ऑफबाऊ नियम: Difference between revisions

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हाइड्रोजन परमाणु और He<sup>+</sup>, Li<sup>+2</sup> और Be<sup>+3</sup> जैसी अन्य एकल इलेक्ट्रॉन प्रजातियों में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा केवल मुख्य क्वांटम संख्या द्वारा निर्धारित की जाती है। हाइड्रोजन जैसी प्रजातियों में ऑर्बिटल्स की ऊर्जा निम्नानुसार बढ़ती है।
हाइड्रोजन परमाणु और He<sup>+</sup>, Li<sup>+2</sup> और Be<sup>+3</sup> जैसी अन्य एकल इलेक्ट्रॉन प्रजातियों में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा केवल मुख्य क्वांटम संख्या द्वारा निर्धारित की जाती है। हाइड्रोजन जैसी प्रजातियों में ऑर्बिटल्स की ऊर्जा निम्नानुसार बढ़ती है।
  1s < 2s=2p < 3s = 3p = 3d < 4s = 4p = 4d = 4f < 5s = 5p = 5d = 5f <.......
  1s < 2s=2p < 3s = 3p = 3d < 4s = 4p = 4d = 4f < 5s = 5p = 5d = 5f <.......  
'''उदाहरण;'''
 
<sub>1</sub>H = 1s<sup>1</sup>
 
<sub>2</sub>He = 1s<sup>2</sup>
 
<sub>3</sub>Li = 1s<sup>2</sup> 2s<sup>1</sup>
 
<sub>4</sub>Be = 1s<sup>2</sup> 2s<sup>2</sup>
 
<sub>5</sub>B = 1s<sup>2</sup> 2s<sup>2</sup> 2p<sup>1</sup>
 
<sub>6</sub>C = 1s<sup>2</sup> 2s<sup>2</sup> 2p<sup>2</sup>
 
<sub>7</sub>N= 1s<sup>2</sup> 2s<sup>2</sup> 2p<sup>3</sup>

Revision as of 12:36, 22 March 2023

ऑफबाऊ नियम एक जर्मन शब्द से आया है जिसका अर्थ होता है ''बिल्डिंग अप'' अर्थात निर्माण होना। यह हमें अनुक्रम देता है जिसमें विभिन्न उपकोश भरे जाते हैं जो उपकोशों की ऊर्जा के सापेक्ष क्रम पर निर्भर करते हैं। इस नियम के अनुसार परमाणुओं की तलस्थ अवस्था में, कक्षकों को उनकी ऊर्जा के बढ़ते क्रम में भरा जाता है। न्यूनतम ऊर्जा वाला उपकोश पहले भरा जाता है और जब यह इलेक्ट्रॉनों का अधिकतम कोटा प्राप्त कर लेता है, तो उच्च ऊर्जा का अगला उपकोश भरना शुरू कर देता है।

विभिन्न उपकोशों को भरने का क्रम निम्नलिखित है;

1s, 2s, 2p, 3s, 3p, 4s, 3d, 4p, 5s, 4d, 5s, 4d, 5p, 6s, 4f, 5p, 6s, 4f, 5d, 6p, 7s, 5f, 6p, 7s, 5f, 6d, 7p
कक्षकों को भरने का क्रम

निम्नतम (n+l) मान वाला उपकोश पहले भरा जाता है। जब दो या दो से अधिक उपकोशों का समान (n+l) मान होता है, तो 'n' के निम्नतम मान वाले उपकोशों को पहले भरा जाता है।

हाइड्रोजन परमाणु और He+, Li+2 और Be+3 जैसी अन्य एकल इलेक्ट्रॉन प्रजातियों में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा केवल मुख्य क्वांटम संख्या द्वारा निर्धारित की जाती है। हाइड्रोजन जैसी प्रजातियों में ऑर्बिटल्स की ऊर्जा निम्नानुसार बढ़ती है।

1s < 2s=2p < 3s = 3p = 3d < 4s = 4p = 4d = 4f < 5s = 5p = 5d = 5f <....... 

उदाहरण;

1H = 1s1

2He = 1s2

3Li = 1s2 2s1

4Be = 1s2 2s2

5B = 1s2 2s2 2p1

6C = 1s2 2s2 2p2

7N= 1s2 2s2 2p3