सिलिकॉन: Difference between revisions
From Vidyalayawiki
Listen
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[Category:P ब्लॉक तत्व]][[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]] | [[Category:P ब्लॉक तत्व]][[Category:कक्षा-11]][[Category:रसायन विज्ञान]] | ||
सिलिकॉन एक कार्ब सिलिकॉन बहुलक का एक वर्ग है, किसका सामान्य सूत्र R<sub>2</sub>SiO<sub>2</sub> होता है। सिलिकॉन R<sub>2</sub>SiO<sub>2</sub> की एक पुनरावृत्ति इकाई है। जो की R<sub>2</sub>SiO<sub>2</sub> पुनरावृत्ति से बनता है। सामान्यतः सिलिकॉन श्रंखलायुक्त वे यौगिक हैं, जिनमें एल्किल अथवा फेनिल समूह सिलिकन परमाणु के शेष बंध स्थितयों पर स्थित होते हैं। ये जलविरोधी होते हैं। | सिलिकॉन एक कार्ब सिलिकॉन बहुलक का एक वर्ग है, किसका सामान्य सूत्र R<sub>2</sub>SiO<sub>2</sub> होता है। सिलिकॉन R<sub>2</sub>SiO<sub>2</sub> की एक पुनरावृत्ति इकाई है। जो की R<sub>2</sub>SiO<sub>2</sub> पुनरावृत्ति से बनता है। सामान्यतः सिलिकॉन श्रंखलायुक्त वे यौगिक हैं, जिनमें एल्किल अथवा फेनिल समूह सिलिकन परमाणु के शेष बंध स्थितयों पर स्थित होते हैं। ये जलविरोधी होते हैं। सिलिकॉन के निर्माण में प्रथम पद एल्किल व एरिल समूह है। जब 573 K ताप पर मेथिल क्लोराइड, कॉपर उत्प्रेरक की उपस्थित में सिलिकन से क्रिया कराते हैं, तो विभिन्न मेथिल प्रतिस्थापित क्लोरोसिलेन (MeSiCl<sub>3</sub>, Me<sub>2</sub>SiCl<sub>2</sub>, Me<sub>3</sub>SiCl) तथा सूक्ष्म डाइमेथिल डाइक्लोरो सिलेन (CH<sub>3</sub>)<sub>2</sub>SiCl<sub>2</sub> के जल अपघटन से संघनन बहुलकीकरण द्वारा शृंखला बहुलक प्राप्त होते हैं। | ||
<chem>2CH3Cl + Si -> (CH3)2SiCl2 + 2H2O -> (CH3)2Si(OH)2 + 2HCl</chem> |
Revision as of 12:50, 29 September 2023
सिलिकॉन एक कार्ब सिलिकॉन बहुलक का एक वर्ग है, किसका सामान्य सूत्र R2SiO2 होता है। सिलिकॉन R2SiO2 की एक पुनरावृत्ति इकाई है। जो की R2SiO2 पुनरावृत्ति से बनता है। सामान्यतः सिलिकॉन श्रंखलायुक्त वे यौगिक हैं, जिनमें एल्किल अथवा फेनिल समूह सिलिकन परमाणु के शेष बंध स्थितयों पर स्थित होते हैं। ये जलविरोधी होते हैं। सिलिकॉन के निर्माण में प्रथम पद एल्किल व एरिल समूह है। जब 573 K ताप पर मेथिल क्लोराइड, कॉपर उत्प्रेरक की उपस्थित में सिलिकन से क्रिया कराते हैं, तो विभिन्न मेथिल प्रतिस्थापित क्लोरोसिलेन (MeSiCl3, Me2SiCl2, Me3SiCl) तथा सूक्ष्म डाइमेथिल डाइक्लोरो सिलेन (CH3)2SiCl2 के जल अपघटन से संघनन बहुलकीकरण द्वारा शृंखला बहुलक प्राप्त होते हैं।