समावयवता: Difference between revisions
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वे योगिक जिनके अणुसूत्र तो समान होते हैं, किन्तु संरचना भिन्न भिन्न होती है, उन्हें संरचनात्मक समावयवी में वर्गीकृत किया गया है। |
Revision as of 13:18, 30 October 2023
वे यौगिक जिनके अणुसूत्र तो समान होते हैं, लेकिन भौतिक व रासायनिक गुण भिन्न-भिन्न होते हैं। समावयवी कहलाते हैं तथा यह परिघटना समावयवता कहलाती है। समावयवता वह घटना है जिसमें एक से अधिक यौगिकों का रासायनिक सूत्र समान होता है लेकिन रासायनिक संरचनाएं अलग-अलग होती हैं।
ऐसे रासायनिक यौगिक जिनके रासायनिक सूत्र समान होते हैं लेकिन गुणों और अणु में परमाणुओं की व्यवस्था भिन्न भिन्न होती है, समावयवी कहलाते हैं । इसलिए, जो यौगिक समावयवता प्रदर्शित करते हैं उन्हें समावयवी के रूप में जाना जाता है। शब्द "आइसोमर" ग्रीक शब्द "आइसोस" और "मेरोस" से लिया गया है, जिसका अर्थ है "समान भाग"। यह शब्द स्वीडिश रसायनज्ञ जैकब बर्ज़ेलियस द्वारा वर्ष 1830 में बनाया गया था।
समावयवता के प्रकार
समावयवता मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं:
संरचनात्मक समावयवता | त्रिविम समावयवता |
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स्थिति समावयवता | प्रकाशीय समावयवता |
श्रृंखला समावयवता | ज्यामितीय समावयवता |
क्रियात्मक समूह समावयवता | |
मध्यावयवता |
संरचनात्मक समावयवता
वे योगिक जिनके अणुसूत्र तो समान होते हैं, किन्तु संरचना भिन्न भिन्न होती है, उन्हें संरचनात्मक समावयवी में वर्गीकृत किया गया है।