आणविक द्रव्यमान: Difference between revisions
From Vidyalayawiki
Listen
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 2: | Line 2: | ||
किसी तत्व के अणु एक ही प्रकार के परमाणुओं द्वारा बने होते हैं अर्थात इसे इस प्रकार भी कहा जा सकता है कि कई तत्वों के अणु, जैसे निाआन (Ne), हीलियम (He), और अन्य, अणुओं में केवल एक परमाणु होता है। हालाँकि, अधिकांश अधातुओं में ऐसा नहीं होता है। उदाहरण के लिए, क्लोरीन का एक अणु एक द्विअणुक है क्योंकि इसमें दो क्लोरीन परमाणु होते हैं। एक अणु में प्रत्येक परमाणु के परमाणु द्रव्यमान का योग उसका आणविक द्रव्यमान होता है। | किसी तत्व के अणु एक ही प्रकार के परमाणुओं द्वारा बने होते हैं अर्थात इसे इस प्रकार भी कहा जा सकता है कि कई तत्वों के अणु, जैसे निाआन (Ne), हीलियम (He), और अन्य, अणुओं में केवल एक परमाणु होता है। हालाँकि, अधिकांश अधातुओं में ऐसा नहीं होता है। उदाहरण के लिए, क्लोरीन का एक अणु एक द्विअणुक है क्योंकि इसमें दो क्लोरीन परमाणु होते हैं। एक अणु में प्रत्येक परमाणु के परमाणु द्रव्यमान का योग उसका आणविक द्रव्यमान होता है। | ||
किसी पदार्थ के अणु में सभी परमाणुओं के परमाणु द्रव्यमान का योग आणविक द्रव्यमान कहलाता है। | किसी पदार्थ के अणु में सभी परमाणुओं के परमाणु द्रव्यमान का योग आणविक द्रव्यमान कहलाता है। | ||
किसी अणु का आणविक द्रव्यमान उसमे उपस्थित विभिन्न तत्वों के परमाणु द्रव्यमानों का योग होता है। इसको प्रत्येक तत्व के परमाणु द्रव्यमान और उसमे उपस्थित परमाणुओं की संख्या के गुणनफ़ल का योग करने पर प्राप्त किया जाता है। | |||
=== उदाहरण === | |||
<big>एथेन का आणविक द्रव्यमान = 2 (12.011u) + 6 (1.008 u) = 30.07u</big> |
Revision as of 13:26, 21 June 2023
किसी तत्व के अणु एक ही प्रकार के परमाणुओं द्वारा बने होते हैं अर्थात इसे इस प्रकार भी कहा जा सकता है कि कई तत्वों के अणु, जैसे निाआन (Ne), हीलियम (He), और अन्य, अणुओं में केवल एक परमाणु होता है। हालाँकि, अधिकांश अधातुओं में ऐसा नहीं होता है। उदाहरण के लिए, क्लोरीन का एक अणु एक द्विअणुक है क्योंकि इसमें दो क्लोरीन परमाणु होते हैं। एक अणु में प्रत्येक परमाणु के परमाणु द्रव्यमान का योग उसका आणविक द्रव्यमान होता है।
किसी पदार्थ के अणु में सभी परमाणुओं के परमाणु द्रव्यमान का योग आणविक द्रव्यमान कहलाता है।
किसी अणु का आणविक द्रव्यमान उसमे उपस्थित विभिन्न तत्वों के परमाणु द्रव्यमानों का योग होता है। इसको प्रत्येक तत्व के परमाणु द्रव्यमान और उसमे उपस्थित परमाणुओं की संख्या के गुणनफ़ल का योग करने पर प्राप्त किया जाता है।
उदाहरण
एथेन का आणविक द्रव्यमान = 2 (12.011u) + 6 (1.008 u) = 30.07u