विद्युत् वाहक बल: Difference between revisions
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विद्युत् वाहक बल (ईएमएफ (EMF): इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स : Electromotive Force ) एक अवधारणा है जिसका उपयोग भौतिकी में "पुश" या ड्राइविंग बल का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो विद्युत सर्किट में चार्ज (प्रायः इलेक्ट्रॉनों) को स्थानांतरित करने का कारण बनता है। अपने नाम के बावजूद, विद्युत् वाहक बल पारंपरिक अर्थों में एक बल नहीं है, बल्कि एक संभावित अंतर या वोल्टेज है जो एक विद्युत क्षेत्र बनाता है, जो बदले में विद्युत आवेशों के प्रवाह को संचालित करता है। | विद्युत् वाहक बल (ईएमएफ (EMF): इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स : Electromotive Force ) एक अवधारणा है जिसका उपयोग भौतिकी में "पुश" या ड्राइविंग बल का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो विद्युत सर्किट में चार्ज (प्रायः इलेक्ट्रॉनों) को स्थानांतरित करने का कारण बनता है। अपने नाम के बावजूद, विद्युत् वाहक बल पारंपरिक अर्थों में एक बल नहीं है, बल्कि एक संभावित अंतर या वोल्टेज है जो एक विद्युत क्षेत्र बनाता है, जो बदले में विद्युत आवेशों के प्रवाह को संचालित करता है। | ||
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आइए एक नए भौतिकी विषय के छात्र के लिए विद्युत् वाहक बल की अवधारणा को अधिक सरल तरीके से समझें: | आइए एक नए भौतिकी विषय के छात्र के लिए विद्युत् वाहक बल की अवधारणा को अधिक सरल तरीके से समझें: | ||
पुशिंग चार्ज | पुशिंग चार्ज | ||
कल्पना करें कि आपके पास बैटरी से जुड़ा तारों का एक बंद लूप या सर्किट है। जब आप बैटरी को सर्किट से जोड़ते हैं, तो यह एक प्रेरक शक्ति बनाता है जो विद्युत आवेशों (आमतौर पर इलेक्ट्रॉनों) को सर्किट के भीतर जाने के लिए "धक्का" देता है। | |||
वोल्टेज स्रोत: विद्युत् वाहक बल आमतौर पर बैटरी या जनरेटर जैसे वोल्टेज स्रोतों से जुड़ा होता है। ये उपकरण पूरे सर्किट में एक संभावित अंतर बनाए रखते हैं, जिसका अर्थ है कि स्रोत के दो टर्मिनलों के बीच विद्युत क्षमता (वोल्टेज) में अंतर है। | वोल्टेज स्रोत: विद्युत् वाहक बल आमतौर पर बैटरी या जनरेटर जैसे वोल्टेज स्रोतों से जुड़ा होता है। ये उपकरण पूरे सर्किट में एक संभावित अंतर बनाए रखते हैं, जिसका अर्थ है कि स्रोत के दो टर्मिनलों के बीच विद्युत क्षमता (वोल्टेज) में अंतर है। |
Revision as of 09:37, 30 May 2024
Electromotive force
विद्युत् वाहक बल (ईएमएफ (EMF): इलेक्ट्रोमोटिव फोर्स : Electromotive Force ) एक अवधारणा है जिसका उपयोग भौतिकी में "पुश" या ड्राइविंग बल का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो विद्युत सर्किट में चार्ज (प्रायः इलेक्ट्रॉनों) को स्थानांतरित करने का कारण बनता है। अपने नाम के बावजूद, विद्युत् वाहक बल पारंपरिक अर्थों में एक बल नहीं है, बल्कि एक संभावित अंतर या वोल्टेज है जो एक विद्युत क्षेत्र बनाता है, जो बदले में विद्युत आवेशों के प्रवाह को संचालित करता है।
सरल तरीके से समझ
आइए एक नए भौतिकी विषय के छात्र के लिए विद्युत् वाहक बल की अवधारणा को अधिक सरल तरीके से समझें:
पुशिंग चार्ज
कल्पना करें कि आपके पास बैटरी से जुड़ा तारों का एक बंद लूप या सर्किट है। जब आप बैटरी को सर्किट से जोड़ते हैं, तो यह एक प्रेरक शक्ति बनाता है जो विद्युत आवेशों (आमतौर पर इलेक्ट्रॉनों) को सर्किट के भीतर जाने के लिए "धक्का" देता है।
वोल्टेज स्रोत: विद्युत् वाहक बल आमतौर पर बैटरी या जनरेटर जैसे वोल्टेज स्रोतों से जुड़ा होता है। ये उपकरण पूरे सर्किट में एक संभावित अंतर बनाए रखते हैं, जिसका अर्थ है कि स्रोत के दो टर्मिनलों के बीच विद्युत क्षमता (वोल्टेज) में अंतर है।
संभावित अंतर को बनाए रखना: वोल्टेज स्रोत इस संभावित अंतर को तब भी बनाए रखता है जब चार्ज सर्किट के माध्यम से चलते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आवेशों का निरंतर प्रवाह हो, और इस प्रकार, धारा का प्रवाह हो।
ईएमएफ की इकाई: विद्युत् वाहक बल की इकाई वोल्ट (वी) है, जो एक सर्किट में दो बिंदुओं के बीच विद्युत संभावित अंतर का प्रतिनिधित्व करती है।
अब, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि विद्युत् वाहक बल वह बल नहीं है जो भौतिक वस्तुओं को धक्का देता है, बल्कि यह एक विद्युत बल है जो आवेशों को गति करने के लिए प्रेरित करता है। यह कुछ हद तक पानी के पंप के समान है जो दबाव बनाता है और पानी को पाइप के माध्यम से प्रवाहित करने के लिए प्रेरित करता है।
याद रखने वाली एक मुख्य बात यह है कि ईएमएफ वोल्टेज स्रोत द्वारा प्रदान की गई "ऊर्जा प्रति यूनिट चार्ज" है। यह सर्किट में खपत की गई वास्तविक ऊर्जा नहीं है, बल्कि वोल्टेज स्रोत से गुजरने पर प्रत्येक चार्ज को उपलब्ध कराई गई ऊर्जा है।