एल्काइलबेंजीन: Difference between revisions

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* यदि बड़ी मात्रा में साँस लिया जाए या निगल लिया जाए तो कुछ एल्काइलबेन्ज़ीन मानव स्वास्थ्य पर विषाक्त प्रभाव डाल सकते हैं।
* यदि बड़ी मात्रा में साँस लिया जाए या निगल लिया जाए तो कुछ एल्काइलबेन्ज़ीन मानव स्वास्थ्य पर विषाक्त प्रभाव डाल सकते हैं।
* एल्काइलबेन्ज़ेन पर्यावरण में बने रह सकते हैं और यदि ठीक से निपटान न किया जाए तो प्रदूषण में योगदान कर सकते हैं।
* एल्काइलबेन्ज़ेन पर्यावरण में बने रह सकते हैं और यदि ठीक से निपटान न किया जाए तो प्रदूषण में योगदान कर सकते हैं।
== अभ्यास प्रश्न ==
* एल्काइलबेन्जीन से आप क्या समझते हैं ?
* फ्रीडल-क्राफ्ट् अभिक्रिया लिखिए।
* एल्काइलबेन्जीन के उपयोग बताइये।

Revision as of 17:33, 27 May 2024

एल्काइलबेन्ज़ीन कार्बनिक यौगिकों का एक वर्ग है जिसमें एक बेंजीन रिंग होती है जिसमें एक या अधिक एल्काइल समूह जुड़े होते हैं। एल्काइलबेन्जीन की मूल संरचना में बेंजीन रिंग (कार्बन परमाणुओं की छह-सदस्यीय रिंग) होती है। एल्काइल समूह (जैसे, मिथाइल, एथिल, प्रोपाइल) बेंजीन रिंग से जुड़े होते हैं।

एल्काइल बेन्जीन के उदाहरण

  • टॉलूईन संरचना: CH3​C6​H5 गुण: मीठी गंध वाला रंगहीन तरल, विलायक के रूप में और रसायनों के उत्पादन में उपयोग किया जाता है।
  • एथिलबेन्जीन: संरचना: C2​H5​C6​H5 गुण: गैसोलीन जैसी गंध वाला रंगहीन तरल, स्टाइरीन के उत्पादन में अग्रदूत के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • प्रोपीलबेंजीन:
  • संरचना: C3​H7​C6​H5 गुण: हल्की गंध वाला साफ़ तरल, विलायक के रूप में और रसायनों के उत्पादन में उपयोग किया जाता है।

एल्काइल बेंजीन बनाने की विधियाँ

फ्रीडल-क्राफ्ट अभिक्रिया इलेक्ट्रोफिलिक एरोमेटिक प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं का एक वर्ग है जिसमें एक इलेक्ट्रोफाइल के साथ एक एरोमेटिक यौगिक की अभिक्रिया सम्मिलित होती है। इन अभिक्रियाओं का नाम उनके खोजकर्ताओं, चार्ल्स फ्रीडेल और जेम्स क्राफ्ट्स के नाम पर रखा गया है। फ्रीडल-क्राफ्ट्स अभिक्रियाओं के सबसे सामान्य प्रकार फ्रीडल-क्राफ्ट्स एल्किलेशन और फ्रीडल-क्राफ्ट्स एसाइलेशन हैं।

फ्रीडल-क्राफ्ट्स एल्किलेशन

इसमें एक हाइड्रोजन समूह ऐल्किल समूह द्वारा एक एरोमेटिक वलय में प्रतिस्थापित हो जाता है। फ्रीडल-क्राफ्ट्स एल्काइलेशन एक एरोमेटिक प्रोटॉन को एक एल्काइल समूह के साथ बदलने को संदर्भित करता है। यह कार्बोधनायन की मदद से एरोमेटिक रिंग पर इलेक्ट्रोफिलिक हमले के माध्यम से किया जाता है। फ्रीडल-क्राफ्ट्स एल्किलेशन अभिक्रिया, अभिकारकों के रूप में एल्काइल हैलाइडों का उपयोग करके एल्काइलबेन्ज़ीन उत्पन्न करने की एक विधि है।

एल्युमीनियम ट्राइक्लोराइड (AlCl3) का उपयोग प्रायः फ्राइडल-क्राफ्ट्स अभिक्रियाओं में उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है क्योंकि यह एक लुईस अम्ल के रूप में कार्य करता है , जिससे प्रक्रिया में एक इलेक्ट्रोफाइल उत्पन्न होता है।

फ्रीडल-क्राफ्ट्स एसाइलेशन

इसमें एक हाइड्रोजन समूह एसाइल समूह द्वारा एक एरोमेटिक वलय में प्रतिस्थापित हो जाता है। फ्रीडल-क्राफ्ट्स एसाइलेशन एक एरोमेटिक प्रोटॉन को एक एसाइल समूह के साथ बदलने को संदर्भित करता है। यह कार्बोधनायन की मदद से एरोमेटिक रिंग पर इलेक्ट्रोफिलिक हमले के माध्यम से किया जाता है। फ्रीडल-क्राफ्ट्स एसाइलेशन अभिक्रिया, अभिकारकों के रूप में एसाइल क्लोराइड का उपयोग करके एसाइल बेन्ज़ीन उत्पन्न करने की एक विधि है।

एल्केन के साथ अभिक्रिया

बेंजीन एक उत्प्रेरक की उपस्थिति में एल्कीन के साथ इलेक्ट्रोफिलिक योग से गुजरता है और एल्काइलबेन्जीन बनाता है।

एल्काइलबेन्जीन के गुण

  • भौतिक अवस्था: एल्काइलबेन्जेन सामान्यतः कमरे के तापमान पर तरल होते हैं।
  • घुलनशीलता: ये जल में अघुलनशील होते हैं लेकिन कार्बनिक विलायकों में घुलनशील होते हैं।
  • क्वथनांक: एल्काइल समूह के बढ़ते आणविक भार में वृद्धि के साथ क्वथनांक में भी वृद्धि होती है।

एल्काइलबेन्जीन का उपयोग

  • विलायक विभिन्न औद्योगिक प्रक्रियाओं में विलायक के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • प्लास्टिक, डिटर्जेंट और फार्मास्यूटिकल्स सहित रसायनों के उत्पादन में मध्यवर्ती के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • एथिलबेन्जीन का उपयोग गैसोलीन की ऑक्टेन रेटिंग बढ़ाने के लिए ईंधन योजक के रूप में किया जाता है।
  • यदि बड़ी मात्रा में साँस लिया जाए या निगल लिया जाए तो कुछ एल्काइलबेन्ज़ीन मानव स्वास्थ्य पर विषाक्त प्रभाव डाल सकते हैं।
  • एल्काइलबेन्ज़ेन पर्यावरण में बने रह सकते हैं और यदि ठीक से निपटान न किया जाए तो प्रदूषण में योगदान कर सकते हैं।

अभ्यास प्रश्न

  • एल्काइलबेन्जीन से आप क्या समझते हैं ?
  • फ्रीडल-क्राफ्ट् अभिक्रिया लिखिए।
  • एल्काइलबेन्जीन के उपयोग बताइये।