यौगिक: Difference between revisions

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=== उदाहरण ===
=== उदाहरण ===
<chem>N2 + 3H2 -> 2 NH3</chem>


=== <chem>N2 + 3H2 -> 2 NH3</chem> ===
यहां पर N<sub>2</sub> और H<sub>2</sub> के मिलने से अमोनिया का निर्माण हुआ है, जिसका गुण नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से पूर्णतया भिन्न है। अतः अमोनिया एक योगिक है।  
यहां पर N<sub>2</sub> और H<sub>2</sub> के मिलने से अमोनिया का निर्माण हुआ है, जिसका गुण नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से पूर्णतया भिन्न है। अतः अमोनिया एक योगिक है।  



Revision as of 11:08, 22 May 2023

या दो से अधिक तत्व जब नियत अनुपात में आपस में मिलते हैं तो वे यौगिक कहलाते हैं। योगिक वो पदार्थ है जो कि दो या दो से अधिक तत्वों के नियत अनुपात में रासायनिक संयोजन से बनने वाला तत्व है। यह तत्व सदैव स्थाई होता है। इन्हे केवल रासायनिक या वैधुत रासायनिक प्रतिक्रिया द्वारा ही पृथक किया जा सकता है। यौगिक का संघटन पूरे पदार्थ में समान है हम यह भी देख सकते हैं कि यौगिक की बनावट और रंग भी सभी स्थानों पर समान है। अगर दो तत्व आपस में मिलकर एक मिश्रण बनाते हैं किन्तु किसी नए योगिक का निर्माण नहीं करते ऐसे तत्व मिश्रण कहलाते हैं किन्तु यदि दो तत्व आपस में मिलकर नए योगिक का निर्माण करते हैं तो ऐसे तत्व यौगिक कहलाते हैं। शुद्ध पदार्थ तत्व या यौगिक हो सकते हैं तत्व पदार्थ का मूल रूप होता है, जिसे रसायनिक क्रिया द्वारा सरल पदार्थों में विभाजित नहीं किया जा सकता है। यौगिक वह पदार्थ है जो दो या दो से अधिक तत्वों के स्थिर अनुपात में रासायनिक रूप में संयोजन से निर्मित होता है। यौगिक के गुण उसमे निहित तत्वों के गुणों से भिन्न होते हैं, जबकि  मिश्रण में उपस्थित तत्व और योगिक अपने अपने गुणों को दर्शाते हैं।

उदाहरण

यहां पर N2 और H2 के मिलने से अमोनिया का निर्माण हुआ है, जिसका गुण नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से पूर्णतया भिन्न है। अतः अमोनिया एक योगिक है।

पदार्थ के प्रकार

पदार्थ जिन्हे ठोस, द्रव, गैस तीन अवस्थाओं में विभाजित किया गया है ये दो प्रकार के होते हैं।

  • शुद्ध पदार्थ
  1. तत्व
  2. यौगिक
  • मिश्रण
  1. समांगी मिश्रण
  2. विषमांगी मिश्रण

तत्व

तत्व ये पदार्थ हैं जिन्हे सरल पदार्थों में विभक्त नहीं किया जा सकता।

उदाहरण - हाइड्रोजन, सिल्वर, आयरन आदि।

यौगिक

घटकों को केवल रासायनिक या वैधुत रासायनिक प्रतिक्रिया द्वारा ही पृथक किया जा सकता है।

उदाहरण - जल, मीथेन, लवण आदि।

यौगिकों के लक्षण

यौगिकों के निम्नलिखित गुण होते हैं।

  1. तत्वों के निश्चित अनुपात में मिलने से यौगिक बनते हैं।
  2. यौगिकों के निर्माण में प्रकाश, ऊष्मा, बिजली आदि का अवशोषण या विमोचन होता है।
  3. प्रत्येक यौगिक एक शुद्ध और सजातीय पदार्थ है।
  4. यौगिकों को साधारण भौतिक विधियों द्वारा घटकों में अलग नहीं किया जा सकता है, क्योंकि वे बहुत मजबूत बंध द्वारा एक साथ बंधे होते हैं।
  5. यौगिकों का एक निश्चित गलनांक और क्वथनांक होता है।
  6. यौगिक के गुण उसके घटक तत्वों के गुणों से भिन्न होते हैं।