प्राकृतिक संसाधन: Difference between revisions
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प्राकृतिक संसाधनों से तात्पर्य पृथ्वी पर मौजूद उन सभी सामग्रियों से है जिनका उपयोग जीवित रहने और लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता है।दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि प्रकृति में जो कुछ भी पाया जाता है और जीवित जीवों द्वारा उपयोग किया जाता है वह एक प्राकृतिक संसाधन है। इसमें जल, जंगल, जीवाश्म ईंधन, खनिज, पौधे, जीव, वायु आदि शामिल हैं। | प्राकृतिक संसाधनों से तात्पर्य पृथ्वी पर मौजूद उन सभी सामग्रियों से है जिनका उपयोग जीवित रहने और लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता है।दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि प्रकृति में जो कुछ भी पाया जाता है और जीवित जीवों द्वारा उपयोग किया जाता है वह एक प्राकृतिक संसाधन है। इसमें जल, जंगल, जीवाश्म ईंधन, खनिज, पौधे, जीव, वायु आदि शामिल हैं। | ||
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प्राकृतिक संसाधनों का पुन: उपयोग की दृष्टि से वर्गीकरण - | प्राकृतिक संसाधनों का पुन: उपयोग की दृष्टि से वर्गीकरण - | ||
# नवीनीकरणीय संसाधन - वे प्राकृतिक संसाधन | # नवीनीकरणीय संसाधन - वे प्राकृतिक संसाधन , जो ख़त्म नहीं होंगे और प्रकृति के अस्तित्व तक हमेशा अस्तित्व में रहेंगे। उदाहरण हैं पानी, सूरज की रोशनी, ज्वारीय ऊर्जा, समुद्री ऊर्जा और पवन ऊर्जा। उपयोग के बाद इन संसाधनों को वास्तव में पुनः प्राप्त किया जा सकता है या प्रतिस्थापित किया जा सकता है।वे प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं और उनकी पूर्ति होती रहती है। | ||
# अनवीनीकरणीय संसाधन - | # अनवीनीकरणीय संसाधन - वे संसाधन जो एक बार उपयोग हो जाने या समाप्त हो जाने के बाद पुनः प्राप्त नहीं किये जा सकते, अनवीनीकरणीय संसाधन कहलाते हैं, उन्हें आवश्यक समय में पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है।वे संसाधन हैं जिनके भंडार की पूर्ति प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा नहीं की जाती है।ये सीमित मात्रा में मौजूद होते हैं और सीमा से अधिक इस्तेमाल करने पर ख़त्म हो जाते हैं। कोयला, मिट्टी का तेल और पेट्रोल इस प्रकार के संसाधनों के उदाहरण हैं। |
Revision as of 11:42, 7 September 2023
प्राकृतिक संसाधनों से तात्पर्य पृथ्वी पर मौजूद उन सभी सामग्रियों से है जिनका उपयोग जीवित रहने और लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता है।दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि प्रकृति में जो कुछ भी पाया जाता है और जीवित जीवों द्वारा उपयोग किया जाता है वह एक प्राकृतिक संसाधन है। इसमें जल, जंगल, जीवाश्म ईंधन, खनिज, पौधे, जीव, वायु आदि शामिल हैं।
प्राकृतिक संसाधनों के विभिन्न प्रकार
प्राकृतिक संसाधनों का पुन: उपयोग की दृष्टि से वर्गीकरण -
- नवीनीकरणीय संसाधन - वे प्राकृतिक संसाधन , जो ख़त्म नहीं होंगे और प्रकृति के अस्तित्व तक हमेशा अस्तित्व में रहेंगे। उदाहरण हैं पानी, सूरज की रोशनी, ज्वारीय ऊर्जा, समुद्री ऊर्जा और पवन ऊर्जा। उपयोग के बाद इन संसाधनों को वास्तव में पुनः प्राप्त किया जा सकता है या प्रतिस्थापित किया जा सकता है।वे प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं और उनकी पूर्ति होती रहती है।
- अनवीनीकरणीय संसाधन - वे संसाधन जो एक बार उपयोग हो जाने या समाप्त हो जाने के बाद पुनः प्राप्त नहीं किये जा सकते, अनवीनीकरणीय संसाधन कहलाते हैं, उन्हें आवश्यक समय में पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है।वे संसाधन हैं जिनके भंडार की पूर्ति प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा नहीं की जाती है।ये सीमित मात्रा में मौजूद होते हैं और सीमा से अधिक इस्तेमाल करने पर ख़त्म हो जाते हैं। कोयला, मिट्टी का तेल और पेट्रोल इस प्रकार के संसाधनों के उदाहरण हैं।