स्टॉइकियोमीट्री और स्टॉइकियोमीट्रिक परिकल्पना: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

Listen

No edit summary
Line 1: Line 1:
[[Category:रसायन विज्ञान की कुछ मूल अवधरणाएँ]]
[[Category:रसायन विज्ञान की कुछ मूल अवधरणाएँ]]
[[Category:रसायन विज्ञान]]
रासायनिक स्टोइकोमेट्री एक रासायनिक अभिक्रिया में सम्मिलित अभिकारकों और उत्पादों के मात्रात्मक अध्ययन को संदर्भित करता है। शब्द "स्टोइकोमेट्री" ग्रीक शब्द "स्टोइखेइन" से लिया गया है जिसका अर्थ है तत्व, और "मेट्रोन" का अर्थ है माप।
रासायनिक स्टोइकोमेट्री एक रासायनिक अभिक्रिया में सम्मिलित अभिकारकों और उत्पादों के मात्रात्मक अध्ययन को संदर्भित करता है। शब्द "स्टोइकोमेट्री" ग्रीक शब्द "स्टोइखेइन" से लिया गया है जिसका अर्थ है तत्व, और "मेट्रोन" का अर्थ है माप।



Revision as of 13:13, 8 August 2023

रासायनिक स्टोइकोमेट्री एक रासायनिक अभिक्रिया में सम्मिलित अभिकारकों और उत्पादों के मात्रात्मक अध्ययन को संदर्भित करता है। शब्द "स्टोइकोमेट्री" ग्रीक शब्द "स्टोइखेइन" से लिया गया है जिसका अर्थ है तत्व, और "मेट्रोन" का अर्थ है माप।

अतः स्टाइकियोमीट्री के अंतर्गत रासायनिक अभिक्रिया में अभिकारकों और उत्पादों के द्रव्यमानों का परिकलन होता है। यह समझने से पहले कि किसी रसायनिक अभिक्रिया में किसी अभिकारक की कितनी मात्रा आवश्यक है या कितना उत्पाद प्राप्त होगा, यह जान लें कि किसी दी गई रासायनिक अभिक्रिया के संतुलित रासायनिक से क्या जानकारी प्राप्त होती है।  

अगर मेथेन के दहन पर विचार करें तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण निम्न प्रकार से दिया गया है:

 

यहाँ मीथेन और डाइऑक्सीजन अभिकारक हैं और कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल उत्पाद की तरह कार्य करते हैं। उपरोक्त अभिक्रिया में सभी अभिकारक और उत्पाद गैसें हैं और इसे उनके सूत्रों के बाद कोष्टक में g अक्षर को लिखकर व्यक्त किया जाता है।  ठीक इसी प्रकार ठोस के लिए कोष्टक में s और द्रव के लिये कोष्टक में L लिखा जाता है।

स्टोइकोमेट्रिक गुणांक

स्टोइकोमेट्रिक गुणांक भिन्न के साथ-साथ पूर्ण संख्या भी हो सकते हैं। संक्षेप में, गुणांक हमें अभिकारकों और उत्पादों के बीच मोल अनुपात बनाने में मदद करते हैं।

  • O2 औरH2O के लिए गुणांक 2 को स्टाइकियोमीट्रिक गुणांक कहा जाता है। इसी प्रकार और दोनों के लिए यह गुणांक है। ये गुणांक अभिक्रिया में भाग ले रहे या बनने वाले उत्पादों की संख्या को व्यक्त करते हैं।
  • अतः ऊपर दी गई अभिक्रिया के अनुसार
  • CH4(g) का एक मोल O2(g) के दो मोलो के साथ अभिक्रिया करके एक मोल CO2(g) और दो मोल H2O (g) देता है।
  • CH4(g) का एक अणु O2(g) अणु के दो अणुओं के साथ अभिक्रिया करके CO2(g) का एक अणु और H2O (g) के दो अणु देता है।
  • 22.7L CH4(g), 45.4L O2(g) के साथ अभिक्रिया द्वारा 22.7L CO2(g)और 45.4L H2O (g) देती है।

उदाहरण

मेथेन के कितने मोलों के दहन से 22gm CO2 (g) को प्राप्त होती है।

रासायनिक समीकरण के अनुसार