हेंडरसन-हासेलबल्च समीकरण: Difference between revisions

From Vidyalayawiki

Listen

No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
[[Category:साम्यावस्था]][[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:भौतिक रसायन]]
[[Category:साम्यावस्था]][[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]][[Category:भौतिक रसायन]]
हेंडरसन-हसलबल्च समीकरण एक गणितीय सूत्र है जिसका उपयोग रसायन विज्ञान और जैव रसायन में बफर विलयन की पीएच की गणना करने के लिए किया जाता है। बफर विलयन ऐसे विलयन होते हैं जो अम्ल या क्षार जोड़ने पर पीएच में परिवर्तन का विरोध करते हैं। हेंडरसन-हैसलबल्च समीकरण एक बफर विलयन के पीएच को उसके अम्लीय और क्षारीय घटकों की सांद्रता से जोड़ता है।
हेंडरसन-हसलबल्च समीकरण सामान्यतः इस प्रकार लिखा जाता है:<blockquote>pH = pKa + log [ लवण] / [अम्ल ]
pH = pKa + log [ लवण] / [क्षार]</blockquote>

Revision as of 12:21, 19 September 2023

हेंडरसन-हसलबल्च समीकरण एक गणितीय सूत्र है जिसका उपयोग रसायन विज्ञान और जैव रसायन में बफर विलयन की पीएच की गणना करने के लिए किया जाता है। बफर विलयन ऐसे विलयन होते हैं जो अम्ल या क्षार जोड़ने पर पीएच में परिवर्तन का विरोध करते हैं। हेंडरसन-हैसलबल्च समीकरण एक बफर विलयन के पीएच को उसके अम्लीय और क्षारीय घटकों की सांद्रता से जोड़ता है।

हेंडरसन-हसलबल्च समीकरण सामान्यतः इस प्रकार लिखा जाता है:

pH = pKa + log [ लवण] / [अम्ल ] pH = pKa + log [ लवण] / [क्षार]