vidyalaya Completed]] | |||
एक्वा रेजिया सांद्र नाइट्रिक अम्ल का अत्यधिक संक्षारक मिश्रण है इसमें तीन भाग हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और तीन भाग नाइट्रिक अम्ल का मिश्रण होता है। 'ऐक्वारेजिया' ('ऐक्वारेजिया' का शाब्दिक अर्थ है 'शाही जल') जिसे अम्लराज भी कहतें हैं या नाइट्रो-हाइड्रोक्लोरिक अम्ल कई अम्लों का एक मिश्रण है। यह अत्यन्त संक्षारक अम्ल है। तुरन्त बना अम्लराज रंगहीन होता है किन्तु थोड़ी देर बाद इसका रंग नारंगी हो जाता है। इससे धुँआ निकलता रहता है। | एक्वा रेजिया सांद्र नाइट्रिक अम्ल का अत्यधिक संक्षारक मिश्रण है इसमें तीन भाग हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और तीन भाग नाइट्रिक अम्ल का मिश्रण होता है। 'ऐक्वारेजिया' ('ऐक्वारेजिया' का शाब्दिक अर्थ है 'शाही जल') जिसे अम्लराज भी कहतें हैं या नाइट्रो-हाइड्रोक्लोरिक अम्ल कई अम्लों का एक मिश्रण है। यह अत्यन्त संक्षारक अम्ल है। तुरन्त बना अम्लराज रंगहीन होता है किन्तु थोड़ी देर बाद इसका रंग नारंगी हो जाता है। इससे धुँआ निकलता रहता है। | ||
Revision as of 12:49, 11 December 2023
एक्वा रेजिया सांद्र नाइट्रिक अम्ल का अत्यधिक संक्षारक मिश्रण है इसमें तीन भाग हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और तीन भाग नाइट्रिक अम्ल का मिश्रण होता है। 'ऐक्वारेजिया' ('ऐक्वारेजिया' का शाब्दिक अर्थ है 'शाही जल') जिसे अम्लराज भी कहतें हैं या नाइट्रो-हाइड्रोक्लोरिक अम्ल कई अम्लों का एक मिश्रण है। यह अत्यन्त संक्षारक अम्ल है। तुरन्त बना अम्लराज रंगहीन होता है किन्तु थोड़ी देर बाद इसका रंग नारंगी हो जाता है। इससे धुँआ निकलता रहता है।
सामान्य सूत्र
यहाँ एक्वा रेजिया का सामान्य सूत्र है:
3 HCl + 3HNO3
इसका उपयोग सामान्यतः रसायन विज्ञान प्रयोगशालाओं में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए किया जाता है, विशेष रूप से सोने और प्लैटिनम जैसी उत्कृष्ट धातुओं को घोलने के लिए। शब्द "एक्वा रेजिया" लैटिन में "शाही जल" के लिए है, जो उत्कृष्ट धातुओं को घोलने की इसकी क्षमता को उजागर करता है, जो अन्य अम्ल में आसानी से नहीं घुलते हैं।
जब इन दोनों अम्लों को 1:3 के अनुपात में मिलाया जाता है, तो वे एक्वा रेजिया बनाते हैं। मिश्रण सामान्यतः इसकी अत्यधिक अभिक्रियाशील प्रकृति के कारण उपयोग से ठीक पहले तैयार किया जाता है। अभिक्रिया से नाइट्रोजन डाइऑक्साइड उत्पन्न होता है। अभिक्रिया से नाइट्रोजन डाइऑक्साइड उत्पन्न होता है गैस एक उपोत्पाद के रूप में, जटिल अभिक्रियाओं की एक श्रृंखला के माध्यम से उत्कृष्ट धातुओं को घोलने में सक्षम है। टाइटैनियम, इरिडियम, रुथिनियम, टैटलम, ओस्मिअम, रोडियम तथा कुछ अन्य धातुओं को यह नहीं गला पाता।
कृपया ध्यान दें कि एक्वा रेजिया एक शक्तिशाली और खतरनाक अभिकर्मक है। इसे अत्यधिक सावधानी से संभाला जाना चाहिए और उचित सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए। लैब उपयोगकर्ताओं को उचित व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण पहनना चाहिए, अच्छी तरह हवादार क्षेत्र में काम करना चाहिए और संक्षारक पदार्थों से निपटने के लिए आपातकालीन अभिक्रियाओं से अवगत रहना चाहिए।
उदाहरण
उदाहरण के लिए, एक्वा रेजिया और सोने से जुड़ी अभिक्रिया को इस प्रकार दर्शाया जा सकता है:
इस अभिक्रिया में, सोना Au जटिल आयन AuCl4 बनाने के लिए ऑक्सीकृत होता है, एक्वा रेजिया घोल में पूर्णतया घुलनशील है। नाइट्रोजन डाइऑक्साइड NO2 इस अभिक्रिया के दौरान गैस भूरी-लाल गैस के रूप में प्राप्त होती है।
अभ्यास प्रश्न
- 'ऐक्वारेजिया' क्या है?
- 'ऐक्वारेजिया' में घुलनशील दो धातुओं के नाम बताइये।
- 'ऐक्वारेजिया' के उपयोग बताइये।