ओजोनीकरण: Difference between revisions
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'''''ओजोनोलिसिस या ओजोनीकरण''''' असंतृप्त आहइड्रोकार्बन ओजोन के साथ क्रिया करके ओजोनाइड बनाते है। यह क्रिया ओजोनीकरण कहलाती है। यह क्रिया द्विबंध की स्थिति तथा उसमे उपस्थित कार्बन की संख्या का निर्धारण करती है। इससे प्राप्त ओजोनाइड के जल अपघटन द्वारा एल्डिहाइड व कीटोन प्राप्त होते है। | '''''ओजोनोलिसिस या ओजोनीकरण''''' असंतृप्त आहइड्रोकार्बन ओजोन के साथ क्रिया करके ओजोनाइड बनाते है। यह क्रिया ओजोनीकरण कहलाती है। यह क्रिया द्विबंध की स्थिति तथा उसमे उपस्थित कार्बन की संख्या का निर्धारण करती है। इससे प्राप्त ओजोनाइड के जल अपघटन द्वारा एल्डिहाइड व कीटोन प्राप्त होते है। | ||
== एथिलीन पर ओजोन की क्रिया == | |||
ओजोनोलिसिस या ओजोनीकरण में एल्कीन O<sub>3</sub> का संकलन कर ओजोनाइड प्राप्त होता है जिसका Zn और H<sub>2</sub>O की उपस्थित में विदलन कराने पर यह छोटे छोटे अणुओं में टूट जाता है। यह अभिक्रिया एल्कीन तथा अन्य असंतृप्त यौगिकों में द्विआबन्ध की स्थिति निश्चित करने के लिए उपयोग में आती है। | |||
[[File:Ozonolysis scheme.svg|thumb|ozonolysis of ethene]] | |||
<chem>CH3-CH=CH2 + O3 ->[Zn + H2O] CH3CHO + HCHO </chem> |
Revision as of 19:20, 11 February 2024
ओजोनोलिसिस या ओजोनीकरण असंतृप्त आहइड्रोकार्बन ओजोन के साथ क्रिया करके ओजोनाइड बनाते है। यह क्रिया ओजोनीकरण कहलाती है। यह क्रिया द्विबंध की स्थिति तथा उसमे उपस्थित कार्बन की संख्या का निर्धारण करती है। इससे प्राप्त ओजोनाइड के जल अपघटन द्वारा एल्डिहाइड व कीटोन प्राप्त होते है।
एथिलीन पर ओजोन की क्रिया
ओजोनोलिसिस या ओजोनीकरण में एल्कीन O3 का संकलन कर ओजोनाइड प्राप्त होता है जिसका Zn और H2O की उपस्थित में विदलन कराने पर यह छोटे छोटे अणुओं में टूट जाता है। यह अभिक्रिया एल्कीन तथा अन्य असंतृप्त यौगिकों में द्विआबन्ध की स्थिति निश्चित करने के लिए उपयोग में आती है।