अवक्षेपण: Difference between revisions
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जब दो विलयनों को आपस में मिलाया जाता है तो उनकी अभिक्रिया से एक अविलय पदार्थ का निर्माण होता है, यह विलयन में नीचे की तरफ स्थिर हो जाता है । इस अविलय पदार्थ को अवक्षेप पदार्थ कहते है तथा इस अभिक्रिया को अवक्षेपण अभिक्रिया कहते है। | |||
'''''किसी विलयन से अघुलनशील ठोस पदार्थ का बनना अवक्षेपण कहलाता है। जो ठोस पदार्थ बनता है उसे अवक्षेप कहते हैं।''''' | |||
'''उदाहरण:''' | |||
सिल्वर नाइट्रेट के जलीय विलयन की अभिक्रिया | |||
<chem>AgNO3 + NaCl -> AgCl + NaNO3</chem> | |||
इसमें, सिल्वर क्लोराइड (AgCl) अवक्षेपित होने वाला अघुलनशील यौगिक है। | |||
=== अवलोकन: === | |||
अवक्षेपण अभिक्रियाओं की पहचान प्रायः अभिक्रिया मिश्रण में कोलॉइड या ठोस की उपस्थिति के गठन से की जाती है। ठोस वह अवक्षेप है जो विलयन से बाहर नीचे बैठ जाता है। |
Revision as of 14:23, 2 December 2023
जब दो विलयनों को आपस में मिलाया जाता है तो उनकी अभिक्रिया से एक अविलय पदार्थ का निर्माण होता है, यह विलयन में नीचे की तरफ स्थिर हो जाता है । इस अविलय पदार्थ को अवक्षेप पदार्थ कहते है तथा इस अभिक्रिया को अवक्षेपण अभिक्रिया कहते है।
किसी विलयन से अघुलनशील ठोस पदार्थ का बनना अवक्षेपण कहलाता है। जो ठोस पदार्थ बनता है उसे अवक्षेप कहते हैं।
उदाहरण:
सिल्वर नाइट्रेट के जलीय विलयन की अभिक्रिया
इसमें, सिल्वर क्लोराइड (AgCl) अवक्षेपित होने वाला अघुलनशील यौगिक है।
अवलोकन:
अवक्षेपण अभिक्रियाओं की पहचान प्रायः अभिक्रिया मिश्रण में कोलॉइड या ठोस की उपस्थिति के गठन से की जाती है। ठोस वह अवक्षेप है जो विलयन से बाहर नीचे बैठ जाता है।